डायबिटीज का भूख से गहरा सम्बन्ध है। डायबिटीज में व्यक्ति को समय समय पर भूख लगती रहती है। कभी अचानक भूख का तेज हो जाना अकसर होता है। जिससे घबराहट, चक्कर आना, पसीना आना शामिल है। डायबिटीज में व्यक्ति को खाने का सही टाईम टेबल होना जरूरी है। जिससे व्यक्ति भूख को नियत्रंण के साथ साथ शुगर लेवल को नियत्रंण कर सके।
डायबिटीज में भोजन आहार टाइम टेबल / Diet Plan For Diabetes / Diabetic Marij ke liye Aahar Time Table

- प्रात सुबह उठकर करेला, जामुन, डायबिटीज निवारण पेय पीयें।
- सुबह उठकर शुगर फ्री चाय, दूध पीयें। बिना चीनी की चाय, दूध शरीर को ऊर्जावान चुस्त बनाने में सहायक रहता है। चाय दूध तभी पीयें अगर कोई आर्युवेदिक दवा सेवन नहीं की। वरना 1 घण्टे का अन्तराल रखें।
- डायबिटीज व्यक्ति को खाना 2-3 घण्टे के अन्तराल में कुछ न कुछ खाते रहना चाहिए। एक साथ पेट भर कर न खायें।
- नाश्ता एक समय अवधि पर रूटीन के साथ करें। नाश्ते का वक्त 9.00 बजे उत्तम माना जाता है। नाश्ता हल्का करें।
- दोपहर 12.00 बजे पपीता, नाशपाती आदि कम मीठे फल खायें।
- लन्च वक्त 1.30 से 2.00 के बीच बना लें। खाने का वक्त रूटीन में बना लें।
- दिन में 5.00 बजे के आसपास सुपरफूड नाश्ता खायें।
- रात्रि भोजन 9.00 से 9.30 के मध्य करें।
- रात्रि भोजन के पश्चात कोई आर्युवेदिक पेय या फिर 1 गिलास गुनगुना दूध सेवन करें।
- जामुन, करेला औषधि रोज रोज न पीयें, सप्ताह में 3-4 बार ही सेवन करें।
- रोज सुबह शाम योगा व्यायाम करें।
- शुगर लेवन नियंत्रण में रखने के लिए रस्सी कूद करें। खूब पसीना बहायें। पसीना रक्त साफ करने के साथ विषाक्त रक्त कणों को बाहर निकालने में सहायक है।
- सुबह तड़के उठकर सैर करें।
- रात्रि भोज के बाद हल्की सैर करें।
- मोटापा पर नियंत्रण रखें।
- शुगर लेबल घटने पर चीनी, गुड़, मठाई नहीं खायें। केवल कम मीठे फल खायें। प्राथमिक उपचार हेतु तुरन्त नजदीक हस्पताल जायें।