मुलेठी के औषधीय गुण Mulethi (Yashtimadhu) Home Remedies in Hindi Health Tips in Hindi, Protected Health Information, Ayurveda Health Articles, Health News in Hindi मुलेठी के औषधीय गुण Mulethi (Yashtimadhu) Home Remedies in Hindi - Health Tips in Hindi, Protected Health Information, Ayurveda Health Articles, Health News in Hindi

मुलेठी के औषधीय गुण Mulethi (Yashtimadhu) Home Remedies in Hindi

मुलेठी स्वाद में मीठा और स्वादिष्ट जड़ है, मुलेठी को ज्येष्ठीमधु, मुलहठी, Liquorice, Yashtimadhu नाम से भी पुकारा जाता है। मुलेठी में ग्लिसराइजिंक एसिड, कैल्शियम प्रचुर मात्रा में विद्यमान है। मुलेठी का केवल इस्तेमाल अकसर पान बनाने में करते हैं, परन्तु मुलेठी बहु गुणकारी स्वास्थयवर्धक औषधि है, जोकि शरीर को रोगमुक्त स्वस्थ रखने में सक्षम है। 

मुलेठी सांस विकार, पाचन विकार, कण्ठ विकार, दिल विकार, त्वचा विकार, अल्सर विकार, रक्त विकार, पित्त विकार, घाव जलन समस्याऐं ठीक करने में सक्षम है। मुलेठी एक तरह से प्राकृतिक औषधि रूप है।
 
मुलेठी / मुलहटी का उपयोग तरह के टेबलेट, सिरप, कैप्सूल, पाउडर और हेल्दी पेय पदार्थ तैयार करने में किया जाता है।

मुलेठी सेवन के फायदे और नुकसान / Mulethi mirch ke fayde aur nuksan / Mulethi (Yashtimadhu) Home Remedies


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खांसी कफ में मुलेठी रामबाण दवा 
लम्बे समय तक खांसी कफ होने पर मुलेठी और काली मिर्च को चबाकर रस चूसने से हर तरह की खांसी और कफ की समस्या दूर हो जाती है। खांसी कफ के लिए मुलेठी अचूक दवा है।

कंठ खराश दूर करे 
गले की खराश समस्या में मुलहेठी काढ़ा में काली मिर्च पाउडर मिलाकर पीना और मुलेठी चबाकर रस चूसना फायदेमंद है।

रक्त साफ करे मुलेठी 
मुलेठी रक्त संचार सुचारू करने में सक्षम है, जिन लोगों को खून की खराबी से पिम्पलस आदि हो जाते हैं, वे लगातार मुलेठी का सेवन करने से रक्त त्वचा सम्बन्धित विकारों से छुटकारा पाते हैं।

रक्त बढ़ाये मुलेठी 
शरीर में रक्त की कमी होने पर रोज मुलेठी काढा शहद के साथ घोलकर सेवन करना फायदेमंद है। मुलेठी काढ़ा शहद मिश्रण रक्त की कमी दूर करने में सक्षम है।

फोड़े फुंसिंयो में मुलेठी 
फोड़े फुंसिंयो होने पर मुलेठी का बारीक पीसकर ग्रसित जगह के चारों ओर लगाने से फोड़े फुंसिंयो ठीक हो जाती है।

हृदय रोग में मुलेठी 
मुलेठी पाउडर को रोज गाय के घी और शहद के साथ बदल बदल कर खाने से हृदय रोगी को आराम मिलता है। मुलेठी, शहद, गाय के घी में सैकड़ों औषधीय गुण छुपे हुये हैं जिनका मिश्रण स्वास्थय के लिए लाभकारी है।

जले कटे में मुलेठी - चंदन लेप
शरीर का अंग जलने व कटने पर घाव के चारो तरफ तुरन्त मुलेठी चंदन लेप लगाने से घाव ठीक हो जाता है। दर्द सूजन नहीं होता। घाव जगह को ठंड़क मिलती है।

मुंह के छालों के लिए मुलेठी
मुह में छाले होने पर मुलेठी चबाकर रस चूसने से छाले व गले की समस्या से छुटकारा मिलता है।

पाचन, गैस कब्ज के लिए मुलेठी 
पेट की गैस समस्या हो या कब्ज हर तरह से मुलेठी का सेवन पेट, पाचन, आंतों की समस्या विकारों को ठीक करने में सक्षम है।

मुलेठी कैंसर रोकथाम 
मुलेठी का सेवन सप्ताह में एक बार महीने में 4-5 बार करने से कैंसर, अल्सर, टीबी, अस्थमा जैसे बीमारियों का खतरा नहीं रहता।

मासिक धर्म अनिमियता 
मासिक धर्म में गड़बड़ होने पर रोज सुबह खाली पेट मुलेठी पाउडर शहद के साथ सेवन करने से समस्या से निजात दिलाने में सहायक है।

मुलेठी सेवन में सावधानियां
  • किड़नी से सम्बन्धित समस्याओं में मुलहठी सेवन मना है।
  • उच्च रक्तचाप के समय मुलहठी अकेला सेवन से बचें। मुलहठी शहद के साथ सेवन करें।
  • छोटे बच्चों को मुलहठी नहीं देनी चाहिए।
  • गर्भावस्था के दौरान मुलहठी सेवन मना है।
  • डायबिटीज मरीज मुलहठी चिकित्सक की सलाह के बाद ही लें।
  • मुलहठी चिकित्सक और एक्सपर्ट की सलाह से लें।
  • मुलहठी सीमित मात्रा में 3-4 ग्राम ही सेवन करें।
  • मुलहठी एक अचूक आर्युवेदिक औषधि रूप है। ज्यादा सेवन स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
मुलेठी बहु उपयोगी स्वास्थ्यवर्धक प्राकृतिक औषधि है। मुलेठी को किसी न किसी तरह से अपने दैनिक दिनचर्या में सेवन करें। संक्रामण, वायरल, होने वाले रोगों के छुटकारा दिलाने में सहायक है।