महिलाओं में बालों के लगातार टूटने झड़ने की समस्या अकसर लगातर बढ़ रही है। आंकड़ों अनुसार आयु के मध्यम पड़ाव तक आते - आते लगभग आधे से भी अधिक बाल टूट झड़ कर सिर में बालों की कमी से काफी खाली सा दिखने लगता है। जिससे बालों की लम्बाई में कमी, बालों का पतला होना, बालों का कमजोर होना पाया गया है। जोकि चिन्ता का विषय है।
बालों का कमजोर दुबला - पतला - नाजुक होना अकसर युवा आयु से ही शुरू हो जाता है। बालों के टूटने झड़ने पता बालों पर कंघी करते समय धीरे-धीरे कंघी में बालों के आने से चलता रहता है। परन्तु अधिकत्तर महिलाऐं ध्यान नहीं देती। बालों में विकार होने के कई कारण हैं, जैसे कि धूल, कण, मिट्टी बालों पर जमना, दूषित वातावरण से, कैमिक्लयुक्त शैम्पू, साबुन, लोशन, बालों का कलर और विज्ञापनों से प्रेरित होकर रसायनिक कैमिक्ल सौन्दर्य प्रसाधनों का इस्तेमाल बालों पर करना शामिल है। और बालों के अचानक टूटने झड़ने के पीछे युवा पीड़ी में हार्मोंस बदलाव लाईफ स्टाईल, खानपान बदलाव एवं आनुवंशिकता के कारण भी होता है। परन्तु शोध में ज्यादात्तर महिलाओं में बालों की समस्या युवा आयु से ही शुरू हो जाती है।
महिला युवा पीड़ी में बालों की समस्या दूषित वातावरण, धूल, मिट्टी, दूषित हवा, गलत जीवन शैली, खानपान से हार्मोंस बदलाव, सौन्दर्य प्रसाधनों के इस्तेमाल के कारण होती है। बालों को घरेलू आर्युवेदिक तरीकों से नेचुरली सुरिक्षत, काला, मुलायम, सन्दर, चमकदार सदाबहार रखा जा सकता है। जानें विस्तार से बालों को सुरक्षित रखने खास अजमायें घरेलू तरीके।

बालों का कमजोर दुबला - पतला - नाजुक होना अकसर युवा आयु से ही शुरू हो जाता है। बालों के टूटने झड़ने पता बालों पर कंघी करते समय धीरे-धीरे कंघी में बालों के आने से चलता रहता है। परन्तु अधिकत्तर महिलाऐं ध्यान नहीं देती। बालों में विकार होने के कई कारण हैं, जैसे कि धूल, कण, मिट्टी बालों पर जमना, दूषित वातावरण से, कैमिक्लयुक्त शैम्पू, साबुन, लोशन, बालों का कलर और विज्ञापनों से प्रेरित होकर रसायनिक कैमिक्ल सौन्दर्य प्रसाधनों का इस्तेमाल बालों पर करना शामिल है। और बालों के अचानक टूटने झड़ने के पीछे युवा पीड़ी में हार्मोंस बदलाव लाईफ स्टाईल, खानपान बदलाव एवं आनुवंशिकता के कारण भी होता है। परन्तु शोध में ज्यादात्तर महिलाओं में बालों की समस्या युवा आयु से ही शुरू हो जाती है।
महिला युवा पीड़ी में बालों की समस्या दूषित वातावरण, धूल, मिट्टी, दूषित हवा, गलत जीवन शैली, खानपान से हार्मोंस बदलाव, सौन्दर्य प्रसाधनों के इस्तेमाल के कारण होती है। बालों को घरेलू आर्युवेदिक तरीकों से नेचुरली सुरिक्षत, काला, मुलायम, सन्दर, चमकदार सदाबहार रखा जा सकता है। जानें विस्तार से बालों को सुरक्षित रखने खास अजमायें घरेलू तरीके।
महिलाओं में बालों के टूटने झड़ने की समस्या एवं उपचार / महिला हेयर लॉस / Women's Hair Loss in Hindi

नींबू रस और प्याज रस
रोज रात को सोत समय बालों पर नींबू रस व प्याज रस मिलाकर लगाने से युवा पीढ़ी में बालों की झड़ने की समस्या से छुटकारा दिलाने में सहायक है।
नारियल तेल आंवले तेल मसाज
रात को सोते समय बालों पर नारियल और आंवला तेल बाराबर मात्रा में मिलाकर बालों पर जड़ से हल्की रगड़ कर मसाज करें। बाल झड़ने की समस्या से तुरन्त छुटकारा दिलाने में सक्षम है।
प्याज रस और ग्रीन टी
सप्ताह में 1-2 बार बालों पर प्याज रस व ग्रीन टी को मिलाकर पेस्ट बालों पर लगाकर लगाने से झड़ते बालों से छुटकारा पाना तुरन्त सम्भव है।
बरगद के पत्तों का दूध और नींबू रस
बालों की झड़ने की शुरूआती स्थिति में बड (बरगद) के पत्तों एवं बरगद के बेलों से निकले ताजे रस को नींबू रस में मिला कर अच्छे से मिलाकर घोलकर लगाने से बाल झड़ने की समस्या से छुटकारा सम्भव है।
हरी नींम पत्ती रस और नींबू रस
नींम पत्तियों और नींबू रस का बालों पर हल्की मसाज व लगाने से बाल झड़ना रूक जाते हैं। लगातार बालों के झड़ने गंजापन से आसानी से बचा जा सकता है।
मेंहदी पाउडर और बादाम तेल लेप
सप्ताह में दो बार बालों पर मेंहदी पाउडर को बादाम तेल में मिलाकर बालों को लेप मसाज करने से झड़ते बालों से तुरन्त आराम मिलता है।
अदरक रस और शहद
झड़ते बालों को रोकने में अदरक रस को एक चम्मच शहद के साथ मिलाकर बालों पर 10 मिनट मसाज करने से तुरन्त फायदा सक्षम है। और बालों से रूसी भी आसानी से हट जाती है।
रीढ़ा और भिमला खास प्राकृतिक शैम्पू
महीने में 2-3 बार रीढ़ा और भिमला तने के छिलकों को बारीक कूट कर बालों को धोयें। रीढ़ा और भिमला तने की छाल एक तरह से सुरक्षित, मजबूत, सुन्दर, मुलायम बालों के लिए शुद्ध नेचुरल शैम्पू है। भिमला, रीढ़ा प्राचीनकालीन प्रसिद्ध शैम्पू है। बालों को सुरक्षित रखने के साथ सिर से जूॅं, जूॅ अण्डे, रूसी मिटाने में सक्षम है।
बालों पर मसाज, लेप के 1 घण्टे बाद बालों को गुनगुने पाने से जरूर धायें। बालों पर लगातार एक ही नुस्खा ना अपनायें, 2-3 दिन छोड़कर बदल - बदल कर इस्तेमल करें, ज्यादा फायदा व शीध्र फायदा सम्भव है। आर्युवेदिक तरीके सुरक्षित होते हैं। सुन्दर, सिल्की, मुलायम मजबूत बालों के लिए कैमिक्ल युक्त हेयर केयर प्रोडक्स इस्तेमाल से बचें। आर्युवेद तरीका उत्तम व कारगर सिद्व है।
रोज रात को सोत समय बालों पर नींबू रस व प्याज रस मिलाकर लगाने से युवा पीढ़ी में बालों की झड़ने की समस्या से छुटकारा दिलाने में सहायक है।
नारियल तेल आंवले तेल मसाज
रात को सोते समय बालों पर नारियल और आंवला तेल बाराबर मात्रा में मिलाकर बालों पर जड़ से हल्की रगड़ कर मसाज करें। बाल झड़ने की समस्या से तुरन्त छुटकारा दिलाने में सक्षम है।
प्याज रस और ग्रीन टी
सप्ताह में 1-2 बार बालों पर प्याज रस व ग्रीन टी को मिलाकर पेस्ट बालों पर लगाकर लगाने से झड़ते बालों से छुटकारा पाना तुरन्त सम्भव है।
बरगद के पत्तों का दूध और नींबू रस
बालों की झड़ने की शुरूआती स्थिति में बड (बरगद) के पत्तों एवं बरगद के बेलों से निकले ताजे रस को नींबू रस में मिला कर अच्छे से मिलाकर घोलकर लगाने से बाल झड़ने की समस्या से छुटकारा सम्भव है।
हरी नींम पत्ती रस और नींबू रस
नींम पत्तियों और नींबू रस का बालों पर हल्की मसाज व लगाने से बाल झड़ना रूक जाते हैं। लगातार बालों के झड़ने गंजापन से आसानी से बचा जा सकता है।
मेंहदी पाउडर और बादाम तेल लेप
सप्ताह में दो बार बालों पर मेंहदी पाउडर को बादाम तेल में मिलाकर बालों को लेप मसाज करने से झड़ते बालों से तुरन्त आराम मिलता है।
अदरक रस और शहद
झड़ते बालों को रोकने में अदरक रस को एक चम्मच शहद के साथ मिलाकर बालों पर 10 मिनट मसाज करने से तुरन्त फायदा सक्षम है। और बालों से रूसी भी आसानी से हट जाती है।
रीढ़ा और भिमला खास प्राकृतिक शैम्पू
महीने में 2-3 बार रीढ़ा और भिमला तने के छिलकों को बारीक कूट कर बालों को धोयें। रीढ़ा और भिमला तने की छाल एक तरह से सुरक्षित, मजबूत, सुन्दर, मुलायम बालों के लिए शुद्ध नेचुरल शैम्पू है। भिमला, रीढ़ा प्राचीनकालीन प्रसिद्ध शैम्पू है। बालों को सुरक्षित रखने के साथ सिर से जूॅं, जूॅ अण्डे, रूसी मिटाने में सक्षम है।
बालों पर मसाज, लेप के 1 घण्टे बाद बालों को गुनगुने पाने से जरूर धायें। बालों पर लगातार एक ही नुस्खा ना अपनायें, 2-3 दिन छोड़कर बदल - बदल कर इस्तेमल करें, ज्यादा फायदा व शीध्र फायदा सम्भव है। आर्युवेदिक तरीके सुरक्षित होते हैं। सुन्दर, सिल्की, मुलायम मजबूत बालों के लिए कैमिक्ल युक्त हेयर केयर प्रोडक्स इस्तेमाल से बचें। आर्युवेद तरीका उत्तम व कारगर सिद्व है।