लाल मिर्च तुरन्त रोके हार्ट अटैक Red Chillies Stop Heart Attacks in Hindi Health Tips in Hindi, Protected Health Information, Ayurveda Health Articles, Health News in Hindi लाल मिर्च तुरन्त रोके हार्ट अटैक Red Chillies Stop Heart Attacks in Hindi - Health Tips in Hindi, Protected Health Information, Ayurveda Health Articles, Health News in Hindi

लाल मिर्च तुरन्त रोके हार्ट अटैक Red Chillies Stop Heart Attacks in Hindi

एक शोध में पाया गया है कि लाल मिर्च हार्ट अटैक रोकने में सक्षम है। 5 ग्राम लाल मिर्च में 1,00000 स्कोवाइल तत्व यूनिट की मात्रा पाई जाती है। हार्ट अटैक में हृदय गति नाजुक धीमी होने से रक्त संचार शरीर से रूकना आरम्भ हो जाता है।

लाल मिर्च में पाये जाने वाला स्कोवाइल तत्व तुरन्त रोके हार्ट अटैक / Red Chillies Prevent Heart Attacks / Heart Attack roke Lal Mirch

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दिल दिन - रात 48 घण्टे काम करता है। पूरी जीवन में दिल निरन्तर काम करता है। हृदय गति का रूकना यानि कि हार्ट अटैक दौरा पड़ना। लाल मिर्च घोल हृदय घात गति को नियत्रंण करने में सक्षम है। 1 चम्मच लाल मिर्च पाउडर को 1 कप पानी में घोलकर 4-5 बूंदे हृदय घात के दौरान मरीज के मुंह में डालने से हेमोस्टेटिक सुचारू नियत्रंण में आ जाता है। इस तरह से लाल मिर्च हृदय घात शीघ्र ठीक करने में दवा का काम करती है।

लाल मिर्च में विटामिन ए, विटामिन सी, कैल्शियम, सेलेनियम, जिंक, मैग्नीशियम, मिनरलस प्रचुर मात्रा में मौजूद तो हैं ही साथ में स्कोवाइल खास तत्व की खोज की गई है जोकि हार्ट अटैक दौरे में बचाने में सक्षम है।

हार्ट अटैक पड़ने पर तुरन्त क्या करें ?
  • हृदय घात स्थिति में व्यक्ति को तुरन्त नजदीकी अस्पताल उपचार के लिए ले जायें। जीवन अनमोल है। 
  • हृदय घात दौरा पड़ने पर व्यक्ति जमीन पर गिरता है। व्यक्ति को जमीन में नहीं लिटायें। विस्तर, बेंच पर सीधा लिटायें। हार्ट अटैक में जमीन से अर्थ संचार बनता है। जोकि व्यक्ति को और मुसीबत में डाल सकता है। 
  • हृदय घात पीड़ित व्यक्ति को सीधा लिटाकर गर्दन, चिन्ह ऊपर की तरफ रखें। दांत सील मत होने दें। गर्दन मुड़ने न दें। और न ही सिर छाती की तरह झुकने दें। हार्ट घात मरीज की गर्दन उपर की तरफ रखें। गला एठने मत दें। ऐसा करने से गले कण्ठ में सास लेने में आसानी रहती है। हार्ट दौरे में व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है। 
  • सांस निरन्तर बनी रही, इसके लिए हृदय घात पीड़ित व्यक्ति की छाती को दबायें। एक निरन्त सीमा अवधि 1 सेकेन्ड के अन्तराल में दोनों हाथों से दबायें, रूके फिर दबायें। इसी तरह से लगातार करें। 5 सेकेन्ड में 10 बार छाती अन्दर की तरफ पप्म - पुश लगातार करें। इस हर्ट पप्म विधि से हार्ट मरीज को हस्पताल तक सुरक्षित प्राथमिक उपचार हेतु ले जाया जा सकता है। 
इस तरह से हृदय घात पीड़ित व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है। जब तक सही उपचार न मिलें लाल मिर्च पाउडर में स्कोवाइल तत्व जीवन बचाने में सहायक है। उपरोक्त उपचार तरीको को ध्यान में रखते हुये व्यक्ति को शीघ्र नजदीकी अस्पताल सही उपचार के लिए पहुंचाना जरूरी है। जीवन अनमोल है।