युवा उम्र ढलने पर गैस की समस्या भी शुरू हो जाती है। गैस का बनना स्वाभाविक है क्याकि व्यस्त जीवन शैली में व्यक्ति भाग दौड में ही लगा रहता है। खान पान, दिनचर्या पूरी तरह से बदल जाता है। रूटीन की कुछ नियमों से पेट गैस की समस्या होने से बचा जा सकता है।

गैस बनाने वाले कार्बोनेट सामग्री

गैस बनाने वाले कार्बोनेट सामग्री
पेट में गैस के बनने के पीछे भोजन में पाये जाने वाले तत्व भी काफी हद तक जिम्मेवार होते हैं। इनमें खास कर फूलगोभी, खट्टे फल, बंदगोभी, सुपारी, ठंडा पेय, बासी खाना, जंकफूड, फास्टूफूड, तीखा चटपटा खाना, सोड़ा पेय, बीयर, शराब, ज्यादा मात्रा में खाना आदि शामिल है। पेट की गैस से बचने के लिए कार्बोनेट युक्त और सही तरह से नहीं पचने वाली चीजों का सेवन नहीं करें।
हर्बल आर्युवेदिक चीजें
हर्बल सेवन से गैस समस्या नहीं होने देता। अपने खाने में लौंग, कालीमिर्च, इलायची, अजवाइन, अदरक, लहसुन, सौंफ, कलौंजी, दालचीनी, सेंधा नमक इत्यादि किंचन रसोई में शामिल करें। हर्बल गैस बनने से रोकने में सक्षम है।
तांबे बर्तन वाले पानी का सेवन
पानी का सेवन एक दिन में लगभग 6-7 गिलास जरूरी है। रोज सुबह उठकर एक तांबे काॅपर बर्तन का गिलास पानी जरूर सेवन करें, इससे पेट साफ गैस बननी की समस्या से छुटकारा मिलता है। पानी तांबे बर्तन में रहने से औषधि जल बन जाता है। गैस छुटकारे के लिए तांबा बर्तन पानी अति उत्तम है।
सात्विक भोजन और चबाकर खायें
खाने में सात्विक भोजन करें, जिन लोगों को गैस की समस्या रहती है, मीट, मछली, अंण्डा, तली भुनी चीजों का सेवन कम करें। ताजे फल, फलों का रस, अनाज, नटस्, दूध, देशी घी, हरी सब्जियां आदि ज्यादा खायें। और बारीक चबाकर खाने से खाना आसानी से पच जाता है, पाचन तंत्र ठीक रहता है और गैस नहीं बनती।
भोजन डाईट चार्ट
नास्ता, दोपहर खाना, रात्रि खाने की समय सीमा बना लें। हमेशा एक ही समय पर खायें। पोष्टिक संतुलित आहार डाईट में शामिल करें। पेट कर नहीं खायें। भूख से 25 प्रतिशत कम खायें।
जंकफूड और सोड़ा पेय से बचें
गैसे बचने के लिए बाजार में मौजूद सोड़ा ठंडा पेय से परहेज करें, क्योंकि लगभग सभी ठंडा पेय सोडा चीनी से बनें होते हैं। और जंकफूड खाने से पाचन तंत्र गडबडाता है। जंकफूड़ सही तरह से पचता नहीं है और जिससे गैस बनना स्वाभाविक है। अकसर लोग जंक फूड और पेय का इस्तेमाल लगातार करते रहते हैं, फिर घातक बीमारियों से ग्रसित हो जाते हैं।
चलना फिरना, योगा व्यायाम
रोज एक रूटीन बना लें। सुबह उठकर टहले, चले फिरे या योगा व्यायाम करें। और खाने के बाद कुछ देर जरूर टहलने जायें। शरीर को पूर्ण रूप से स्वस्थ रखने में रस्सीकूद करना अच्छा माध्यम है। नित्य 10-15 मिनट रस्सीकूद करें। खूब पसीना बहायें।
नशीली चीजों से परहेज
गैस से छुटकारे के लिए शराब, धम्रपान, तम्बाकू, गुटका इत्यादि नशीलों चीजों के सेवन से परहेज करें। नशीलीं चीजों गैस और अन्य तरह की घातक रोग बीमारियां जैसे कैंसर, टीबी, आंते गलाने, फेफडें खराब, गुर्दें खराब, डायबिटीज जैसी गम्भीर बीमारियां होने की सम्भावनाऐं ज्यादा होती हैं। नशीली मादक चीजें स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
हर्बल आर्युवेदिक चीजें
हर्बल सेवन से गैस समस्या नहीं होने देता। अपने खाने में लौंग, कालीमिर्च, इलायची, अजवाइन, अदरक, लहसुन, सौंफ, कलौंजी, दालचीनी, सेंधा नमक इत्यादि किंचन रसोई में शामिल करें। हर्बल गैस बनने से रोकने में सक्षम है।
तांबे बर्तन वाले पानी का सेवन
पानी का सेवन एक दिन में लगभग 6-7 गिलास जरूरी है। रोज सुबह उठकर एक तांबे काॅपर बर्तन का गिलास पानी जरूर सेवन करें, इससे पेट साफ गैस बननी की समस्या से छुटकारा मिलता है। पानी तांबे बर्तन में रहने से औषधि जल बन जाता है। गैस छुटकारे के लिए तांबा बर्तन पानी अति उत्तम है।
सात्विक भोजन और चबाकर खायें
खाने में सात्विक भोजन करें, जिन लोगों को गैस की समस्या रहती है, मीट, मछली, अंण्डा, तली भुनी चीजों का सेवन कम करें। ताजे फल, फलों का रस, अनाज, नटस्, दूध, देशी घी, हरी सब्जियां आदि ज्यादा खायें। और बारीक चबाकर खाने से खाना आसानी से पच जाता है, पाचन तंत्र ठीक रहता है और गैस नहीं बनती।
भोजन डाईट चार्ट
नास्ता, दोपहर खाना, रात्रि खाने की समय सीमा बना लें। हमेशा एक ही समय पर खायें। पोष्टिक संतुलित आहार डाईट में शामिल करें। पेट कर नहीं खायें। भूख से 25 प्रतिशत कम खायें।
जंकफूड और सोड़ा पेय से बचें
गैसे बचने के लिए बाजार में मौजूद सोड़ा ठंडा पेय से परहेज करें, क्योंकि लगभग सभी ठंडा पेय सोडा चीनी से बनें होते हैं। और जंकफूड खाने से पाचन तंत्र गडबडाता है। जंकफूड़ सही तरह से पचता नहीं है और जिससे गैस बनना स्वाभाविक है। अकसर लोग जंक फूड और पेय का इस्तेमाल लगातार करते रहते हैं, फिर घातक बीमारियों से ग्रसित हो जाते हैं।
चलना फिरना, योगा व्यायाम
रोज एक रूटीन बना लें। सुबह उठकर टहले, चले फिरे या योगा व्यायाम करें। और खाने के बाद कुछ देर जरूर टहलने जायें। शरीर को पूर्ण रूप से स्वस्थ रखने में रस्सीकूद करना अच्छा माध्यम है। नित्य 10-15 मिनट रस्सीकूद करें। खूब पसीना बहायें।
नशीली चीजों से परहेज
गैस से छुटकारे के लिए शराब, धम्रपान, तम्बाकू, गुटका इत्यादि नशीलों चीजों के सेवन से परहेज करें। नशीलीं चीजों गैस और अन्य तरह की घातक रोग बीमारियां जैसे कैंसर, टीबी, आंते गलाने, फेफडें खराब, गुर्दें खराब, डायबिटीज जैसी गम्भीर बीमारियां होने की सम्भावनाऐं ज्यादा होती हैं। नशीली मादक चीजें स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।