काली मिर्च एंटीआक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल, आयरन और मैग्नीज खास तत्वों से भरपूर है। जोकि प्राकृतिक नेचुरल औषधि है। काली मिर्च खाने, सलाद, सब्जी, आदि में पड़ने से जायका ही बदल देती है। खाने में स्वाद के साथ साथ प्राकृतिक स्वास्थवर्धक औषधि है काली मिर्च। काली मिर्च सैकड़ों बीमारियों में खास आयुर्वेदिक औषधि मानी जाती है।
काली मिर्च के फायदे और नुकसान / Kali Mirch ke Fayde aur Nuksan

खांसी कफ की दवा
काली मिर्च पाउडर को किशमिश के साथ सुबह शाम सेवन करने से पुरानी सांसी कफ से निजात दिलाने में सक्षम है।
गला बैठने पर अचूक औषधि
गला बैठने, आवाज खराब, गले में इंफेक्शन पर होने काली मिर्च पाउडर, शहद, अदरक रस मिश्रण सेवन करना फायदेमंद है। और गर्म पानी में नमक डालकर गर्रारा करें।
त्वचा के लिए कालीमिर्च
कालीमिर्च पाउडर दही मिश्रण लेप त्वचा से दाग, सक्रमित मिटाने में सहायक है। कालीमिर्च एंटीफ्लेमेंटरी एवं एंटीसेफ्टिक गुण पाये जाते हैं। कालीमिर्च त्वचा निरोग रखने में सहायक है।
आंखों की रोशनी बढ़ाये
आंखों की रोशनी कम होने पर नित्य शाम सुबह चुटकी भर काली मिर्च एक चम्मच गाय के घी के साथ खाने से आंखों की रोशनी तेज होती है। रतौंधी रोग में काली मिर्च शुद्व घी का सेवन रामबाण दवा है।
सर्दी-जुकाम वायरल शीध्र दूर करे
काली मिर्च, अदरक को शहद के साथ खाने से सर्दी-जुकाम तुरन्त ठीक हो जाती है। सर्दी-जुकाम के रामबाण दवा है। सर्दियों में काली मिर्च से बनी चाय पीने से सर्दी, वायरल, संक्रामण जुकाम होने की सम्भावनाऐं ना के बराबर रहती है।
पेट रोग मिटाये
पेट गैस कब्ज एसिडिटी बनने पर काली मिर्च, अजवाइन पाउडर का नींबू पानी मिश्रण नित्य सेवन करना फायदेमंद है। गैस कब्ज एसिडिटी से जल्दी आराम के लिए नींबू को दो हिस्से में काट कर बीच में काली मिर्च पाउडर लगाकर आग में पकायें। ठंड़ा होने पर रस चूसे। इससे पेट गैस, एसिडिटी पाचन सम्बन्धित समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
दांत रोग मिटायें कालीमिर्च नमक
दांतों में पायरिया या मसूड़ों में दर्द समस्या जल्दी ठीक करने के लिए काली मिर्च पाउडर को नमक के साथ मिलकर दांत साफ करना फायदेमंद है। दांत रोग मिटाने के साथ साथ दांत में नेचुरल चमक भी आती है।
पेट के कीड़े निकाले काली मिर्च
पेट के कीड़ों की समस्या में कालीमिर्च, किशमिश खायें। और काली मिर्च पाउडर मटठा, छांछ के साथ सेवन करने से पेट के कीड़े असानी से निकल आते हैं।
वजन घटाये कालीमिर्च
वजन नियंत्रण करने में कालीमिर्च सहायक है। कालीमिर्च रसोई में इस्तेमाल करें। और 2-3 कालीमिर्च और आधा चम्मच अजवाइन बारीक पीसकर सुबह शाम गुनगुने पानी के साथ सेवन करने से मोटापा वजन तेजी से घटता है।
गठिया दर्द में आराम दे काली मिर्च
गठिया दर्द से निजात पाने के लिए कालीमिर्च पाउडर, लहसुन को तिल तेल में खूब पकायें। हल्का ठंड़ा होने पर गठिया ग्रसित अंगों पर मालिश करें। और कालीमिर्च, लहसुन रोज किंचन में खाने में इस्तेमाल करें। काली Black Pepper Oil / मिर्च तेल बाजार में आसानी से उपलब्ध है। गठिया दर्द से आराम के लिए कालीमिर्च तेल से लगातार मालिश करें।
ब्लड प्रेशर - बीपी नियत्रंण
ब्लड प्रेशर बढ़ने पर काली मिर्च पाउडर किशमिश को नींबू पानी के साथ सेवन करने से से बीपी नियत्रंण में रहता है।
फोड़ा फुंसी की दवा
फोड़े फुंसी के चारों तरफ काली मिर्च पाउडर लेप लगाने से फोड़े फुंसी ठीक हो जाते हैं, उठने से पहले ही फोड़े फुंसी दब जाती है।
बालों के लिए कालीमिर्च
बालों से रूसी हटाने के लिए कालीमिर्च पाउडर दही का लेप बालों पर लगायें। 25-30 मिनट बाद बाल शैम्पू करें। कलीमिर्च दही बालों से रूसी हटाने के साथ-साथ बालों की जड़ों को पौषण पहुंचाने का काम करती है।
भूख बढ़ाये कालीमिर्च
अपचन, भूख कम लगने की समस्या दूर करने में कालीमिर्च सहायक है। कालीमिर्च फल रस, दूध, सलाद, किंचन में खाने में इस्तेमाल करें।
कालीमिर्च से नुकसान
काली मिर्च पाउडर को किशमिश के साथ सुबह शाम सेवन करने से पुरानी सांसी कफ से निजात दिलाने में सक्षम है।
गला बैठने पर अचूक औषधि
गला बैठने, आवाज खराब, गले में इंफेक्शन पर होने काली मिर्च पाउडर, शहद, अदरक रस मिश्रण सेवन करना फायदेमंद है। और गर्म पानी में नमक डालकर गर्रारा करें।
त्वचा के लिए कालीमिर्च
कालीमिर्च पाउडर दही मिश्रण लेप त्वचा से दाग, सक्रमित मिटाने में सहायक है। कालीमिर्च एंटीफ्लेमेंटरी एवं एंटीसेफ्टिक गुण पाये जाते हैं। कालीमिर्च त्वचा निरोग रखने में सहायक है।
आंखों की रोशनी बढ़ाये
आंखों की रोशनी कम होने पर नित्य शाम सुबह चुटकी भर काली मिर्च एक चम्मच गाय के घी के साथ खाने से आंखों की रोशनी तेज होती है। रतौंधी रोग में काली मिर्च शुद्व घी का सेवन रामबाण दवा है।
सर्दी-जुकाम वायरल शीध्र दूर करे
काली मिर्च, अदरक को शहद के साथ खाने से सर्दी-जुकाम तुरन्त ठीक हो जाती है। सर्दी-जुकाम के रामबाण दवा है। सर्दियों में काली मिर्च से बनी चाय पीने से सर्दी, वायरल, संक्रामण जुकाम होने की सम्भावनाऐं ना के बराबर रहती है।
पेट रोग मिटाये
पेट गैस कब्ज एसिडिटी बनने पर काली मिर्च, अजवाइन पाउडर का नींबू पानी मिश्रण नित्य सेवन करना फायदेमंद है। गैस कब्ज एसिडिटी से जल्दी आराम के लिए नींबू को दो हिस्से में काट कर बीच में काली मिर्च पाउडर लगाकर आग में पकायें। ठंड़ा होने पर रस चूसे। इससे पेट गैस, एसिडिटी पाचन सम्बन्धित समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
दांत रोग मिटायें कालीमिर्च नमक
दांतों में पायरिया या मसूड़ों में दर्द समस्या जल्दी ठीक करने के लिए काली मिर्च पाउडर को नमक के साथ मिलकर दांत साफ करना फायदेमंद है। दांत रोग मिटाने के साथ साथ दांत में नेचुरल चमक भी आती है।
पेट के कीड़े निकाले काली मिर्च
पेट के कीड़ों की समस्या में कालीमिर्च, किशमिश खायें। और काली मिर्च पाउडर मटठा, छांछ के साथ सेवन करने से पेट के कीड़े असानी से निकल आते हैं।
वजन घटाये कालीमिर्च
वजन नियंत्रण करने में कालीमिर्च सहायक है। कालीमिर्च रसोई में इस्तेमाल करें। और 2-3 कालीमिर्च और आधा चम्मच अजवाइन बारीक पीसकर सुबह शाम गुनगुने पानी के साथ सेवन करने से मोटापा वजन तेजी से घटता है।
गठिया दर्द में आराम दे काली मिर्च
गठिया दर्द से निजात पाने के लिए कालीमिर्च पाउडर, लहसुन को तिल तेल में खूब पकायें। हल्का ठंड़ा होने पर गठिया ग्रसित अंगों पर मालिश करें। और कालीमिर्च, लहसुन रोज किंचन में खाने में इस्तेमाल करें। काली Black Pepper Oil / मिर्च तेल बाजार में आसानी से उपलब्ध है। गठिया दर्द से आराम के लिए कालीमिर्च तेल से लगातार मालिश करें।
ब्लड प्रेशर - बीपी नियत्रंण
ब्लड प्रेशर बढ़ने पर काली मिर्च पाउडर किशमिश को नींबू पानी के साथ सेवन करने से से बीपी नियत्रंण में रहता है।
फोड़ा फुंसी की दवा
फोड़े फुंसी के चारों तरफ काली मिर्च पाउडर लेप लगाने से फोड़े फुंसी ठीक हो जाते हैं, उठने से पहले ही फोड़े फुंसी दब जाती है।
बालों के लिए कालीमिर्च
बालों से रूसी हटाने के लिए कालीमिर्च पाउडर दही का लेप बालों पर लगायें। 25-30 मिनट बाद बाल शैम्पू करें। कलीमिर्च दही बालों से रूसी हटाने के साथ-साथ बालों की जड़ों को पौषण पहुंचाने का काम करती है।
भूख बढ़ाये कालीमिर्च
अपचन, भूख कम लगने की समस्या दूर करने में कालीमिर्च सहायक है। कालीमिर्च फल रस, दूध, सलाद, किंचन में खाने में इस्तेमाल करें।
कालीमिर्च से नुकसान
- काली मिर्च हमेशा सीमित मात्रा में लें। अधिक कालीमिर्च सेवन पेट गर्मी, पेट जलन का कारण बन सकती है।
- गर्भवती महिलाओं काली मिर्च सीमित मात्रा में सेवन करना चाहिए।
- गर्मी मौसम में कालीमिर्च के सेवन से नकसीर-नाक से खून बहना, घबराहटए तनाव का कारण बन सकती है।
- मुंह के छालों, पेट की गर्मी के दौरान कालीमिर्च सेवन बंद कर दें।
- कालीमिर्च नित्य किंचन में खान तैयार करते समय, सलाद में काला नमक-सेंधा नमक के साथ सीमित मात्रा में इस्तेमाल करें।