आंख शरीर का अभिन्न अंग है। आंखों के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं हो सकती। आंखों को स्वस्थ तेज नजर निरोग रखने के लिए विशेष ख्याल रखना भी जरूरी है। स्वस्थ आंखों, तेज रोशनी के लिए सभी विटामिनस और मिनरलस जरूरी है। परन्तु कुछ खास रिच कम्पलैक्स कैरोटीन, विटामिन सी, आयरन, ओमेगा कम्पलैक्स, मिनरलस वाले पोष्टिक आहार आंखों के लिए फायदेमंद हैं। साथ में आंखों का समय - समय पर चकअप भी जरूरी है। जिससे आंखों से सम्बन्धित होने वाली बीमारियों को आसानी कैप्चर कर उपचार, स्वस्थ निरोग रख सकें। आंखों की रोशनी सदाबहार तेज बनी रहें।
आंखों को स्वस्थ निरोग रखने के तरीके / SIMPLE TIPS FOR HEALTHY EYES / EYE CARE TIPS / EYE HEALTH CARE
आंखों की सफाई
रोज प्रात आंखों को साफ पानी से धोना सभी जानते हैं। परन्तु एक खास बात नांक कान बन्दकर बड़ी बाल्टी में सिर डुबों कर साफ पानी में कुछ सेकेन्ड़ के लिए आंखें खोलना चमत्कारी सफाई है। ऐसा करने से आंखों के अन्दर का सारा मैल गन्द अपने आप साफ हो जाता है। और आंखों की जलन, पीलापन, सूजन, धुंधलापन आदि समस्याऐं दूर हो जाती है। स्वच्छ पानी में आंखों की पलकें कुछ देर के लिए खोलना महीने में 1-2 बार करें। पानी में साबुन, लोशन इत्यादि ना मिलायें। साफ शुद्व पानी ही इस्तेमाल करें।
आंखों के आहार
आंखों की नजर तेज करने और आंखों को स्वस्थ रखने में विटामिन-ए, विटामिन-के महत्वपूर्ण हैं। साग, हरी पत्तेदार सब्जीयां, सलाद, गाजर, टमाटर, अण्डे, पपीता, गाय का घी विटामिन-ए, विटामिन-के से भरपूर हैं। पानी पयाप्त मात्रा में सेवन करें। पानी शरीर के साथ साथ आंखों को साफ रखने में सक्षम है। प्याप्त पानी पीने से शरीर में पानी की कमी नहीं होती है शरीर तत्रं सही तरह से काम करता है।
स्वस्थ आंखों के लिए पर्याप्त नींद
जिस तरह से शरीर को आराम की जरूरत होती है, ठीक उसी तरह से आंखों को भी 7-8 घण्टे पर्याप्त नींद की जरूरत होती है। कम सोना आंखों के लिए नुकसान दायक है। और शरीर के लिए भी नुकसान दायक है। 7-8 घण्टे सोने से आंखों के साथ साथ दिमाग स्वस्थ, पांचन तंत्र भी दुरूस्त रहता है। 7-8 घण्टे की चैन की नींद सम्पूर्ण शरीर के लिए लाभदायक है।
डिजिटल स्क्रीन
कम्प्यूटर, टीवी, मोबाईल का ज्यादा इस्तेमाल न करें। कंप्यूटर और टीवी इत्यादि से प्याप्त दूरी बना कर देखें। कम्प्यूटर टीवी मोबाईल इत्यादि नजदीक से देखने से आंखें की रोशनी कमजोर हो जाती है। साथ ही सर दर्द, तनाव, आंखों में जलन, आंखे फडफडाना इत्यादि समस्याऐं हो सकती है। एक शोध में पाया गया है कि ज्यादा देर तक स्क्रीन के आगे बैठना आंखों के लिए हानिकारक है।
आंखों की जांच एंव सलाह
आंख विशेयज्ञ से समय समय पर आंखों की जांच जरूरी है। कई बार शरीर में रोग घुस जाते है। जिसका असर सीधे आंखों पर पड़ता है। और आंखों की रोशनी कमजोर हो सकती है।
आंखों की सुरक्षा
धूप, धूल, मिट्टी से आंखों को बचाने के लिए चश्मे का इस्तेमाल जरूरी है। अच्छी किस्म के चश्में पहने। आंखों पर लोशन, काजल, सुरमा आदि नहीं लगाना चाहिए। अमूल्य कोमल आंखों को नुकसान हो सकता है। आंखों के नीचे कालापन दूर करने के लिए गुलाब जल रूई की सहायता से साफ करें। आंखें को दिन में 2-3 बार ठंड़े पानी से धोना लाभदायक है।