शिलाजीत अकसर पहाड़ी हिस्सों में पाई जाने वाली प्राकृतिक औषधि है। शिलाजीत का रंग हल्का सफेद भूरा छोडा गहरा काला, चिपचिपा लगने जैसा राल पदार्थ है। शिलाजीत में 80 प्रकार के महत्वपूर्ण खनिज तत्व पाये जाते हैं जोकि शरीर को स्वस्थ व ऊर्जावान, स्पूर्ति बनाने में अहम गुणकारी है।
शिलाजीत एक प्राकृतिक रिच टोनिक के साथ-साथ एन्टीबायोटिग, एन्टीऐजिंग जैसे खास महत्वपूर्ण 70 गुण पाये जाते हैं और 64 प्रतिशत रेशो में प्राटीन, विटामिनस, मिनरलस औषधीय तत्व पाये जाते हैं, जोकि एक उत्तम माध्यम है। शिलाजीत पाउडर नपुंसकता, शीघ्रपतन, शुक्राणुओ की गड़बड़ी, बाझपन, कमजोरी, दुर्बलता शीघ्र दूर करने में सहायक सिद्व है, साथ में शिलाजीत से मिर्गी, श्वास, बवासीर, पथरी, गठिया सूजन, पेट की समस्त बीमारियों में अमृत का काम करती है।
शिलाजीत के औषधीय गुण फायदे और नुकसान / Shilajit Benefits in Hindi / Shilajit ke Fayde aur Nuksan

स्मरण शक्ति बढाये
शिलाजीत दिमाग की याददास्त शक्ति प्रदान करने में सहायक है, तनाव, नर्वस, थकान महसूस करने पर एक गिला ठंडे दूध व फल रस के साथ शिलाजीत को घोलकर पीने से तुरन्त आराम मिलता है। शिलाजीत शरीर को अन्दर मजबूत व स्पूर्ति प्रदान करता है।
पुरूष यौन शक्तिवर्धक
शिलाजीत यौन शक्ति कामेच्छा बढाने में किसी अमृत से कम नहीं। शिलाजीत नंपुसकता, शीघ्रपतन, स्वप्न दोष, लिंग समस्याओं से छुटकारा दिलाने में सहायक है। शिलाजीत से कई प्रकार की औषधियां बनाई जाती है।
शरीर सूजन हड्डियों का दर्द मिटाये
शिलाजीत के सेवन से गठिया रोग में बड़ा आराम मिलता है, शरीर के सूजने पर, व हड्डियों के दर्द, जोड़ो के दर्द ठीक करने में शिलाजीत सक्षम है।
ऊर्जा स्रोत
शिलाजीत सेवन से शरीर ऊर्जावान व चुस्त फुर्तीला बना रहता है।, शिलाजीत का सेवन स्वस्थ व्यक्ति भी आराम से कर सकता है। शिलाजीत शरीर को और ज्यादा बजबूत व शक्तिशाली बनाने में अहम भूमिका अदा करता है। शिलाजीत विटामिनस एवं मिनरलस का भरपूर भण्डार है।
डायबिटीज दूर करे
शिलाजीत का सेवन शुकर मरीज के लिए फयदेमंद है। रोज सुबह शिलाजीत का सेवन करने से शुकर नियंत्रण में रहता है। और धीरे-धीरे शुगर लेवन ना के बराबर हो जाता है। और शुगर के घातक टाॅक्सिंस को दूर करता है।
शिलाजीत रक्त बढ़ाये व रखे स्वस्थ
शरीर में रक्त की कमी होने पर 15 ग्राम शिलाजीत को एक गिलास अनार जूस के साथ रोज खाली पेट सेवन करने से शरीर में रक्त की पूर्ति 45 दिनों के अन्दर हो जाती है। साथ में शिलाजीत दिल की बीमारी, कफ, पेट रोग, चर्म रोग, श्वास, बवासीर, मिर्गी, एनिमया, अल्सर, अल्जाइमर, पीलिया जैसे रोगों में फायदेमंद है।
विवाहिक जीवन में लाये खुशहाली
विवाहिक जीवन के लिए शिलाजीत एक बड़ा ऊर्जावान व शक्तिवर्धक औषधि है। यौन अवस्था में तरह - तरह के योन ग्रस्त रोगों जैसे स्वप्न दोष, शीघ्र पतन, वाझपन दूर करने में, थकान, आदि में अमृत दवा है। शिलाजीत दूध के साथ घोल कर सेवन करना किसी रामबाण दवा से कम नहीं है।
शिलाजीत सेवन में सावधानियां
- शिलाजीत का सेवन दूध, व फलों के रस रस के साथ अच्छे से धोल कर करें। बहुत से लोग शिलाजीत का सेवन विना तरल पदार्थ लिये भी कर जाते हैं, बिना तरल पदार्थ के शिलाजीत का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
- शिलाजीत का सेवन करने वाले पुरूष, महिला को बीयर, शराब, तम्बाकू, सिगरेट, गुटका इत्यादि नशीले चीजों से दूर रहना अति आवश्यक है। शिलाजीत के सेवन के साथ-साथ नशीले पदार्थो के सेवन नुकसानदायक है।
- शिलाजीत का सेवन सुबह व रात के समय करें। सुबह शिलाजीत के सेवन के 1 घण्टे बाद कुछ खाये पीये तो ज्यादा असर होता है। शिलाजीत भोजन से पहले लेना ज्यादा फायदेमंद है।
- स्वस्थ व्यक्ति शिलाजीत सप्ताह में 2-3 दिन ही करें या कभी कभी करें। लगातार न करें।
- शिलाजीत का सेवन तुरन्त धूप में आने पर ना करें, गर्म तरल पदार्थ के साथ न करें, सीधे चबाकर न करें। शिलाजीत सेवन दूध, शहद व फलों के रस के साथ ही करें।
- शिलाजीत का एक छोटा से टुक्कड़ा ही ले, लगभग 10 से 15 ग्राम। कई लोग शिलाजीत का सेवन जल्दी फायदे के लिए ज्यादा मात्रा में करते हैं, जोकि नुकसानदायक है। शिलाजीत एक जानी मानी अजमाई प्राकृति औषधि है।
- शिलाजीत का सेवन आयु और शारीरिक कमजोरी के अनुसार चिकित्सक से सलाह सुझाव के बाद करें।
- यूरकि एसिड़ मरीज के लिए शिलाजीत सेवन मना है।
- गर्भावस्था के दौरान शिलाजीत सेवन से परहेज करें।
- शिलाजीत ज्यादा सेवन करने से दिल घड़कन तीब्र, एलर्जी, उल्टी, पाचन विकार हो सकते हैं।
- गम्भीर सर्जरी में शिलाजीत वर्जित है।
- छोटे बच्चों के लिए शिलाजीत सेवन मना है।
- शिलाजीत हमेशा सीमित मात्रा में लें। शिलाजीत रक्त संचार तीब्र करता है। अधिक सेवन करने से और दिन में बार बार सेवन करने से कई साईड इफेक्टस हो सकते हैं।