भारत में लगभग 95 प्रतिशत लोग उठ कर चाय पीना पंसद करते हैं। चाय से ताजगी फैश महसूस करते हैं। चाय पीयें परन्तु चाय मसाल जरूर डालें। चाय मसाला रक्त विकारों, संक्रामण, वायरल से लड़ने में सहायक है। और शरीर में रोगप्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनाई रखती है। चाय मसाला पीने के सैकड़ों फायदे हैं।
चाय मसाला के फायदे और मसाला चाय रेसिपी / Health Benefits Masala Tea in Hindi / Masala Tea Recipe / Masala Chai ke Fayde

चाय मसाला बनाने की विधि
- 20 ग्राम हल्का भुना जीरा
- 20 ग्राम दालचीनी मसाले
- 20 ग्राम काली मिर्च
- 20 ग्राम अदरक सौंठ
- 10 ग्राम लौंग
- 15 ग्राम इलाईची
- 10 ग्राम तुलसी सूखे पत्ते
चाय मसाला औषधीय फायदे
- मसाला चाय पीने से डायबिटीज जैसे घातक बीमारी हमेशा दूर रहती है। अगर डायबिटीज है तो मसाला चाय इन्सुलिन का काम करती है।
- संक्रामण जुकाम वायरल से बचाने में मसाल चाय सक्षम है। चाय मसाला हर तरह से रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक है।
- सर्दी, जुकाम, खांसी, खर्रास, गला बैठने, साइनस बीमारी में मसाला चाय पीना अति फायदेमंद है। मसाला चाय किसी अमृत से कम नहीं है।
- गैस कब्ज पाचन सम्बन्धित समस्त समस्याओं को जड़ से मिटाने में मसाला चाय पीना फायदेमंद है।
- रक्त खराब और रक्त विकारों जैसे कैंसर, खाज खुजली, दाद, एलर्जी इत्यादि मिटाने में मसाला चाय सक्षम है। स्वस्थ्य व्यक्ति जीवन भर रक्त विकारों बीमारियों से दूर रहता है।
- कैंसर रोकथाम में चाय मसाला असरदार औषधि रूप है। कैंसर पीड़ित व्यक्ति को चाय मसाला जरूर अजमाना चाहिए। परिणाम फायदे पीड़ित व्यक्ति खुद महसूस करगे।
- हार्ट ब्लोकेज सुचारू करने में चाय मसाला सक्षम है। चाय मसाला रक्त को पतला सुचार करने में खास सहायक है।
- वबासीर होने पर जीरा दालचीनी चाय मसाला अचूक रामबाण दवा है।
चाय मसाला सेवन सावधानियां
चाय मसाला सीमित मात्रा में इस्तेमाल करें। चुटकी भर ही चाय मसाला इस्तेमाल करें। जल्दी फायदे के लिए चम्मच भर कर इस्तेमाल नहीं करें। ज्यादा चाय मसाला पेट में गर्मी पैदा कर सकता है। चाय मसाला औषधि रूप में चुटकी भी रोज चाय में डालें।