दांत कुदरती चक्की मानी जाती है। दांतों का विशेष ध्यान रखना जरूरी है। दांतों में प्राकृतिक रूप से मजबूत, रोगमुक्त, चमकदार बनाये रखने में आर्युवेदिक मंजन, पेस्ट सक्षम है। प्राचीन काल से वैद्य - ऋषि कई तरह के दंत मंजन तैयार करते थे, जोकि आज के कैमिक्लयुक्त विख्यात टूथपेस्ट व मंजन नामी कंपनियों से सैकड़ो गुना सुरक्षित, उत्तम, असरदार कारगर थी।
प्राचीन वैदिक लोग नींम, बबूल, लौंग, गंजला, बादाम, कड़ीपत्ती, आंवला, अखरोट, रीठा आदि के पत्तों - ड़ठल - टहनी से बने आर्युवेदिक मंजनों से दांतो को रोगमुक्त, मजबूत, चमकदार, सदाबहार लम्बी आयु तक सुरक्षित रखने में सक्षम थे।
परन्तु आज विश्व में सबसे ज्यादा दांतों की समस्या पाई जाती है। हर तीसरे व्यक्ति को दांतों की अलग-अलग तरह की समस्या है। अकसर दांतों की समस्या कई कारणों से पैदा हो जाती है। सुन्दर दांत चहरे की मुस्कुराहट पर चार चांद लगा देते हैं और स्वस्थ दातों का होना यानि कि लम्बी आयु तक पाचन व पौषक भोजन से शरीर को शक्ति प्रदान करने में दांत अहम भूमिका हैं।
दांतों का घरेलू व आर्युवेदिक मंजन बनाने की विधि खास है। जिससे दांत हमेशा स्वस्थ, मजबूत, रोगमुक्त व चमकदार बने रहें।
मजबूत रोगमुक्त चमकदार दांतों का दंत मंजन / आर्युवेदिक दंत मंजन Tooth Powder Dant Manjan / Ayurvedic Dant Manjan
हल्दी व नींम पत्तों का पाउडर
कच्ची हल्दी और नींम के हरे पत्तों को सुखा बारीक पाउडर तैयार कर लें। हल्दी व नींम पत्तों का पाउडर कांच की शीशी में रख लें। सप्ताह में 2-3 बार नींम व हल्दी पाउडर का टूथपेस्ट करने से दांतों की जड़ मजबूत व मसूड़ों का दर्द व दांतों के कई लाईलाज घातक बीमारियों से छुटकारा आसानी से मिल जाता है। स्वस्थ, मजबूत व रोगमुक्त दांतों के लिए सप्ताह में 1 बार हल्दी नींम पत्तों से बने पाउडर से मंजन जरूर करें। इससे दांतों पर काई रोग नहीं लगता और अगर दांतों से सम्बन्धित समस्या है तो उपरोक्त पाउडर से मंजन करने से जल्दी ही ठीक हो जाती है।
लौंग, नींबू, बबूल दांतून
लौंग को पीसकर कांच बोतल में सुरक्षित रख लें। सप्ताह में 2-3 बार पिसी लौंग में नींबू मिलाकर बबूल से दांतुन करें। दांतों पर कीड़ा लगने से रोकने और दांतों के दर्द से आराम दिलाने में लौंग, नींबू, बबूल दांतुन करना फायदेमंद है। दांतों की नेचुरली चमक, मजबूती और रोगमुक्त रखने में प्राकृतिक लौंग, नींबू, बबूल मंजन खास माना जाता है।
अदरक सोंठ, बहेडा, दालचीनी और काली मिर्च
अदरक को धूप में सुखाकर पीसकर पाउडर तैयार कर लें। अदरक सोंठ में काली मिर्च, दालचीनी, बहेड़ा, इलायची, तेजपत्र मिलाकर बारीक पीस लें। फिर सभी को बराबर मात्रा में मिलाकर पाउडर कांच की शीशी में रख लें। दांतों की समस्या से छुटकारा पाने के लिए बने मिश्रण से रोज मंजन करें। इससे तुरन्त दांतों के विकारों से छुटकारा मिलता है। और मुंह से दुर्गन्ध मिटाने में भी सक्षम है।
सरसों तेल, अजवायन, लहसुन और सेंधा नमक
सरसों तेल, अजवायन, लहसुन और सेंधा नमक सभी को बराबर मात्रा में अलग अलग पीसकर पाउडर तैयार कर लें। सभी को बराबर मात्रा में मिलाकर कांच के बर्तन में रख लें। रोज सुबह मंजन करने से दांतों की समस्या से तुरन्त छुटकारा मिलता है।
मसूर दाल मंजन
दांतों की चमक के लिए मसूर की दाल उत्तम माध्यम है। मसूर की दाल को औखली में पीसकर पाउडर बना लें। दांतों पर पीलापन जमने व दांत पीले पड़ने पर मसूर की दाल का मजन पीलापन आसानी से हटाने में सक्षम है। दिन में 2-3 बार मसूर की दाल पाउडर से मजन करने से फायदा जल्दी होता है।
बादाम छिलका मंजन
बादाम खाना शरीर के लिए उत्तम है ही। परन्तु बादाम के छिलके भी दांतों को रोगमुक्त, चमकदार व मजबूत बनाये रखने में अति सक्षम हैं। बादाम के छिलके, अजवाइन, सेंधा नमक, माजूफल। सभी को बारीक पीसकर कांच की शीशी में रख लें। रोज प्रातकाल बने मिश्रण से मंजन करने से दांतों से समस्त विकारों से छुटकारा असानी से पाया जा सकता है।
तेजपत्ता, हल्दी और नींबू मंजन
तेजपत्ता व हल्दी को बारीक पीसकर पाउडर तैयार कर कांच की शीशी में रख लें। राज सुबह तेजपत्ता हल्दी पाउडर में नींबू की 4-5 बूदें मिलाकर मंजन करने से दांतों व मसूंड़ों की समस्या से छुटकारा मिलता है। बना मिश्रण दातों को समय से पहले टूटने पीला, कमजोर होने से बचाता है।
सेंधा नमक, नींम पत्ता, लकड़ी कोयला
सेंधानमक, सूखे नींम पत्तें, लकड़ी कोयला तीनों को बारीक पीसकर मंजन कांच की शीशी में रख लें। रोज सुबह मंजन करने से दांत मजूबत, स्वस्थ व चमकदार बने रहते हैं।
नींबू और बैकिंग सोडा पाउडर
बैकिंग सोडा पाउडर में नींबू रस मिलाकर दांतुन करने से दांतों से पीलापन हटाने का अच्छा घरेलू तरीका है।