शरीर के अंगों का दर्द होना जैसेकि पैरों के घुटनों, बाजुओं, कूल्हों, गर्दन, गुहनियों की बीमारी आजकल आम होती जा रही है। अकसर 40-45 वर्ष की आयु से जोड़ों का दर्द होना शुरू हो जाता है। व्यक्ति का दैनिक दिनचर्या, खान पान व आहार पर निर्भर करता है।
अकसर संतुलित आहार की कमी, समय की कमी, व्यस्त जीवन शैली के कारण व्यायाम, योगा पर ध्यान न दे पाना, शरीर को पर्याप्त मात्रा में विटामिनस, मिनरल, खनिज तत्वों का समावेस, दौड़भाग इत्यादि जोड़ों के दर्द का मुख्य कारण है। वक्त बदलने के साथ जोड़ों का दर्द की समस्या भी बढ़ गई है। पहले जोड़ों का दर्द 60-70 वर्ष अन्तराल में था जोकि अब 40-45 वर्ष के अन्तराल से दर्द का प्रकोप व्यक्तियों को हो रहा है। जोकि एक चिन्ता का विषय है।
जोड़ों का दर्द व निवारण /ARTHRITIS JOINT PAIN RELIEF HINDI / ARTHRITIS HOME REMEDIES / ARTHRITIS SYMPTOMS
जोड़ों का दर्द व निवारण /ARTHRITIS JOINT PAIN RELIEF HINDI / ARTHRITIS HOME REMEDIES / ARTHRITIS SYMPTOMS
जोड़ों के दर्द के लक्षण
- हडि़यों में कैल्शियम की कमी
- दौड़ भाग गतिविधियां में दर्द घुटनों का अकड़ना
- जोड़ों में सूजन आना
- जोड़ चटकना
- तेज व हल्का दर्द
- जोड़ों गांठों के अंगों का विकृत होना
- गांठ पड़ना
- उगलियों के गांठों - जोड़ों में दर्द
- नसों में रक्त संचार में रूकावट
- जोड़ों गांठों में झंनझनाहट
- शरीर में पर्याप्त पोषण की कमी
जोड़ों घरेलू उपचार व नुस्खें
- जैतून के तेल में छोटी ईलायची गर्म कर जोड़ दर्द जगहों पर रोज सुबह, दोपहर, शाम तीनों वक्त मालिश करें। तुरन्त आराम व फायदेमंद है।
- सरसों तेल में 10-12 लहसुन कलियां अच्छे से पकाकर तेल तैयार करें। बाद में पकी लहसुन तेल में डुबों कर गठिया, दर्द वाले अंगों पर मालिश करें। लहसुन तेल मालिश करना गठिया, जोड़ों के दर्द में फायदेमंद है।
- रात को सोते समय दर्द ग्रसित जगहों पर सिरके से 10 मिनट तक हल्की मालिश रोज करें, सिरका मालिश जोड़ों के दर्द कम करने व गांठों में रक्त संचार करने में सक्षम है।
- दूध, अनार, नींबू, सन्तरा का सेवन करने से शरीर को विटामिन सी, कैल्शियम, पोटेशियम व मैग्नीशियम जैसे जरूरी तत्व शरीर को मिलने से जोड़ों का दर्द आसानी से कम किया जा सकता है।
- अदरक, तुलसी चाय और चाय मासाला की बनी चाय पीयें। अदरक के पाउडर को दूध में मिलाकर सोते समय पीने से जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है।
- लौंग, ईलाइची, काली मिर्च, अदरक, लहसुन, दालचीनी, तेजपत्ता आदि मसाले किंचन में खाने में इस्तेमाल करें। मसालों में सैकड़ों तरह के औषधीय गुण मौजूद हैं जोकि गठिया, जोड़ों के दर्द को ठीक करने में सहायक है। साथ ही शरीर को गठिया, जोड़ों के दर्द से दूर रखने और अन्य तरह के संक्रामण, वायरल, रोग से दूर रखने में सहायक है।
- तांबा धातु का इस्तेमाल करें, तांबें के बर्तन में रोज रात को पानी रखें और सुबह खाली पेट पीये। तांबा धातु की अंगूठी पहनें। क्योंकि तांबें में आॅक्सीकरण रोधी आवश्यक गुण पाये जाते हैं। प्राचीन काल में हर घर में तांबें के बर्तन पाये जाते थे और इस्तेमाल होता था। और लोग स्वस्थ निरोग रहते थे।
- किशमिश जोड़ों के दर्द में दवा का काम करते हैं, किशमिश शोथरोधी है, जोकि दर्द निवारण में सक्षम है। किशमिश को दूध में भिगों कर खाने से ज्यादा लाभ होता है।
- जोड़ों के दर्द को कम करने में वजन नियत्रण भी अकसर एक माध्यम देखा गया है। कई व्यक्ति का वजन ज्यादा होने पर शरीर के घुटने, व ऐडि़यों में दर्द बना रहता है। व्यायाम व योगा जोड़ों के दर्द कम करने में सक्षम है। व्यायाम योगा से शरीर की मांसपेशियां खिंच व दुरस्त हो जाती है।
- कोर्टीसोन इंजेक्शन का इस्तेमाल तीव्र जोड़ों के दर्द के लिए ही करें, डाॅक्टर की सलाह जरूर लें। क्योंकि घुटनों व ऐडि़यों की ओस्टियोटोमी आर्थराइटिस असर कम आयु के व्यक्तियों पर होता है। कोर्टीसोन इंजेक्शन इस्तेमाल तीव्र दर्द में सलाह से करें।
- सालमन मछली ओमेगा-3 फैटी अम्ल से भरपूर है। जोकि जोड़ों के दर्द व सूजन को कम करने में सक्षम है। ओमेगा3 वालें खाद्य पदार्थ मछली, सोयाबीन, दूध, पनीर, नट्स इत्यादि जोड़ों के दर्द को कम व ठीक करने में सहायक हैं।
- स्ट्रॉबेरीया ब्लूवेरी में एन्टीआक्सीडेन्ट व बायोफलेवोनाईड जैसे तत्व पाये जाते हैं, जोकि जोड़ों के दर्द निवारण में सक्षम हैं।
- हरी सब्जियां व फैटी एसिड जोड़ों के दर्द में को कम व ठीक करते हैं, पालक, ब्राॅक्ली, अदरक, प्याज, लहसुन, राई पत्ते ज्यादा फायदेमंद हैं।
- जूस रस में अनार व संतरे का मिक्स जूस पीने से शरीर में विटामिन सी की कमी नहीं होती। जोकि हड्डियों को मजबूत बनाने में सक्षम हैं।