अदरक खाने में तीखा, मिर्चीला, हल्का कड़वा जरूर है। परन्तु साथ में एक विख्यात औषधि रूप भी अदरक। अदरक पकवान व्यजंन, चाय, पेय इत्यादि में पड़ने से जायका ही बदल जाता है। अदरक स्वाद और भी ज्यादा बढा देता है। अदरक को कई तरह से इस्तेमाल किया जाता है। जैसेकि अदरक रस, अदरक पाउडर या (सौंठ), ताजी अदरक चाय सब्जी में, अदरक तेल, अदरक अचार रूप में। अदरक आयुर्वेद में गुणकारी औषधि का रूप है। प्राचीनकाल से ही अदरक विभिन्न रोगों में प्रयोग किया जाता आ रहा है। अदरक से विभन्न तरह की सिरप एवं दवाईयां बनाई जाती है। अदरक में अमीनो एसिड, प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइडेट, कैल्शियम, आयरन, आयोडीन, क्लोरीन, फास्फेट, विटामिनस, मग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, सिसिकाॅन, बीटा कैरोटीन, विटामिन बी कम्पलैक्स लाभदायक गुण हैं।

सर्दी जुकाम में अदरक
जुकाम होने पर अदरक एक रामबाण दवा है, अदरक को बारीक कूट कर उसमें एक चम्मच शहद अच्छी तरह मिलाक कर खाने से जुकाम 24 घण्टे में ठीक हो जाता है। सर्दियों में अदरक की चाय पीनी चाहिए इससे जुकाम होने की सम्भावना ना के बराबर रहती है। अदरक में एन्टीबायोटिक गुण है, जोकि संक्रामण व वायरल होने से बचाता है। गले की खर्राश, गला बैठने पर अदरक, काली मिर्च, मुलहठी काढ़ा शहद के साथ पीना फायदेमंद है।
थकान, वायरल, संक्रामण मिटाये अदरक चाय
थकावट महसूस करने पर अदरक से बनी चाय दिमाग को तरोताजा व थकान मिटा देती है। रोज अदरक चाय पीने से वायरल, संक्रामण आसानी से शरीर में प्रवेश नहीं कर पाते।
वजन मोटापा नियंत्रक अदरक पेय
अदरक रस और नींबू रस वजन मोटापा तेजी से घटाने में सहायक औषधि रूप है। शरीर में मौजूद मेटाबालिज्म को नियत्रण करता है। मेटाबालिज्म की गड़बडी से व्यक्ति मोटा व पतला होता है। अदरक मेटाबालिज्म संतुलन करने और शरीर को अन्दर से भी मजबूती प्रदान करता है।
अदरक दिल के रोगों में एक दवा
अदरक में अमीनो एसिड तत्व पाया जाता है जोकि शरीर के रक्त संचार को नियत्रण करने में सक्षम है। दिल के दौरे पड़ने से रोकने में सहायक व कोलेस्ट्रॉल को नियत्रण में रखता है। अदरक सेवन सीने में जलन - बीमारियों से आराम दिलाता है। अदरक किसी Healthy Heart औषधि से कम नहीं है।
पेट दर्द की दवा
लम्बे समय से पेट दर्द की समस्या से अदरक, हींग, नींबू रस मिलाकर पीसकर खाने से छुटकारा मिलता है।
अस्थमा में अदरक
अस्थमा ग्रसित व्यक्ति रोज सुबह शाम अदरक से बनी चाय के सेवन से फायदा मिलता है। अस्थमा होने पर अदरक का इस्तेमाल खाने, दालें, सब्जियों में करने से और भी ज्यादा फयादा होता है।
भूख लगने में सहायक
बड़े व बच्चों को भूख कम लगने पर अदरक, अजवाइन और सैंधी नमक मिलाकर खाने से भूख लगने शुरू हो जाती है।
बालों रखे स्वस्थ
अदरक का रस सप्ताह सिर पर लगाने से रूसी से छुटकारा मिलता है। अदरक बालों की जड़ों को संक्रामण से रोकता है। जिससे बाल झड़ने व टूटने से रोकता है। अदरक बालों के लिए प्राकृतिक औषधि रूप है।
कैंसर में आराम
कैंसर एवं टयूमर मरीज के लिए अदरक सेवन एक औषधि का काम करती है। अदरक एन्टीबायोटिक गुण दवा का काम करते हैं, टयूमर व कैंसर ग्रसित व्यक्ति रोज अदरक चाय आदरक रस व खाने में सेवन से फायदा होता है।
पाचन तंत्र दुरूस्त रखे अदरक
अदरक नित्य चाय, सब्जी, व्यजंन, पकवान रूप में किंचन में जरूर इस्तेमाल करें। अदरक गैस, एसिडिटी, कब्ज, पाचन क्रिया दुरूस्त रखने में खास सहायक है।
माइग्रेन सरदर्द में अदरक
माइग्रेन सरदर्द होने पर ताजी अदरक चाय में और अदरक शहद सेवन करें। अदरक माइग्रेन सरदर्द में ब्रेन तंतुकाओं को स्वस्थ सुचारू करने में सहायक है। अदरक एक तरह से नेचुरल पेन किलर भी है।
साइनस में अदरक सौंठ लेप
साइनस समस्या में अदरक शहद को हल्का गुनगुना कर माथे स्कल्प पर मालिश और लेप करना फायदेमंद है।
सौन्दर्य निखार में अदरक
चेहरे त्वचा से झुर्रियों मिटाने में अदरक रस लगाना फायदेमंद है। अदरक त्वचा के मृत रोम छिद्र को दोबारा सक्रीय करता है। अदरक त्वचा से दाग, धब्बे और झुर्रियां हटाने में सहायक है।
अदरक सेवन में सावधानियां
अदरक प्राकृतिक आर्युवेदिक औषिधि / अदरक के फायदे और नुकसान / Ginger Natural Remedy / Adrak ke Fayde aur Nuksan

- अदरक में प्राकृतिक रूप से एंटीबायोटिक, एंटीसेप्टिक, एंटीबैक्टीरियल, एंटीइन्फ्लैमैन्ट्री, एंटीसिस, कफ सप्रेसेन्ट, एंटी फंगल गुण मौजूद हैं। जोकि शरीर स्वस्थ निरोग रखने में सहायक है।
- अदरक कई तरह के रोगों को ठीक करने, रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सक्षम है। अदरक किसी औषधि से कम नहीं। अदरक को प्राकृतिक आर्युवेदिक औषिधि भी कहा जाता है।
- अदरक सेवन शरीर को विभिन्न प्रकार के बीमारियों व संक्रामण से बचाने में सक्षम है। अदरक के गुणों के बारे में विस्तार निम्न प्रकार से है।
जुकाम होने पर अदरक एक रामबाण दवा है, अदरक को बारीक कूट कर उसमें एक चम्मच शहद अच्छी तरह मिलाक कर खाने से जुकाम 24 घण्टे में ठीक हो जाता है। सर्दियों में अदरक की चाय पीनी चाहिए इससे जुकाम होने की सम्भावना ना के बराबर रहती है। अदरक में एन्टीबायोटिक गुण है, जोकि संक्रामण व वायरल होने से बचाता है। गले की खर्राश, गला बैठने पर अदरक, काली मिर्च, मुलहठी काढ़ा शहद के साथ पीना फायदेमंद है।
थकान, वायरल, संक्रामण मिटाये अदरक चाय
थकावट महसूस करने पर अदरक से बनी चाय दिमाग को तरोताजा व थकान मिटा देती है। रोज अदरक चाय पीने से वायरल, संक्रामण आसानी से शरीर में प्रवेश नहीं कर पाते।
वजन मोटापा नियंत्रक अदरक पेय
अदरक रस और नींबू रस वजन मोटापा तेजी से घटाने में सहायक औषधि रूप है। शरीर में मौजूद मेटाबालिज्म को नियत्रण करता है। मेटाबालिज्म की गड़बडी से व्यक्ति मोटा व पतला होता है। अदरक मेटाबालिज्म संतुलन करने और शरीर को अन्दर से भी मजबूती प्रदान करता है।
अदरक दिल के रोगों में एक दवा
अदरक में अमीनो एसिड तत्व पाया जाता है जोकि शरीर के रक्त संचार को नियत्रण करने में सक्षम है। दिल के दौरे पड़ने से रोकने में सहायक व कोलेस्ट्रॉल को नियत्रण में रखता है। अदरक सेवन सीने में जलन - बीमारियों से आराम दिलाता है। अदरक किसी Healthy Heart औषधि से कम नहीं है।
पेट दर्द की दवा
लम्बे समय से पेट दर्द की समस्या से अदरक, हींग, नींबू रस मिलाकर पीसकर खाने से छुटकारा मिलता है।
अस्थमा में अदरक
अस्थमा ग्रसित व्यक्ति रोज सुबह शाम अदरक से बनी चाय के सेवन से फायदा मिलता है। अस्थमा होने पर अदरक का इस्तेमाल खाने, दालें, सब्जियों में करने से और भी ज्यादा फयादा होता है।
भूख लगने में सहायक
बड़े व बच्चों को भूख कम लगने पर अदरक, अजवाइन और सैंधी नमक मिलाकर खाने से भूख लगने शुरू हो जाती है।
बालों रखे स्वस्थ
अदरक का रस सप्ताह सिर पर लगाने से रूसी से छुटकारा मिलता है। अदरक बालों की जड़ों को संक्रामण से रोकता है। जिससे बाल झड़ने व टूटने से रोकता है। अदरक बालों के लिए प्राकृतिक औषधि रूप है।
कैंसर में आराम
कैंसर एवं टयूमर मरीज के लिए अदरक सेवन एक औषधि का काम करती है। अदरक एन्टीबायोटिक गुण दवा का काम करते हैं, टयूमर व कैंसर ग्रसित व्यक्ति रोज अदरक चाय आदरक रस व खाने में सेवन से फायदा होता है।
पाचन तंत्र दुरूस्त रखे अदरक
अदरक नित्य चाय, सब्जी, व्यजंन, पकवान रूप में किंचन में जरूर इस्तेमाल करें। अदरक गैस, एसिडिटी, कब्ज, पाचन क्रिया दुरूस्त रखने में खास सहायक है।
माइग्रेन सरदर्द में अदरक
माइग्रेन सरदर्द होने पर ताजी अदरक चाय में और अदरक शहद सेवन करें। अदरक माइग्रेन सरदर्द में ब्रेन तंतुकाओं को स्वस्थ सुचारू करने में सहायक है। अदरक एक तरह से नेचुरल पेन किलर भी है।
साइनस में अदरक सौंठ लेप
साइनस समस्या में अदरक शहद को हल्का गुनगुना कर माथे स्कल्प पर मालिश और लेप करना फायदेमंद है।
सौन्दर्य निखार में अदरक
चेहरे त्वचा से झुर्रियों मिटाने में अदरक रस लगाना फायदेमंद है। अदरक त्वचा के मृत रोम छिद्र को दोबारा सक्रीय करता है। अदरक त्वचा से दाग, धब्बे और झुर्रियां हटाने में सहायक है।
अदरक सेवन में सावधानियां
- डायबिटीज में शर्करा लेवन बढ़ने पर अदरक सेवन बंद कर दें। अदरक डायबिटीज दवाईयों के असर को तीब्र कर सकता है।
- ज्यादा अदरक सेवन से पेट खराब, उल्टी, सरदर्द की समस्या हो सकती है।
- खुजली, एलर्जी में अदरक सीमित मात्रा में सेवन करें। कई बार खुजली एलर्जी को बढ़ा सकती है।
- ब्लड क्लाॅटिंग, ब्रेन स्ट्राॅक बीमारियों में अदरक सेवन एक्सपर्ट के सुझाव से लें।
- अदरक निरंतर चाय, रसोई में ही इस्तेमाल करें। एक साथ अदरक रस, अचार, तेल इस्तेमाल करने से बचें।
- अदरक एक अचूक औषधि रूप है। अदरक सीमित मात्रा में इस्तेमाल करें। अधिक अदरक सेवन से विभिन्न दुष्प्ररिणाम हो सकते हैं।