लम्बी उम्र जीने की कामना हर किसी की होती है। स्वस्थ निरोग जीवन जीना हर किसी की फितरत में है। परन्तु व्यक्ति अपने दिनचर्या, क्रियाकलाप, खान-पान, रहन-सहन, व्यायाम, शरीर फिटनैस, इत्यादि आदतों के अलावा कुछ खास आदतें व्यक्ति को लम्बी आयु जीना का सपना पूरा कर सकती है। स्वस्थ निरोग जीवन से ही व्यक्ति उन्नति - समृद्वि की ओर अग्रसर हो सकता है।
स्वस्थ निरोग लम्बी जीवन जीने के लिए सटीक तरीके

- नमक, मिर्च, चीनी तीखा खाने से परहेज करें। ज्यादा नमक, मिर्च, चीनी से मधुमेह, हार्ट बीमारियां, किडनी बीमारियां, बल्डप्रेशर जैसे कई स्वास्थ्य सम्बन्धि समस्याऐं वक्त से पहले व्यक्ति को लग जाती हैं।
- प्रर्याप्त नींद रोज लेना जरूरी है। रोज 7-8 घण्टे पूरी नींद लेना जरूरी है। प्रर्याप्त नींद पाचन तंत्र को ठीक रखती है। और साथ में शरीर की सम्पूर्ण थकावट मिट जाती है। पूरी नींद से व्यक्ति शरीर को चुस्त तरोताजा महसूस करता है। रोज रात्रि 10.00 बजे सोने नियम बनायें और सुबह तड़के 5.30 बजे जागें।
- तनाव मुक्त जीवन जीयें। ज्यादा टेन्शन - फिक्र में रहने से दिमाग में घातक कारटिसोल हार्मोन पनप सकते हैं, जोकि दिमाग से सम्बन्धित बीमारियों को बढ़ावा देते हैं।
- जंकफूड और कोल्ड पेय पदार्थों से परहेज रखें। क्योंकि जंकफूड परी तरह से पाचता नहीं है। और बाजार में उपलब्ध ठंड़ा सोड़ा पेय पेट की आंतो को नुकसान पहुंचाते हैं। जंकफूड और ठंड़ा सोडा पेय पाचन तंत्र को प्रभावित करते हैं और सही तरह से पचते नहीं हैं और पेट गैस, एसिडिटी, फूडपाईजन जैसे घातक बीमारियां पैदा करती हैं। लगभग 60 बीमारियां पाचन की कमी से होती हैं।
- शराब, धूम्रपान, तम्बाकू, गुटका, जरदा आदि नशीले चीजें उम्र की तेजी से कम करती है। लगातार सेवन करने से शरीर में Alcohol / अल्कोहल और Nicotine / निकोटिन रक्त कोशिकायें सेल निष्क्रीय होकर घातक बीमारिया जैसे दमा, किड़नी, अल्सर, आंतो, फेफड़े, रक्त विकार, डायबिटीज आदि विकारों बीमारियों को आमत्रिंत्र करती हैं।
- Healthy Living / स्वस्थ लम्बे जीवन की कामना साफ सफाई / Cleanliness के बिना अधूरी है। रोज नहाना, नाखून छोटे रखना, अपने आस पास साफ सफाई अति जरूरी है। कई बीमारियां हैजा, पेचिस, संक्रामण दूषित हवा, गन्दगी, दूषित नाखूनों, आसपास फैली गन्दगी से आते हैं। इसलिए जरूरी है कि अपने आसपास साफ सफाई बनाकर रखें। स्वस्थ जीवन का आधार साफ सफाई है।
- आलस्य इन्सान का सबसे बड़ा दुश्मन होता है। यह सत्य है। समय पर खाना, समय पर सोना, समय पर कार्य करना अपने दैनिक जीवन का एक वक्त समय शारणी बना लें। हर कार्य समय कर करने की कोशिश करें, अपने आप को एक समय शारणी में ढालने का प्रयास करें। Laziness त्याग दें। शरीर चुस्त और Active Mind / एक्टिव दिमाग रखें।
- नेगिटिव विचार और अकेलापन से दूर रहें। हमेशा पोजिटिव सोचे। नेगेटिव सौच व्यक्ति के व्यक्तित्व को गिरा देती है। जिससे व्यक्ति मानसिक विकारों यातनाओं का शिकार हो जाता है। जिससे कई तरह की मानसिक बीमारियां घर बना लेती है। लम्बी स्वस्थ आयु जीने के लिए सकारात्मक विचार जीवन का एक अहम हिस्सा है। हमेशा सकारात्मक विचार रखें। नगेटिव सोच दिमाग में नहीं आने दें।
- पौष्टिक और सन्तुलित आहार खायें। खाना जरूरत से ज्यादा न खायें। ताजे फल, हरी पत्तेदार सब्जियां, फल रस, दूध, अण्डा, अनाज, मसाले, हर्बल आदि स्वास्थ्यवर्धक आहार डाईट चार्ट में शामिल करें। बिना डाईट चार्ट से खाने से मोटापा, गैस, एसिडिटी, बदहजमी आदि होना सम्भव है। और शरीर को सही तरह से पौषण नहीं हो पाता। लगभग सैकड़ों बीमारियां व्यक्ति के खाने से जुड़ी हुई है। कहते हैं जैसा अन्न वैसा मन। इसलिए जरूरी है कि सन्तुलित पौष्टिक आहार भोजन डाईट चार्ट के हिसाब से खायें। पेट भर नहीं खायें। भूख से लगभग 10-15 प्रतिशत कम खायें। पेट भर कर खाने से भी मोटापा, गैस, एसिडिटी, पाचन सम्बन्धित समस्याऐं अकसर होती हैं।
- शरीर स्वस्थ, निरोग, फिट रखने के लिए योगा व्यायाम नित्य जरूर करें। व्यक्ति सारा दिन व्यस्त रहने के कारण समय नहीं निकाल पाता जिससे बीमारियों जल्दी शरीर को ग्रसित कर लेती हैं। रोज पैदल चले, शाम को खाने बाद टहले फिरे, घर की सीढ़ियां चढे़, घर की छत पर टहलें, सुबह सबेरे 30 मिनट रोज योगा व्यायाम जरूर करें।
उपरोक्त बताई गये 10 नियम अपनायें और स्वस्थ निरोग जीवन (Living Healthy) जीयें। स्वस्थ निरोग जीवन से ही व्यक्ति उन्नति समृद्वि की ओर अग्रसर हो सकता है।