शरीर का बढ़ा वजन और मोटापा घटाने के लिए डाईटिंग करना एक अच्छा तरीका है। परन्तु अकसर डाईटिंग के दौरान शरीर कमजोर और पूर्ण मात्रा में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। और शरीर कमजोर रोगग्रस्त हो सकता है। ऐसे में चाहिए कि शरीर को डाईटिंग के समय सही तरह से सन्तुलित आहार प्रणाली व खाने पीने के तौर तरीके समय प्लान कैसे करें। डाईटिंग के खास व महत्वपूर्ण टिप्स युक्तियां हैं। जिससे व्यक्ति डाईटिंग के दौरान स्वस्थ रहे और आसानी से मोटापा वजन पर नियंत्रण पा सके।

डाईटिंग में शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सन्तुलित पोष्टिक आहार लें। फल, जूस, हरी सब्जियां, नींबू पानी, लहसुन, अदरक चूर्ण, हींग, सलाद आदि फैट - फ्री आहार प्रणाली बनायें, शरीर को स्वस्थ व रोगमुक्त रखें।
वजन घटाने के आहार युक्तियाँ / Weight Loss Diet Tips in Hindi / Vajan ghatane ke Aahar Youktiyan

ब्रेकफास्ट-लंच-डिनर टाईम टेवल
डाईटिंग के साथ साथ नास्ते, दोपहर का खाने, रात का खाने का एक समय तालिका बनाने से मोटापा वजन कम करने में सहायक है। खाने का एक समय बना लें। रोज ठीक उसी समय पर खायें। समय सीमा पर खाने से पाचन क्रिया सही रहती है। पाचन काफी हद तक मोटापा व पैट की समस्याओं के लिए जिम्मेदार है।खाने का सही तरीका
कई लोग खाते समय गप्पे लगाना, टीवी देखना, अखबार पढ़ना, फोन पर बाते करना, झुक कर खाना, टेड़ा होकर खाना आदि बुरी आदतें शामिल होती है। जोकि सेहत के लिए फायदेमंद नहीं है। खाते समय बाते व अन्य प्रकार से किसी और क्रिया में व्यस्त न रहें। केवल खाने पर ध्यान दें एवं सही तरीके से खाये।खाना चबाने की क्रिया
खाते समय आराम से धीरे धीरे खायें, खाने को बारीक चबा चबा कर खायें। बारीक चबा कर खाने से खाने में पूर्ण रूप से लार में घुलकर पाचन में सहायक होता है। और ज्यादा पोषक तत्व विटामिन मिनरलस शरीर को मिलते हैं। कई लोग समय की कमी के कारण खाना तेजी व जल्दी जल्दी खाते हैं। जल्दी खाया गया खाना न तो सही ठंग से पचता है और ना ही खाने के सम्पूर्ण विटामिनस, मिनरलस पोषक तत्व शरीर का मिल पाते।छोटी थाली व प्लेट
डाईटिंग के दौरान ज्यादा खाने पर नियंत्रण पाने के लिए छोटी थाली प्लेट का इस्तेमाल करें। छोटी में खाने से व्यक्ति को खुद महसूस होता है कि खाना वकाई पहले ज्यादा मात्रा में खाया जाता था।भूख पर नियंत्रण
कई बार व्यक्ति भूख कम लगने पर खाना खा लेते हैं। या फिर बाजार घूमने फिरने पर जंक फूड फास्ट फूड इत्यादि खा लेते हैं। डाईटिंग में बाहर के हर तरह के खाने पर संयम बरते, बाहर के खाने से बचें।कम फैट वाला आहार
डाईटिंग के दौराना फैट वाले आहार से दूर रहने पर ज्यादा फायदा होता है, जैसे कि आलू, चावल, परांठें, तली भुनी चीजें को खाने से बचने पर डाईटिंग में ज्यादा फयदेमंद है।भूख नियंत्रण
ज्यादा खाने से बचने के लिए खाना को 3-4 बार में बांट कर खायें। उदाहरण के तौर पर यदि एक वक्त में व्यक्ति 5 रोटी खाता है। तो उसे 5 रोटी दो वक्त में खाये। खाने को हिस्सों में बांट कर खाने से भूख कम होती है। और डाईटिंग से ज्यादा फायदा होता है।नियमित नास्ता
डाईटिंग के दौरान नाश्ता जरूर लें। नास्ते में फल, दूध, फल जूस लें। डाईटिंग के दौरान संतुलित पौष्टिक आहार लें।पानी पीना
खाने के 30 मिनट पहले पानी पीने से पाचन दुरूस्त रहता है। खाने के 30 मिनट बाद पानी पीना फायदेमंद है। और रात को सोते से पहले पानी जरूर पीये। सही तरीके से पानी पीना पाचन क्रिया को दुरूस्त रखने में सहायक है। डाईटिंग के दौरान गर्म पानी पीना ज्यादा फायदेमंद है।नींबू शहद पानी
रोज सुबह खाली पेट गुन गुने पानी में आधा चम्मच शहद और एक नीबूं रस मिलाकर सेवन करें। नींबू शहद पानी वजन कम करने में सक्षम है। नींबू पानी पीने के 15-20 मिनट बाद लहसुन की 5-6 कलियां सेवन करें। डाईटिंग में ज्यादा फायदेमंद है।लाईट पौष्टिक डिनर
रात्रि का भोजन हमेशा सीममित मात्रा में लें। रात्रि को चावल, आलू, दही, तलीभुनी चीजें नहीं खायें। रात्रि वर्कआउट नहीं के बराबर होता है। हैबी डिनर बाॅडी फैट करता है।फाईबर रेशे फूड
हरी सब्जियों, फल, जूस ज्यादा खायें। फाईवर फूड डाईटिंग में ज्यादा फायेमंद है। लहसुन, नींबू, अदरक, हींग, अजाइन, पोदिना, सलाद में मिक्स कर खायें।डाईटिंग में शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सन्तुलित पोष्टिक आहार लें। फल, जूस, हरी सब्जियां, नींबू पानी, लहसुन, अदरक चूर्ण, हींग, सलाद आदि फैट - फ्री आहार प्रणाली बनायें, शरीर को स्वस्थ व रोगमुक्त रखें।