लौंकी विटामिनस और मिनरलस से भरपूर पौष्टिक सब्जी है। लौंकी की स्वादिष्ट सब्जी के साथ साथ एक औषधि भी है।लौंकी जूस सेवन कई रोगों विकारों को ठीक करने में सहायक है। लौंकी में विटामिन-बी कम्पलैक्स, विटामिन-सी, विटामिन बी-5, थाईमिन, जिंक, पौटाशियम, आयरन, मैग्नीशियम, पैन्टोथेनिक अम्ल, मैग्नीज, फोर्लेट, कैल्शियम, फास्फोरस, पायरोडोक्साइन तत्व मौजूद हैं। जोकि मोटापा वजन, किड़नी स्टोन, हार्ट रोग, मूत्र रोग, डायबिटीज, ब्लडप्रेशर, पीलिया, पेट में जलन इत्यादि बीमारियों विकारों से छुटकारा दिलाने में सहायक है। ताजी हरी स्वादिष्ट लौंकी सब्जी के रूप में, कच्ची सेंधा नमक के साथ या लौंकी जूस के रूप में सेवन की जाती है। लौकी सब्जी, लौकी कोफ्ता, लौकी जूस, लौकी हलवा, लौंकी सूप किसी न किसी तरह से लौंकी सभी को पसंद है। लौंकी को घिया, हुक्कम, लौंकी, दूधी, तुमड़ा, Bottle Gourd, Lauki इत्यादि नामों से पुकारा जाता है। लौंकी खाने में स्वादिष्ट और औषधीय गुणों से भरपूर है। लौंकी जूस शरीर में अन्दर ही अन्दर पनपने वाले रोगों को जड़ से नष्ट करने में सहायक है।
स्वास्थ्यवर्धक लौंकी जूस / Health Benefits of Lauki Juice / Lauki Juice ke Fayde / Bottle Gurd Juice

लौंकी जूस मिथ्य एंव सावधानियां
की जूस बनाने के लिए हरी कच्ची लौंकी चुने। लौंकी जूस बनाने से पहले एक लौंकी छोटा टुक्कडा चख कर देखें। अगर कड़वी और तीखी है, तो उसका जूस ना बनायें। ताजी हरी स्वादिष्ट लौंकी का ही जूस बनायें। कड़वी, तीखी लौंकी से उल्टी पेट दर्द हो सकता है। लौंकी जूस आधा कप या 1 कप ही पीयें। कुछ लोग लौंकी जूस 1-2 गिलास भरकर पी जाते हैं। जिससे उल्टी, पेट दर्द होना सम्भव है। लौंकी जूस एक तरह से औषधि है ना कि कोई ठंडा पेय। कई लोग जल्दी फायदे के लिए लौंकी जूस दिनभर में 3-4 पी लेते हैं। ज्यादा पीने से उल्टी, पेट दर्द होने की सम्भावना बढ़ सकती है। हमेशा लौंकी जूस ताजा बना ही पीना फायदेमंद है। बासी लौंकी जूस लौंकी जूस पीने से बचें। कोई भी औषधि ज्यादा सेवन फायदेमंद नहीं होती है। लौंकी जूस औषधि रूप में आधा या 1 कप दिन में खाने से 2 घण्टे पहले लें। औषधि रूप में रोज 1 बार सेवन करने से 25-30 दिनों में लौंकी जूस के स्वास्थ्यवर्धक परिणाम आने शुरू हो जाते हैं।
लौंकी जूस बनने की पहली विधि
लौंकी जूस बनने की दूसरी विधि
त्वचा से झुर्रियां मिटाये लौंकी जूस
लौंकी जूस में विटामिन सी, जिंक और 90 प्रतिशत मिनरलस और विटामिनस तरल रूप में मौजूद हैं। बढ़ती आयु में चेहरे पर झुर्रियां और डार्क सर्कल मिटाने में लौंकी जूस सहायक है।
पाचन तंत्र, अल्सर में लौंकी जूस
लौंकी में मौजूद फाइबर मौजूद है, पाचन, गैस, कब्ज, अल्सर पेट सम्बन्धित विकारों को सुचारू करने में सहायक है।
हाई ब्लडप्रेशर, दिल विकार में लौकी जूस
1 कप लौंकी रस पीने से रक्तचाप नियत्रंण में रहता है। लगातार पीने से शीध्र ब्लडप्रेशर, दिल विकार ठीक हो जाता है। लौंकी जूस स्वस्थ व्यक्ति को भी महीने में 2-3 बार अवश्य पीना चाहिए। शरीर में होने वाले संक्रामण, रोगों को नष्ट करने में लौंकी जूस सक्षम है।
वजन नियत्रंण करे लौंकी जूस
तेजी से वजन घटाने नियत्रंण करने में लौंकी जूस सहायक है। जल्दी वजन घटाने के लिए जूस सेवन के 1 घण्टे बाद रोज 30-45 मिनट फास्ट सैर करें।
उल्टी दस्त में लौंकी जूस
उल्टी दस्त में 1 कप लौंकी जूस में 1 नींबू निचैंड़ कर 4-5 बूंद पोदीना रस मिला पीने से उल्टी दस्त तुरन्त रूक जाते हैं।
बालों के लिए लौंकी रस
की जूस बनाने के लिए हरी कच्ची लौंकी चुने। लौंकी जूस बनाने से पहले एक लौंकी छोटा टुक्कडा चख कर देखें। अगर कड़वी और तीखी है, तो उसका जूस ना बनायें। ताजी हरी स्वादिष्ट लौंकी का ही जूस बनायें। कड़वी, तीखी लौंकी से उल्टी पेट दर्द हो सकता है। लौंकी जूस आधा कप या 1 कप ही पीयें। कुछ लोग लौंकी जूस 1-2 गिलास भरकर पी जाते हैं। जिससे उल्टी, पेट दर्द होना सम्भव है। लौंकी जूस एक तरह से औषधि है ना कि कोई ठंडा पेय। कई लोग जल्दी फायदे के लिए लौंकी जूस दिनभर में 3-4 पी लेते हैं। ज्यादा पीने से उल्टी, पेट दर्द होने की सम्भावना बढ़ सकती है। हमेशा लौंकी जूस ताजा बना ही पीना फायदेमंद है। बासी लौंकी जूस लौंकी जूस पीने से बचें। कोई भी औषधि ज्यादा सेवन फायदेमंद नहीं होती है। लौंकी जूस औषधि रूप में आधा या 1 कप दिन में खाने से 2 घण्टे पहले लें। औषधि रूप में रोज 1 बार सेवन करने से 25-30 दिनों में लौंकी जूस के स्वास्थ्यवर्धक परिणाम आने शुरू हो जाते हैं।
लौंकी जूस बनने की पहली विधि
- 300 ग्राम लौंकी
- 3-4 काली मिर्च
- 1 नींबू रस
लौंकी जूस बनने की दूसरी विधि
- 300 ग्राम लौंकी
- 5-6 पुदीना हरी पत्तियां
- 5-6 तुलसी हरी पत्तियां
- 20 ग्राम अदरक
लौंकी जूस से फायदे / Bottle Gourd Juice Benefits / Lauki Juice Fayde :
त्वचा से झुर्रियां मिटाये लौंकी जूस
लौंकी जूस में विटामिन सी, जिंक और 90 प्रतिशत मिनरलस और विटामिनस तरल रूप में मौजूद हैं। बढ़ती आयु में चेहरे पर झुर्रियां और डार्क सर्कल मिटाने में लौंकी जूस सहायक है।
पाचन तंत्र, अल्सर में लौंकी जूस
लौंकी में मौजूद फाइबर मौजूद है, पाचन, गैस, कब्ज, अल्सर पेट सम्बन्धित विकारों को सुचारू करने में सहायक है।
हाई ब्लडप्रेशर, दिल विकार में लौकी जूस
1 कप लौंकी रस पीने से रक्तचाप नियत्रंण में रहता है। लगातार पीने से शीध्र ब्लडप्रेशर, दिल विकार ठीक हो जाता है। लौंकी जूस स्वस्थ व्यक्ति को भी महीने में 2-3 बार अवश्य पीना चाहिए। शरीर में होने वाले संक्रामण, रोगों को नष्ट करने में लौंकी जूस सक्षम है।
वजन नियत्रंण करे लौंकी जूस
तेजी से वजन घटाने नियत्रंण करने में लौंकी जूस सहायक है। जल्दी वजन घटाने के लिए जूस सेवन के 1 घण्टे बाद रोज 30-45 मिनट फास्ट सैर करें।
उल्टी दस्त में लौंकी जूस
उल्टी दस्त में 1 कप लौंकी जूस में 1 नींबू निचैंड़ कर 4-5 बूंद पोदीना रस मिला पीने से उल्टी दस्त तुरन्त रूक जाते हैं।
बालों के लिए लौंकी रस
बालों में रूसी / Dandruff दूर करने के लिए और बालों को सफेद होने से बचाने में लौंकी रस सहायक है। लौंकी रस और आंवला रस मिलाकर लगातार बालों पर लगाने से बाल मजबूत, काले, सुन्दर बनाने में सक्षम है। लौंकी विटामिन-बी कम्पलेक्स से भरपूर है।दूसरा तरीका लौंकी जूस, सेब का सिरका, दही मास्क बालों पर लगाने से बालों में नेचुरल चमक और जड़ से मजबूती बनाने में सहायक है।
कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज नियत्रंण लौंकी बीज
लौंकी का बीज कोलेस्ट्रॉल नियत्रंण करने में सहायक है। डायबिटीज में शर्करा बढ़ने पर तुरन्त लौंकी जूस और जामुन फल, जामुन जूस मिलाकर पीने से शर्करा नियंत्रण में रहता है। लौंकी बीज हमेशा अपने आसपास रखें, कोलेस्ट्रॉल अनियत्रित होने पर लौकी बीज सेवन करना फायदेमंद है।
कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज नियत्रंण लौंकी बीज
लौंकी का बीज कोलेस्ट्रॉल नियत्रंण करने में सहायक है। डायबिटीज में शर्करा बढ़ने पर तुरन्त लौंकी जूस और जामुन फल, जामुन जूस मिलाकर पीने से शर्करा नियंत्रण में रहता है। लौंकी बीज हमेशा अपने आसपास रखें, कोलेस्ट्रॉल अनियत्रित होने पर लौकी बीज सेवन करना फायदेमंद है।
पौष्टिक स्वादिष्ट लौंकी बच्चे बड़ों सभी को - लौकी सब्जी, लौकी कोफ्ता, लौकी जूस, लौकी हलवा, लौंकी सूप किसी न किसी तरह से सेवन करना चाहिए। लौंकी खाने में स्वादिष्ट और औषधीय गुणों से भरपूर है।