आधुनिक जीवन शैली और दिनचर्या के कारण युवाओं में पेट गैस, एसिडिटी, कब्ज समस्याऐं 35-40 वर्ष से ही होनी शुरू हो जाती है। गैस कब्ज एसिडिटी होने के पीछे मुख्य कारण असंतुलित आहार, बाजार में उपलब्ध जंकफूड, ठंड़ा सोडा पेय, तीखा चटपटा, तेलयुक्त पकवान, पैकेट बंद खाद्य पदार्थ, वासी खाना, अध पका खाना, शराब, वीयर, मादक पदार्थ इत्यादि हैं। इस तरह के आहार से पाचन तंत्र गडबड़ा जाता है। और पेट से सम्बन्धित गैस एसिडिटी कब्ज समस्याऐं उत्पन्न होनी शुरू हो जाती है। गैस एसिडिटी होने पर कुछ खास आर्युवेदिक तरीकों से समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। गैस एसिडिटी कब्ज चूर्ण तैयार करने की सामग्री आसानी से बाजार में पंसारी दुकानों में मिल जाती है।
गैस, एसिडिटी, कब्ज तीनों से एक साथ राहत के लिए घर पर बनायें आर्युवेदिक अमृत चूर्ण / Natural Homemade Remedies for Gastric

सामग्री
- जीरा 100 ग्राम
- अजाइन 100 ग्राम
- हरड-बहेड़ा-त्रिफला सूखे छिलके 20 ग्राम
- अदरक सौंठ 50 ग्राम
- काली मिर्च 5 ग्राम
- चीनी 15 ग्राम
- नींबू 4
- पुदीना 20-25 हरी पत्तियां
- हींग 5 ग्राम
- काला नमक स्वाद के अनुसार मिलायें
गैस एसिडिटी कब्ज अमृत चूर्ण बनाने की विधि
स्टेप 1: जीरा और अजाइन को हल्का तबे, कड़ाई में भूने।स्टेप 2: भुनी जीरा, अजाइन, अदरक सौंठ, हरड-बहेड़ा-त्रिफला सूखे छिलके, काली मिर्च, चीनी, पुदीना पत्तियां और हींग सभी को ओखली में बारीक कूट पीसकर पाउडर बना लें। बारीके महीन होने पर ऊपर से काला नमक स्वाद के अनुसार अच्छे से मिला लें।
स्टेप 3: बारीक बने मिश्रण चूर्ण में अब ऊपर से 3 - 4 नींबू निचैंड कर हाथ से मसल मसल कर मिलायें।
फिर अमृत चूर्ण की छोटी छोटी गोलियां बनाकर छाव में सूखने रख दें। सूखने के बाद कांच की शीशी में रख दें।
इस तरह से घर पर ही गैस एसिडिटी कब्ज तीनों के लिए एक कारगर सुरक्षित असरदार आर्युवेदिक अमृत चूर्ण आसानी से तैयार किया जा सकता है। बाजार में उपलब्ध चूर्ण महंगा और कम गुणवत्ता वाला हो सकता है। खुद घर में बनायें आर्युवेदिक अमृत चूर्ण। गैस कब्ज एसिडिटी से तुरन्त निजात पायें।