सर्दीयों में जुकाम का होना आम बात है। जुखाम होने का एक कारण अधिकतर अकसर मौसम बदले से होता है, जिसमें शरीर के तापमान का वाहरी तापमान से बदलाव, तेज ठंड़ा पानी पीने, ठंड़ी हवा में प्रवेश, सर्द-गर्म होने आदि कई वजह हैं। मौसम बदलाव जैसा कि गर्म मौसम जाते जाते जुकाम दे जाते हैं और ठंड़ मौसम जाते जाते जुकाम दे जाता है। मौसम के बदलने पर सर्दी जुकाम की ज्यादा संभावनाऐं होती हैं। जुकाम होने पर नाक बहना, हल्का बुखार आना, आंखों से आंसू आना व शरीर गर्म रहना इत्यादि लक्षण पाये जाते हैं। सर्दी - जुखाम सर्दीयों में ज्यादा होता है। वैसे तो जुकाम होने के कई कारण है, परन्तु कुछ असाधारण कारण जैसे जुकाम संक्रामण वायरल एक व्यक्ति से दूसरे में फैलना, अचानक हवा के बदलाव, गर्म-सर्द से शरीर का तापमान बदलना, सक्रमिण व्यक्ति के पास आने छींकने पर कीटाणुओं वायरल शरीर में आना, फ्रीज का ज्यादा ठंडा पानी पीना इत्यादि कारण हैं।
पैरों द्वारा: सर्दी में पैरों में गर्म जुराबें पहने, क्योंकि ठंड सीधे नंगे पैरों के रास्ते शरीर में जाती है। जिससे जुकाम पकड़ सकता है। सर्दी में गर्म कपड़ो का इस्तेमान पूर्णरूप से करें। शरीर के साथ-साथ कान, हाथ, पैर को ठंड हवा से बचाये, बहुत कम लोग जानते हैं कि सर्दी कैसे होती है। और सर्दी होने से सुरक्षित रहें।
उपरोक्त बताये गये खास नुस्खे सर्दी-जुकाम से बचने और सर्दी जुकाम ठीक करने में सहायक है। सर्दी जुकाम दवाईयों की अपेक्षा घरेलू तरीके फायदेमंद माने जाते हैं। सर्दी-जुकाम में दवाईयों के साईड इफेक्टस, गला सक्रामण, इन्फेक्शन से आसानी बचा जा सकता है।
सर्दी-जुकाम क्यों होता है और बचने के उपाय / Cold Cough Relief Tips in Hindi / Sardi Jukam se Bachne ke Upay
- सर्दी मौसम में दफ्तर से रात घर आना, किसी काम से शाम देर ठंड में आना। सर्दीयों में जब भी बाहर से घर में आने पर तुरन्त एक गिलास गर्म पानी पीयें।
- गर्म पानी पीने से जुकाम के कीटाणु पनपने से रूक जाते हैं। जुकाम नहीं होता।
- सर्दी-जुखाम हवा के प्रभाव बदलने से ज्यादा होता है, जैसेकि यदि ठंड़ी हवा से बन्द कमरे में आना जहां हवा का आवेश कम हो, जैसे घर, दफ्तर, मॉल इत्यादि। शरीर का तापमान अचानक बदल जाता है। गर्म पानी पीने से जुखाम संक्रामण नहीं होता। और साथ में गर्म पानी पाचन तत्र के लिए भी अच्छा रहता। और सर्दी में पानी भी कम पीया जाता है। इस लिए रोज गर्म पानी जरूर पीयें।
- सर्दी में जुकाम का कारण ठंड हवा का शरीर में अचानक प्रवेश करना भी है। जिससे शरीर का तापमान अचानक बदल जाता है। और व्यक्ति को हल्का जुकाम महसूस होने लगाता है। ऐसे में तुरन्त गर्म पानी पीयें तो जुकाम के कीटाणु जड़ से खत्म हो जाते हैं।
- 1 चम्मच शहद के साथ अदरक व हल्दी मिलाकर खाने से जुकाम में आराम मिलता है। और खांसी होने से बचाता है। सर्दी जुकाम, गला इन्फेक्शन ठीक करने में अदरक बारीक कूट कर शहद के साथ अच्छे मिलाकर खाना अचूक घरेलू औषधि है।
- चाय में अदरक, काली मिर्च, तुलसी पत्ता डाल कर बनाये, इससे जुकाम खांसी में आराम व राहत मिलती है।
- गर्म पानी की भाप लेने से जुकाम में आराम मिलता है।
- 2 गिलास गर्म पानी में एक चम्मच नमक मिलाकर गरारा करें। इससे जुकाम से गले का दर्द से आराम मिलता हैं और खांसी की संभावना कम रहती है।
- आंवला का मुरब्बा व च्यवनप्राश खायें, इससे जुकाम सें राहत मिलती है। और जुकाम के साथ साथ शरीर अन्दर से भी तन्दरूस्त रहेगा।
- चाय, कॉफ़ी व गर्म पानी पीयें।
- रात को सोते समय विक्स गले, माथे, छाती, पैरों के तले, गर्दन पर विक्स, मल्हम अच्छे से मलकर गर्म कपड़ें से सिर ढ़क सोयें। इससे तीब्र पसीना आने से सर्दी जुकाम जल्दी ठीक होती है।
- गर्म चीजें खायें। ठंड़ा खाने से परहेज करें।
- तले भुने पकवान खाने से बचें। तेलीय पकवान सर्दी जुकाम को और भी ज्यादा घातक करती हैं।
- गर्म सूप पीयें और अण्डे खायें। सूप और अण्डा काफी हद तक सर्दी जुकाम से आराम दिलाने में सहायक है। गर्म सूप पीने के बाद और अण्डा खाने के तुरन्त बाद पानी नहीं पीयें। जब भी प्यास लगे गुनगुना पानी पीयें।
सर्दी - जाड़े में ठंडी हवा का शरीर में प्रवेश
कानों द्वारा: सर्दी में कानों के छेदों से ठंड हवा सीधे व्यक्ति के शरीर में प्रवेश करती है। और जुकाम होने की संभावना बन जाती है। सभी को घर से बाहर निकलने से पहले ठंड से बचने के लिए टोपी, गर्म दुपट्टा, कान की पट्टी इत्यादि इस्तेमाल करें।पैरों द्वारा: सर्दी में पैरों में गर्म जुराबें पहने, क्योंकि ठंड सीधे नंगे पैरों के रास्ते शरीर में जाती है। जिससे जुकाम पकड़ सकता है। सर्दी में गर्म कपड़ो का इस्तेमान पूर्णरूप से करें। शरीर के साथ-साथ कान, हाथ, पैर को ठंड हवा से बचाये, बहुत कम लोग जानते हैं कि सर्दी कैसे होती है। और सर्दी होने से सुरक्षित रहें।
उपरोक्त बताये गये खास नुस्खे सर्दी-जुकाम से बचने और सर्दी जुकाम ठीक करने में सहायक है। सर्दी जुकाम दवाईयों की अपेक्षा घरेलू तरीके फायदेमंद माने जाते हैं। सर्दी-जुकाम में दवाईयों के साईड इफेक्टस, गला सक्रामण, इन्फेक्शन से आसानी बचा जा सकता है।