सौंफ खाने में मीठी और खुशबूदार है ही साथ में सौंफ हर बीमारी के लिए रामबाण दवा का काम करता है। सौंफ स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। सौंफ जोकि मसालों का राजा से विख्यात है। सौंफ में आयरन, कैल्शियम, फास्फोरस, सोडियम, पोटेशियम महत्वपूर्ण तत्वों से भरपूर है। सौंफ के खास फायदें इस प्रकार से है।
सौंफ प्राकृतिक आर्युवेदिक औषधि / सौंफ के फायदे और नुकसान / Saunf ke Fayde aur Nuksan

कब्ज और पाचन
कब्ज और पाचन की समस्या दूर करने में सौंफ सक्षम है। सौंफ से आर्युवेद में हर तरह की गैस पाचन से सम्बन्धित औषधियां बनाई जाती है। सौंफ कब्ज और पेट से सम्बन्धि सम्पूर्ण बीमारियों विकारों के लिए रामबाण दवा है। रोज सुबह शाम सौंफ को पीसकर खायें।
धूम्रपान, तम्बाकू छुडवाने में सौंफ
सौंफ में पोटेशियम और सोडियम होने के कारण धूम्रपान तम्बाकू की बुरी लत से छुटकारा दिलाने में सौंफ खास है। जो व्यक्ति नशा छोड़ना चाहते हैं, नशे की याद आने पर, नशा करने का जी करने पर छोड़ी सी सौंफ मुंह में दबा कर रखें। सौंफ शराब की लत से छुटकारा के लिए सौंफ लौंग काढ़ा बनाकर रखें। शराब की याद आने पर काढ़ा सेवन करें। सौंफ अपने आर्युवेदिक तत्वों के असर और व्यक्ति के आत्मविश्वास से नशा छूट जाता है।
धूम्रपान, तम्बाकू छुडवाने में सौंफ
सौंफ में पोटेशियम और सोडियम होने के कारण धूम्रपान तम्बाकू की बुरी लत से छुटकारा दिलाने में सौंफ खास है। जो व्यक्ति नशा छोड़ना चाहते हैं, नशे की याद आने पर, नशा करने का जी करने पर छोड़ी सी सौंफ मुंह में दबा कर रखें। सौंफ शराब की लत से छुटकारा के लिए सौंफ लौंग काढ़ा बनाकर रखें। शराब की याद आने पर काढ़ा सेवन करें। सौंफ अपने आर्युवेदिक तत्वों के असर और व्यक्ति के आत्मविश्वास से नशा छूट जाता है।
हाथ पांव पेशाब जलन में सौंफ
हाथ पांव में जलन या फिर पेशाब में जलन की शिकायत होने पर सौंफ को धनियां बीज के साथ बारीक पीसकर पाउडर ठंड़े पानी के साथ पीने से जलन समस्या से छुटकारा मिलता है।
सर्दी जुकाम में सौंफ काढ़ा
सर्दी जुकाम खांसी लगने पर सौंफ, लौंग, इलाइची, अदरक का काढ़ा बना पर सेवन करने से पुराना जुकाम, पुरानी खांसी तुरन्त ठीक हो जाती है।
बवासीर ठीक करें सौंफ
जीरा और सौंफ को भून कर बारीक पीस कर चूर्ण बना लें। रोज सुबह शाम चूर्ण दूध के साथ पका कर फिर छानकर पीने से बवासीर ठीक हो जाती है। साथ में थोड़ा किशमिश खायें। तीखा, मिर्च, फास्टफूड जंकफूड का सेवन न करें। पुरानी से पुरानी बावसीर ठीक करने में भुना सौंफ जीरा चूर्ण मिश्री दूध में पकाकर छानकर पीना अति फायदेमंद है।
रक्त साफ करें और चर्म रोग मिटाये सौंफ
सौंफ एक चम्मच प्रतिदिन सुबह शाम चबाकर खाने से त्वचा से चर्म रोग मिट जाता है। और रक्त साफ हो जाता है।
दस्त पेचिश रोकने में सौंफ
सौंफ को भूनकर हरड़ के साथ बारीक पीसकर चूर्ण बना लें। दही के साथ सेवन करने पर आपतकाल में तुरन्त दस्त पेचिश रूक जाती है। नमक, मिर्च, चीनी वाले पकवान बन्द कर दें। चावल दहीं खायें।
आंखों की रोशनी तेज करे सौंफ
सौंफ और मिश्री बारीक पीसकर गाजर के रस - जूस में मिलाकर कर 40 - 45 दिनों तक पीने से आंखों की रोशनी तेज हो जाती है। रतौंधी पीड़ित व्यक्ति के लिए रामबाण दवा है।
गले और मुंह के छालों के लिए सौंफ
सौंफ और अजवाइन का गाढ़ा बना लें, इसमें चुटकी भर भुनी फिटक्री डालकर लगातार 4-5 दिन सुबह शाम काढ़ा से गर्रारा करने से गले की समस्या ठीक हो जाती है। खाना खाने के बाद सौंफ मिश्री चबाकर खाने से मुंह के छालों से छुटकारा मिलता है।
वजन घटायें सौंफ
वजन घटाने के लिए रोज भोजन के उपरांत सौंफ चबाकर रस चूसे। और सौंफ हल्की आंच में उबाल कर सौंफ पानी पीना वजन घटने में सहायक है।
दिल स्वस्थ रखे सौंफ
सौंफ खाना हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। सौंफ उच्चरक्तचाप, स्ट्रोक, फोलेट के खतरे को घटाने में सहायक है। सौंफ हृदय के लिए पोटेशियम, फाइबर, विटामिन सी की पूर्ति आसानी से कर देता है।
मुंह की बदबू मिटाये सौंफ
मुंह से दुर्गंध समस्या में सौंफ चबाकर खाना और सौंफ पानी पीना फायदेमंद है। मुंह की दुर्गंध कई बीमारियों का कारण हो सकती है। सौंफ को उबालकर पानी पीना फायदेमंद है। या फिर सौंफ चबाकर खायें। सौंफ एक तरह से Mouth Smell Remover है।
पाचन तंत्र के लिए सौंफ
भोजन के उपरान्त सौंफ खाना फायदेमंद है। सौंफ पाचन तंत्र सुचारू दुरूस्त रखने में सहायक है।
गले और मुंह के छालों के लिए सौंफ
सौंफ और अजवाइन का गाढ़ा बना लें, इसमें चुटकी भर भुनी फिटक्री डालकर लगातार 4-5 दिन सुबह शाम काढ़ा से गर्रारा करने से गले की समस्या ठीक हो जाती है। खाना खाने के बाद सौंफ मिश्री चबाकर खाने से मुंह के छालों से छुटकारा मिलता है।
वजन घटायें सौंफ
वजन घटाने के लिए रोज भोजन के उपरांत सौंफ चबाकर रस चूसे। और सौंफ हल्की आंच में उबाल कर सौंफ पानी पीना वजन घटने में सहायक है।
दिल स्वस्थ रखे सौंफ
सौंफ खाना हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। सौंफ उच्चरक्तचाप, स्ट्रोक, फोलेट के खतरे को घटाने में सहायक है। सौंफ हृदय के लिए पोटेशियम, फाइबर, विटामिन सी की पूर्ति आसानी से कर देता है।
मुंह की बदबू मिटाये सौंफ
मुंह से दुर्गंध समस्या में सौंफ चबाकर खाना और सौंफ पानी पीना फायदेमंद है। मुंह की दुर्गंध कई बीमारियों का कारण हो सकती है। सौंफ को उबालकर पानी पीना फायदेमंद है। या फिर सौंफ चबाकर खायें। सौंफ एक तरह से Mouth Smell Remover है।
पाचन तंत्र के लिए सौंफ
भोजन के उपरान्त सौंफ खाना फायदेमंद है। सौंफ पाचन तंत्र सुचारू दुरूस्त रखने में सहायक है।
- सौंफ चूर्ण
- 100 ग्राम सौंफ
- 10 ग्राम कालीमिर्च
- 30 ग्राम जीरा
- 10 ग्राम अजवाइन
- 20 ग्राम हरड़
- 5 ग्राम लौंग
- 5 ग्राम इलायची
सौंफ खाने में सावधानियां, नुकसान
- पाईल्स के दौरान सौंफ चबाकर नहीं खानी चाहिए। सौंफ को दूध में उबालकर छानकर पीयें।
- स्तनपान काल में महिलाओं को सौंफ नहीं खानी चाहिए। सौंफ फाइबासिस्टिक ब्रेस्ट, ब्रेस्ट कैंसर का कारण बन सकता है।
- सौंफ रात को नहीं खानी चाहिए।
- हार्मोंस डिसबैलेंस समस्या में सौंफ नहीं खानी चाहिए।
- लड़कियों को सौंफ सीमित मात्रा कम खानी चाहिए। अधिक सौंफ स्तन वृद्धि कर सकता है।
- सौंफ सीमित मात्रा में ही खायें। ज्यादा खाने से पेट दर्द, उल्टी, त्वचा पर खुजली आदि समस्याए हो सकती हैं।