करेला प्राचीन काल से ही भारत में आर्युवेद से जुड़ा हुआ है। करेला स्वाद में कड़वा जरूर है। परन्तु करेला में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, फास्टफोरस, विटामिन ए, बी, सी, लूटीन, कैरोटीन, बीटाकैरोटीन, आयरन, मैग्नीशियम, मैग्रीशियम, जिंक, फलोवोनवाइन गुण मौजूद हैं। करेला एक तरह से प्राकृतिक एन्टीआक्सीडेन्ट है। जोकि शरीर के लिए रोग प्रतिरोधक प्रदान करते हैं। कई तरह के छोटी बड़ी बीमारियों को ठीक करने में सक्षम है। करेला जूस सेवन और करेला की सब्जी महीने में 3-4 बार जरूर खानी चाहिए। जोकि शरीर में होने वाले विकारों बीमारियों से छुटकारा दिलाने में अहम है। हम आपको करेला सब्जी, भरवा करेला, प्याज करेला, करेला जूस, स्वादिष्ट करेला चटनी, कच्चा करेला, करेला आग में पका भून कर खाने के कई फायदे हैं। करेला एक अचूक औषधि है।


करेला रस और करेला खाने से फायदे / करेला के फायदे / Karela ke Fayde / Bitter Gourd Benefits
- शरीर में गांठ बनने पर, गले में टान्सिस, गिलटी, बनने पर लगातार रोज सुबह शाम कच्चा करेला खाने से समस्या 40-45 दिनों में जड़ से मिटाने में सक्षम है। बड़ी गांठ सम्बन्धित बीमारियों में भी करेला रामबाण दवा है।
- करेला में मौजूद फास्फोरस अस्थमा कफ की समस्या को तुरन्त दूर कर देता है। सुबह कुछ खाने से पहले एक कच्चा करेला खायें, आग में करेला भून कर काला नमक, लौंग, काली मिर्च मिलाकर खाने और एक वक्त करेला की सब्जी खाने से तुरन्त अस्थमा कफ से छुटकारा मिलता है।
- कच्चा करेला रस, लहसुन की 4-5 कलियां और नींबू रस मिलाकर सुबह लगातार खाने से मोटापा घट जाता है। गैस, कब्ज की समस्या से निदान मिल जाता है। मोटापा, वजन घटाने में करेला, नींबू, लहसुन मिश्रण सहायक है।
- भूख कम लगने की बीमारी में करेला की सब्जी, व करेला खाने से भूख तेजी से लगनी शुरू जाती है। और पाचन पहले जैसी स्थिति में आ जाता है। करेला पाचन तत्रं को दुरूस्त रखता है।
- डायबिटीज के पेशेंट के लिए करेला सेवन उत्तम है। करेला डायबिटीज को नियत्रंण में रखता है। लगातार करेला जूस, करेला सब्जी, कच्चा करेला खाने से डायबिटीज ना के बाराबर रह जाती है।
- लकवा होने पर व्यक्ति को रोज सुबह शाम एक कच्चा करला खायें और बाद में 1 गिलास दूध बिना चीनी के। करेला दूध से लकवा नियत्रण और ठीक होने में सक्षम है।
- गठिया रोगी के लिए करेला सेवन अच्छा माध्यम है। करेला खायें और करेला, लहसुन का रस उगलियों पर लगाकर मालिश करें।
- कच्चे करेला को आग में भून, बाहर से हल्का काला होने तक पकायें। फिर ठण्डा होने पर हींग काला नमक के साथ खाने से सर्दी जुकाम तुरन्त ठीक हो जाता है।
- बवासीर होने पर लगातार 30 - 40 दिनों तक 1 गिलास करेला रस और आधा चम्मच चीनी मिलाकर पीने से बवासीर जड़ से खत्म हो जाता है। मिर्च, तीखा, तली भुनी चीजें, शराब, बीयर, तम्बाकू से परहेज करें।
- पेट खराब और दस्त लगने में करेला का रस में काला नमक, पुदीना रस मिलाकर पीने से दस्त रूक जाते हैं। 5 मिनट बाद थोड़ा सा चावल और एक कटोरी दही खाने से दस्त तुरन्त रूक जाते हैं। नमक, मिर्च, मीठा नहीं खायें।
- शरीर में रक्त को पतला, फिल्टर, साफ करने में करेला जूस रामबाण दवा है। जिन लोगों का खून खराब रहता है, लगातार हो रहे फोड़े, फुन्सियां, खुजली आदि से तुरन्त छुटकारा मिलता है।
- गले में गिल्टी टाॅन्सिल होने पर रोज सुबह शाम कच्चा करेला चबाकर खायें। और करेला जूस पीयें। करेला सेवन मात्र 5-7 दिनों में गले की गिल्टी टाॅन्सिल मिटाने में सक्षम है।
- दिल के मरीज के लिए करेला जूस और करेला सब्जी दोनों फायदेमंद हैं। करेला दिल धमनियों को सुचारू रखने में खास सहायक है।
- कैंसर मरीज को नित्य करेला रस और जौं, गेहूं हरे पौंधे का मिश्रण रस सेवन करना फायदेमंद है। कैंसर रक्त साफ करने में करेला, गेहूं रस खास सहायक है।
- पीलिया होने पर नित्य करेला जूस और कच्चा करेला, मूली पत्तियों की सब्जी खाना फायदेमंद है।
- पाचन तंत्र दुरूस्त रखने में करेला सहायक है। पाचन गडबड़ रहने पर करेला जूस पीयें। करेला बीज इस्तेमाल नहीं करें। करेला जूस बनाने के लिए कच्चे करेले इस्तेमाल करें।