आपतकाल में शीध्र राहत वाले घरेलू नुस्खे Emergency Home Remedies in Hindi Health Tips in Hindi, Protected Health Information, Ayurveda Health Articles, Health News in Hindi आपतकाल में शीध्र राहत वाले घरेलू नुस्खे Emergency Home Remedies in Hindi - Health Tips in Hindi, Protected Health Information, Ayurveda Health Articles, Health News in Hindi

आपतकाल में शीध्र राहत वाले घरेलू नुस्खे Emergency Home Remedies in Hindi

बीमारी गम्भीर हो या छोटी तुरन्त ग्रसित व्यक्ति को हस्पताल उपचार हेतु ले जाना जरूरी जरूरी है। परन्तु कई पर उपचार शीध्र नहीं मिलने पर आपातकाल में उपचार में कुछ खास जल्दी राहत दिलाने वाले आर्युवेदिक घरेलू नुस्खे व्यक्ति को समस्या से आसानी से आराम दिला सकते हैं। व्यक्ति काफी हद तक समस्याओं से राहत व आराम पा सकता है। जानिये खास अजमाये आपातकालीन घरेलू तरीके।

आपतकाल में शीध्र राहत वाले घरेलू नुस्खे / Emergency Home Remedies and Treatment / Aapatkalin Gharelu Upchar 

आपतकाल में शीध्र राहत वाले घरेलू नुस्खे, Emergency Home Remedies in Hindi, आपतकाल में घरेलू नुस्खे , Home Treatment Tips emergency, apatkal Gharelu Nuskhe, आपातकाल औषधि, apatkal aushadhi, आपतकाल घरेलू उपाय, apatkal gharelu upchar, apatkal gharelu upay, Aapatkalin Gharelu Upchar 
  • हार्ट अटैक दौरा पड़ना गम्भीर समस्या हैं। तुरन्त व्यक्ति को नजदीकी हस्पताल लें जाना जरूरी है। तीब्र छाती दर्द, जलन, सांस रूकने से व्यक्ति गम्भीर स्थिति में पहुंच जाता है। ऐसे हालत में हार्ट पेशेंट व्यक्ति सीधा लिटाकर तुरन्त उपचार हेतु नजदीकी हस्पताल ले जायें। व्यक्ति को जमींन पर नहीं लिटायें। पीड़ित व्यक्ति की छाती लगातार पम्प करें। जिससे अचेत हालत में हार्ट निरंतर काम करता रहता है। गर्दन मुड़ने झुकने नहीं दें। दांत जकड़ने, जीभ दांतों के बीच आने से बचायें। गर्दन ऐंठने से रोके। गर्दन उपर की तरफ रखें, इन तरीकों से हार्ट दौरे में व्यक्ति को सुरक्षित और आसानी से नजदीकी हस्पताल तक पहुंचाया जा सकता है। गंभीर हार्ट विकार में कोरोनरी एंजियोप्लास्टी और स्टेंटिंग माध्यम से चिकित्सा में आसानी रहती है। जीवन अनमोल है।
  • खांसी होने पर अदरकए हरडए लहसुन को बारीक पीसकर एक चम्मच शहद के साथ खाने से खांसी से तुरन्त आराम मिलता है। 15-20 दिनों में पुरानी से पुरानी खांसी ठीक हो जाती है। तेज खांसी रोकने के तुरन्त काली मिर्च या लौंग चबायें।
  • जुकाम होने की स्थिति गुनगुने नमकीन पानी से गर्रारा करें, फिर अदरक, हरड़, हींग तीनों को बारीक पीसकर एक चम्मच शहद के साथ तीनों वक्त सेवन करने से जुकाम से तुरन्त आराम मिलता है।
  • जुकाम होने पर रात को सोते समय एक कप गर्म मसाला सूप पीने के बादए गलेए छातीए बदनए पैरों के तलवोंए नांक के ऊपरए माथे पर विक्स लगाकर और साथ में ऊपर से मोटी रजाई ओढ़कर सोने से जुकाम से तुरन्त आराम मिलता है।
  • सर्दी.जुकाम हल्का सा महसूस होने पर तुरन्त एक गिलास गुनगुना पानी पीने से जुकाम शुरू नहीं होता, जुकाम ठहर जाता है। सर्दी मौसम में बाहर से आने पर रोज गुनगुना पानी पीने से जुकाम के संक्रामण सक्रीय नहीं होते।
  • अचानक पेट खराब, दस्त लगने पर आधा कप पानी में चुटकी भर नमक, व 4.5 बूदें नींबू रस डालकर उबाले, फिर तेज गर्म उबाले पानी में आधा कप सादा ठंडा पानी मिलाकर तुरन्त पी ले। 10 मिनट के बाद एक कप ताजी ठंडी दहीं खा लें। इस तरह से पहले मिश्रित पानी पीने व बाद में दहीं खाने से पेचिस, दस्त तुरन्त रूक जाते हैं। गम्भीर बीमारियों के लिए तुरन्त डाक्टर की सलाह लें।
  • बालों को झड़ने से रोकने व दुबारा उगाने के लिए - भृंगराज तेल, बादाम तेल, तिल तेल व जैतून तेल, चारों तेलों को बराबर मात्रा मेें लेकर सिर बालों पर रोज 8-10 मिनट मसाज करें। और रात में सोते समय प्याज का रस बालों पर लगायें। 4 से 5 महीने के अन्तराल में बालों की समस्याओं से आराम मिलता है।
  • शरीर में रक्त की कमी होने पर अनार व चुकंदर का एक गिलास रस रोज पीने से महीने भर में खून की कमी दूर हो जाती है।
  • कब्ज पेट दर्द होने परए कच्चे केले को आग में अच्छी तरह से भून कर पका कर खाने से तुरन्त आराम मिलता है।
  • मोटापा कम करने में रोज सुबह, लहसुन की 4-5 कलियों नीबू पानी के साथ खाने से आराम मिलता है। व्यायाम में रोज सुबह शाम 50-60 उठक-बैठक व दंड बैठक, जिससे पेट पर दबाव असर पड़ने वाले व्यायाम करें। रोज सुबह शाम 2-3 किलोमीटर सैर करें। मोटापा आसानी से 3-4 महीनें में घट जाता है। पेट अन्दर चला जाता है।
  • जबड़ा अपने आप रूक, मुंह शील हो जाने पर एक नींबू रस व्यक्ति के मुंह में डाले, तुरन्त जबड़ा खुल जाता है। नींबू रस लार गथियां सक्रीय कर देता है। लार रूकने से जबड़ा शील हो जाता है।
  • धूप से आने के बाद तुरन्त ठंडा पानी न पीयेए तुरन्त ठंडा पानी पीने से गला बैठ सकता है। और जुकाम हो जाता है। गले में मौजूद जीवाणु अचानक बाहय़ वातारण क्रिया के सम्पर्क में आने से गला पकड़ता है। ठंड़े पानी से कोल्ड - गले में खरास हो जाती है। इसी तरह से बाहर धूप में पर तुरन्त न नहाये, शरीर का तापमान बाहरी तापमान से अलग होता है। धूप से आने के तुरन्त बाद ठंड़ा पानी पाने और एसी की ठंड़ी हवा से बचें।
  • बार-बार पेशाब आने पर रोज रात को सोते समय व सुबह एक खजूर खाने पर पेशाब की समस्या से छुटकारा मिलता है। इसी तरह बच्चों की रोज रात को बिस्तर पर पेशाब करने की समस्या से भी आसानी से छुटकारा मिलता है।
कोल्ड, सर्दी जुकाम कफ और खांसी के लिए प्राचीनकालीन खास काढ़ा - विधि
2 कप पानी, 2 टमाटर, हींग, छोटी इलाइची, काला नमक, लौंग, हरड़ छिलके, अदरक। सभी को उबाल कर काढ़ा तैयार करें, काढ़ा पानी उबल कर घट कर एक कप रहने पर सेवन करें। यह कोल्ड, सर्दी जुकाम कफ और खांसी के लिए प्राचीनकालीन खास आयुर्वेदिक काढ़ा है।