डायबिटीज एक बार हो जाये तो जीवन भर साथ रहती है। परन्तु अगर खानपान, डाईट पर सही से ध्यान दिया जाय तो डायबिटीज नियत्रंण में रहती है। और व्यक्ति शर्करा लेवल नियत्रंण में रखकर स्वस्थ जीवन महसूस करता है। हालांकि डायबिटीज की दवाईयां कोई साईड इफेक्ट नहीं करती, परन्तु गैस एसिड़टी की सम्भावनाऐं बनी रहती है। और डायबिटीज नियत्रंण में न रहने से शरीर के कई महत्वपूर्ण अंग किड़नी, फेफडे, लीवर, हृदय, घुटने, जोड़, खराब होने का खतरा भय बना रहता है।
डायबिटीज ज्यादा गम्भीर बीमारी नहीं है, परन्तु गलत खानपान और खराब दिनचर्या डायबिटीज को प्रभावित करता है। वरना डायबिटीज से घबराने की जरूरत नहीं है। लाखों डायबिटीज ग्रसित व्यक्ति शुगर नियंत्रण कर लम्बी आयु जीते हैं।
डायबिटीज में शुगर लेवल की जांच कैसे करें / शुगर लेवल जांच / Diabetes Check Up in Hindi / Sugar Level ki Jankari / Sugar ki Janch
डायबिटीज में शुगर लेवन को 1-2 महीने के अन्तराल में जरूर जांच करवानी चाहिए। यदि शुगर नियत्रंण में नहीं है तो समय समय पर अवश्य जांच करवायें। शुगर जांच करवाने में कम से कम 8-9 घण्टे का अन्तराल होना जरूरी है। सुबह का वक्त शुगर जांच के लिए अच्छा माना जाता है। शाम को शुगर लेवल जांच करवाने से सही रिजल्ट नहीं आते। व्यक्ति दिन में कुछ न कुछ खा, पी लेता है। गम्भीर स्थिति में शुगर लेवल कभी भी जांच किया जा सकता है। जीवन अमूल्य है।
- Fasting Blood Sugar Levels : सुबह खाली पेट बिना कुछ खाये पीये शुगर लेवन 70 mg dl एम.जी. डी.एल. से लेकर 110 mg dl एम.जी. डी.एल. तक होना चाहिए।
- Sugar Level with Fasting : पहली जांच के बाद कुछ हल्का सन्तुलित आहार खायें। फिर 2 घण्टे बाद दोबारा शुगर लेवल जांच करवायें। खाने के बाद sugar level / शुगर लेवल 140 mg dl एम.जी. डी.एल. से लेकर 160 mg dl एम.जी. डी.एल. के मध्य होना चाहिए।