गर्मियां आते ही शरीर में नाना प्रकार के विकार होना शुरू हो जाते हैं, जैसे कि घमोरिया, त्वचा खाज- खुजली, घबराहट, लू लगना, संक्रामण, बुखार, पेटदर्द, नकसीर आना, उल्टी, दस्त लगना पेट खराब होना, जैसी शारीरिक समस्याऐं शुरू हो जाती हैं। गर्मियों में शरीर का सही ठंग से ख्याल रखने के लिए खान पान, धूप, गर्मी, धूल मिट्टी, संक्रामण से शरीर को बचाना आवश्यक हो जाता है।
सुबह उठने से लेकर रात सोते सोते तक दिनचर्या कैसा हो, और क्या खाने पीने में सही है और क्या नहीं। ये सब जरूरी बाते गर्मियों में होने वाली बीमारियों व समस्याओं से बचाने के कुछ खास तरीके हैं। गर्मी मौसम में सावधानियां से रहें, तो शरीर स्वस्थ रहता है और गर्मिंयों का पूरा मजा अराम से आनन्द के साथ बिता सकते हैं।
प्याज गर्मी - लू से बचाये
रात का खाना
गर्मियों में रात का खाना सर्दियों के मुकाबले आधा होना चाहिए। शरीर को पानी पयाप्त मात्रा की जरूरत अकसर गर्मियों में ज्यादा होती है। खाने के 30 मिनट के अन्तराल में पानी पीना फायदेमंद है। कई लोग खाने के साथ साथ पानी पीने के आदत होती है। जोकि भोजन के सम्पूर्ण पोष्टक तत्व शरीर को नहीं मिल पाते और खाते वक्त पानी पीना पाचन के लिए अच्छा नहीं होता। कई बार देखा गया है। गर्मियों में गर्म खाने के साथ व्यक्ति ठंड़ा पानी पीता है जोकि आराम से पेट में गडबडी पैदा कर सकता है। रात को कम खाये और खाने के 20-30 मिनट बाद ही पानी पीयें। सोने से 5 मिनट पहले 1-2 गिलास पानी जरूर पीना चाहिए। इससे नींद भी अच्छी आती है और पाचन तंत्र ठीक दुरूस्त रहता है।
धूप, शरीर के तापमान को समझें
गर्मियों में धूप में घूमने से बचें, ज्यादा देर तक धूप में न रहें, धूप सीधे शरीर के तापमान को प्रभावित करती है। छाता इस्तेमाल जरूर करें। धूप में चेहरे, सिर को सूती कपड़े रूमाल से ढंक कर रखना फायदेमंद है।
अचानक धूप से आकर ए.सी., कूलर के नीचे न बैठें, या फिर फ्रीज का ठंडा पानी तुरन्त न पीयें। तेज धूप से आने पर तुरन्त ठंड राहत सामग्री ना लें। बाहर का तापमान शरीर के तापमान से अलग होता है। ऐ.सी के नीचे बैठने पर त्वचा सम्बन्धित समस्या हो सकती है, धूप से अपने पर तुरन्त ज्यादा ठंडा पानी पीने से जुकाम, इन्फेक्शन, गला पकड़ सकता है। और धूप से आने पर तुरन्त नहाने से बुखार व सर्द-गर्म की समस्या हो सकती है।
गर्मियों में बच्चे बड़े ज्यादा देर तक स्वीमिंग करते हैं, चाहे वह नदी, तालाब, स्वीमिंग-पूल आदि जगहों पर व्यक्ति अपने पंसद स्वीमिंग करता है और साथ-साथ धूप सेकते हैं। सन बास्किंग से तपेदिक बुखार को निमंत्रण करता है। याद रखें अपने आनन्द मजे के चक्कर में बीमार न पड़ जायें। याद रखे शरीर का तापमान बाहर धूप के तापमान से अलग भिन्न होता है। जोकि बदलने पर नुकसान देय है।
गर्मियों में पहनाव
गर्मी लू से बचने के लिए सूती और ढीले कपड़े पहने। तंग टाईट सिंथेटिक कपड़े नहीं पहने चाहिए। गर्मी मौंसम में टाईट तंग सिंथेटिक कपड़े पहनने से त्वचा, शरीर में कई तरह की समस्याऐं होती हैं।
अन-हेल्दी खाना
गर्मी मौंसम में बासी खाना, सख्त खाना, तेज गर्म मसाले, गर्म खाना, ज्यादा चाय काॅफी, ज्यादा खाना, शराब, आदि अनहेल्दी खाने से बचें। सख्त और अनहेन्दी खाना गर्मी मौंसम में समस्याऐं पैदा करने का एक कारण है। अनहेल्दी भोजन करना शरीर के लिए हानिकारक है।
गर्मी मौंसम में अपने खान पान दिनचर्या पर विशेष ध्यान दें, सख्त खाने, तले भुने चीजे, फास्टफूड - जंकफूड खाने, धूप से बचें। ज्यादा से ज्यादा तरल पेय पोष्टिक संतुलित भोजन करें। सुबह शाम सैर करें।
गर्मियों में स्वस्थ रहने के सटीक तरीके / Summer Health Tips in Hindi / Garmiyo me Swasth rahne ke Tarike

पर्याप्त पानी पीना
गर्मी मौंसम में प्र्याप्त मात्रा में खूब पानी पीयें। पर्याप्त पानी शरीर के तापमान को नियंत्रण में रखने में सहायक है। पानी शरीर में गर्मी लू के दुष्प्रभाव नहीं पड़ने देता है। गर्मियों में खूब पानी पीयें और खाना सीमित मात्रा में खायें। ज्यादा खाने से बचें। पर्याप्त पानी पीने से पाचन व त्वचा दोनों स्वस्थ निरोग रहती है।
स्वास्थ्यवर्धक नींबू पानी
गर्मियों में सुबह उठकर 1 गिलास नींबू पानी रोज पीयें। जोकि सारे दिन तरोताजा रखने में मदद् करता है। और आने वाले संक्रामण वायरल से शरीर को बचाता है। नींबू एन्टीबायोटिक है। जोकि गर्मियों में दवा का काम भी करता है। नींबू पानी पेट साफ रखने में सक्षम है। चाय काॅफी कम मात्रा में सेवन करें। अकसर चाय काॅफी गर्मियों में गैस ऐसिडिटी पाचन में गड़बड पैदा कर सकती है।
शीतल पेय
नींबू पानी, जलजीरा, पुदीना पानी, फल रस, फलों का सेक शेक, तरबूज, खरबूजा, ककड़ी, खीरा और स्वास्थ्यवर्धक शीतल पदार्थ गर्मी लू से शरीर को बचाने में सहायक है।
गर्मी मौंसम में प्र्याप्त मात्रा में खूब पानी पीयें। पर्याप्त पानी शरीर के तापमान को नियंत्रण में रखने में सहायक है। पानी शरीर में गर्मी लू के दुष्प्रभाव नहीं पड़ने देता है। गर्मियों में खूब पानी पीयें और खाना सीमित मात्रा में खायें। ज्यादा खाने से बचें। पर्याप्त पानी पीने से पाचन व त्वचा दोनों स्वस्थ निरोग रहती है।
स्वास्थ्यवर्धक नींबू पानी
गर्मियों में सुबह उठकर 1 गिलास नींबू पानी रोज पीयें। जोकि सारे दिन तरोताजा रखने में मदद् करता है। और आने वाले संक्रामण वायरल से शरीर को बचाता है। नींबू एन्टीबायोटिक है। जोकि गर्मियों में दवा का काम भी करता है। नींबू पानी पेट साफ रखने में सक्षम है। चाय काॅफी कम मात्रा में सेवन करें। अकसर चाय काॅफी गर्मियों में गैस ऐसिडिटी पाचन में गड़बड पैदा कर सकती है।
शीतल पेय
नींबू पानी, जलजीरा, पुदीना पानी, फल रस, फलों का सेक शेक, तरबूज, खरबूजा, ककड़ी, खीरा और स्वास्थ्यवर्धक शीतल पदार्थ गर्मी लू से शरीर को बचाने में सहायक है।
प्याज गर्मी - लू से बचाये
रोज खूब प्याज सलाद रूप में खायें। प्याज शरीर को गर्मी लू से बचाने में सहायक है। प्राचनीकाल से ही गर्मियों में यात्रा के दौरा लोग प्याज साथ में ले कर जाते थे। प्याज खाने से प्यास बुझती है। और साथ में गर्मी लू का प्रकोप नहीं के बराबर रहता है। गर्मी मौसम में प्याज सेवन अवश्य करना चाहिए।
व्यायाम योगा
रोज सुबह शाम 20-25 मिनट योगा, व्यायाम, सैर जरूर करें। गर्मियों में योगा, व्यायाम, सैर शरीर के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है। जो लोग वजन कम करना चाहते हैं या मोटापा से परेशान हैं, उन के लिए गर्मियों में व्यायाम बहुत लाभदायक है। थोड़ी से एक्ससाईज से शरीर में नियत्रण से ज्यादा बनी चर्बी व मोटी त्वचा मेल्ट पिघलती जल्दी है। व्यायाम हर व्यक्ति के उतना जरूरी है जितना जरूरी अन्य दैनिक कार्य। रस्सीकूद, शितली, श्वासन, शीतकरी, चन्द्रभेद, अनुलोम विलोम प्राणायाम शरीर को शीतलता और स्वस्थ रखने में सहायक है।
सुबह नाश्ता
सुबह नाश्ता लाइट हल्का ले, पराठे, आलू पकवाल, तले पकवानों से दूरी बनायें रखें। ज्यादा तेल वाला व सख्त खाने से बचें। हल्के नाश्ते के साथ फल, सलाद, दूध, तरल पदार्थों का सेवन करें। गर्मिंयों में सबसे ज्यादा शरीर को पानी की जरूरत होती है।
दिन का खाना
गर्मियों में दोपहर को सर्दियों के मुकाबले कम व नियत्रण में खाना ज्यादा फायदेमंद हैं। संतुलित व पौष्टिक भोजन ही ग्रहण करें। ज्यादा मसालेदार, फास्ट फूड, जंकफूड, बाजार के पेय पदार्थों से दूरी बनाना अच्छा है। अकसर देखा गया है, कार्यालय में काम करने वाले व्यक्ति, विद्यार्थी, माॅल वर्कस आदि फास्ट फूड जंक फूड खाना ज्यादा पसंद करते हैं। गर्मियों में पाचन तंत्र उतना सक्रीय नहीं होता जितना कि सर्दियों में। जंकफूड एवं फास्ट फूड पूर्ण रूप से नहीं पच पाता जोकि पेट में गैस, पेट भारी होना, भूख रूटीन को प्रभावित करता है। फलों जूस, सलाद गर्मियों में स्वस्थ रहने में सक्षम है।
व्यायाम योगा
रोज सुबह शाम 20-25 मिनट योगा, व्यायाम, सैर जरूर करें। गर्मियों में योगा, व्यायाम, सैर शरीर के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है। जो लोग वजन कम करना चाहते हैं या मोटापा से परेशान हैं, उन के लिए गर्मियों में व्यायाम बहुत लाभदायक है। थोड़ी से एक्ससाईज से शरीर में नियत्रण से ज्यादा बनी चर्बी व मोटी त्वचा मेल्ट पिघलती जल्दी है। व्यायाम हर व्यक्ति के उतना जरूरी है जितना जरूरी अन्य दैनिक कार्य। रस्सीकूद, शितली, श्वासन, शीतकरी, चन्द्रभेद, अनुलोम विलोम प्राणायाम शरीर को शीतलता और स्वस्थ रखने में सहायक है।
सुबह नाश्ता
सुबह नाश्ता लाइट हल्का ले, पराठे, आलू पकवाल, तले पकवानों से दूरी बनायें रखें। ज्यादा तेल वाला व सख्त खाने से बचें। हल्के नाश्ते के साथ फल, सलाद, दूध, तरल पदार्थों का सेवन करें। गर्मिंयों में सबसे ज्यादा शरीर को पानी की जरूरत होती है।
दिन का खाना
गर्मियों में दोपहर को सर्दियों के मुकाबले कम व नियत्रण में खाना ज्यादा फायदेमंद हैं। संतुलित व पौष्टिक भोजन ही ग्रहण करें। ज्यादा मसालेदार, फास्ट फूड, जंकफूड, बाजार के पेय पदार्थों से दूरी बनाना अच्छा है। अकसर देखा गया है, कार्यालय में काम करने वाले व्यक्ति, विद्यार्थी, माॅल वर्कस आदि फास्ट फूड जंक फूड खाना ज्यादा पसंद करते हैं। गर्मियों में पाचन तंत्र उतना सक्रीय नहीं होता जितना कि सर्दियों में। जंकफूड एवं फास्ट फूड पूर्ण रूप से नहीं पच पाता जोकि पेट में गैस, पेट भारी होना, भूख रूटीन को प्रभावित करता है। फलों जूस, सलाद गर्मियों में स्वस्थ रहने में सक्षम है।
रात का खाना
गर्मियों में रात का खाना सर्दियों के मुकाबले आधा होना चाहिए। शरीर को पानी पयाप्त मात्रा की जरूरत अकसर गर्मियों में ज्यादा होती है। खाने के 30 मिनट के अन्तराल में पानी पीना फायदेमंद है। कई लोग खाने के साथ साथ पानी पीने के आदत होती है। जोकि भोजन के सम्पूर्ण पोष्टक तत्व शरीर को नहीं मिल पाते और खाते वक्त पानी पीना पाचन के लिए अच्छा नहीं होता। कई बार देखा गया है। गर्मियों में गर्म खाने के साथ व्यक्ति ठंड़ा पानी पीता है जोकि आराम से पेट में गडबडी पैदा कर सकता है। रात को कम खाये और खाने के 20-30 मिनट बाद ही पानी पीयें। सोने से 5 मिनट पहले 1-2 गिलास पानी जरूर पीना चाहिए। इससे नींद भी अच्छी आती है और पाचन तंत्र ठीक दुरूस्त रहता है।
धूप, शरीर के तापमान को समझें
गर्मियों में धूप में घूमने से बचें, ज्यादा देर तक धूप में न रहें, धूप सीधे शरीर के तापमान को प्रभावित करती है। छाता इस्तेमाल जरूर करें। धूप में चेहरे, सिर को सूती कपड़े रूमाल से ढंक कर रखना फायदेमंद है।
अचानक धूप से आकर ए.सी., कूलर के नीचे न बैठें, या फिर फ्रीज का ठंडा पानी तुरन्त न पीयें। तेज धूप से आने पर तुरन्त ठंड राहत सामग्री ना लें। बाहर का तापमान शरीर के तापमान से अलग होता है। ऐ.सी के नीचे बैठने पर त्वचा सम्बन्धित समस्या हो सकती है, धूप से अपने पर तुरन्त ज्यादा ठंडा पानी पीने से जुकाम, इन्फेक्शन, गला पकड़ सकता है। और धूप से आने पर तुरन्त नहाने से बुखार व सर्द-गर्म की समस्या हो सकती है।
गर्मियों में बच्चे बड़े ज्यादा देर तक स्वीमिंग करते हैं, चाहे वह नदी, तालाब, स्वीमिंग-पूल आदि जगहों पर व्यक्ति अपने पंसद स्वीमिंग करता है और साथ-साथ धूप सेकते हैं। सन बास्किंग से तपेदिक बुखार को निमंत्रण करता है। याद रखें अपने आनन्द मजे के चक्कर में बीमार न पड़ जायें। याद रखे शरीर का तापमान बाहर धूप के तापमान से अलग भिन्न होता है। जोकि बदलने पर नुकसान देय है।
गर्मियों में पहनाव
गर्मी लू से बचने के लिए सूती और ढीले कपड़े पहने। तंग टाईट सिंथेटिक कपड़े नहीं पहने चाहिए। गर्मी मौंसम में टाईट तंग सिंथेटिक कपड़े पहनने से त्वचा, शरीर में कई तरह की समस्याऐं होती हैं।
अन-हेल्दी खाना
गर्मी मौंसम में बासी खाना, सख्त खाना, तेज गर्म मसाले, गर्म खाना, ज्यादा चाय काॅफी, ज्यादा खाना, शराब, आदि अनहेल्दी खाने से बचें। सख्त और अनहेन्दी खाना गर्मी मौंसम में समस्याऐं पैदा करने का एक कारण है। अनहेल्दी भोजन करना शरीर के लिए हानिकारक है।
गर्मी मौंसम में अपने खान पान दिनचर्या पर विशेष ध्यान दें, सख्त खाने, तले भुने चीजे, फास्टफूड - जंकफूड खाने, धूप से बचें। ज्यादा से ज्यादा तरल पेय पोष्टिक संतुलित भोजन करें। सुबह शाम सैर करें।