पौष्टिक स्वास्थ्यवर्धक अण्डा : अण्डा पौष्टिक गुणों से भरपूर है। अण्डे में विटामिन डी, प्रोटीन, सेलेनियम, विटामिन डी, विटामिन बी-6, विटामिन बी-12, फोलिक एसिड, कैल्शियम, सल्फर, अमीनो एसिड वसा प्रचुर मात्रा में मौजूद है। अण्डा खाने के कई प्रमुख फायदे हैं। अण्डा पौष्टिकता से भरपूर होने के कारण अण्डे को Healthy Eggs कहा जाता है।

अण्डा खाने के 10 मुख्य फायदे / Top 10 Health Benefits of Eating Eggs
- बच्चों के तेजी से मानसिक और शरीरिक विकास अण्डे की पीला भाग को एक गिलास दूध के साथ दें। अण्डा योक Egg Yolk, Milk / दूध शरीर में रिच विटामिन बी 12, प्रोटीन और मिनरल की पूर्ति शीघ्र करता है। अण्डा दूध मांसपेशियों हड्डियों को मजबूत करने में सक्षम है। अण्डा दूध एक तरह से शरीर का सुरक्ष कवच बनाता है। दुबले पतले कमजोर बच्चों के दूध - अण्डा पेय Nutrition Egg / पौष्टिकता से भरपूर रिच पेय है।
- सुबह एक केला, अण्डा को रब पीसकर एक गिलास दूध के साथ सेवन करने से सारे दिन भर ऊर्जा शक्ति बनी रहती है। अण्डे और केला में रिच विटामिनस और मिनरलस मौजूद हैं।
- अण्डा और शिमला मिर्च सब्जी, सेवन अस्थमा मरीज के लिए फायदेमंद है। अण्डा शिमला मिर्च एन्टीआक्सीडेट हैं।
- अण्डा दूध पीने से दांतों मजबूत और रोगमुक्त बनाने में सहायक है। दूध अण्डे में मौजूद कैल्शिय, फोलिक एसिड, एमीनो एसिड, विटामिन डी, प्रोटीन दांतों का सुरक्षा कवच बनाता है।
- सर्दी जुखाम लगने पर उबले अण्ड़े को लोंग, काला नमक, अदरक पाउडर के साथ खाने से तुरन्त जुखाम सर्दी ठीक हो जाती है। अण्डा खाने के बाद पानी न पीयें।
- अण्डे का सफेद भाग दूध के साथ सेवन करने से डायबिटीज में आराम मिलता है। अण्डे में कोलेस्ट्रॉल नियत्रंण करने की क्षमता मौजूद है।
- अण्डा और शिमला मिर्च सब्जी खाने से हार्ट समस्याओं में आराम मिलता है। अण्डे शिमला मिर्च दिल के मरीज के उत्तम माना जाता है।
- अण्डा सेवन कैंसर, हर तरह के कैंसर को रोकने में सहायक है। अण्डे में पाये जाने वाला फोलिक एसिड कैंसर रोधक है।
- सप्ताह में 1-2 बार उबले अण्डे़ के बारीक टुक्कड़े कर खीरे, टमाटर, प्याज, ककड़ी आदि सलाद के साथ जरूर खायें। अण्डा सलाद के साथ खाने से रिच न्यूटीशन शरीर को आसानी से मिल जाता है। अण्डा सलाद सेवन शरीर पौषण का रिच श्रोत है।
- जोड़ों के दर्द, गठिया, आदि शरीर के अंग दर्द होने पर उबले अण्डे खायें और कच्चे अण्डे की पीले भाग और लहसुन रस मिलाकर मालिस गठिया, जोड़ो के दर्द वाले अंगों पर करें। इससे शीध्र फायदा होता है।
- टूटा अण्डा को न खायें। टूटा अण्डा बैक्टीरिया पैदा करता है। जो पाचन दस्त, तपैदिक, फूडपाईजन, पेचिश आदि गम्भीर बीमारी हो सकती है।
- अधा पका, या कच्चा आमलेट नहीं खाना चाहिए। अध पका अण्डा खाने से साल्मोनेला बैक्टीरिया बन जाता है। अण्डा पूरा पका कर ही खायें।
- अण्डे सीमित मात्रा में खायें। ज्यादा अण्डा खाने से पेट दर्द और डायरिया होने का भय बना रहता है। अण्डे में पाया जाने वाला सल्फर अम्ल पैदा करता है।
- अण्डे के पीले भाग को डायबिटीज मरीज को नहीं देता चाहिए। डायबिटीज में अण्डे का पीला भाग गैस एसिडटी और शर्करा लेवल को बढा सकता है।
- मासिक धर्म के दौरान अण्डें खाने से परहेज करें।