जोड़ों में दर्द, गठिया दर्द, कमर दर्द, शरीर में चोट के दर्द, कमर दर्द, हड्डियों में दर्द कई तरह से शरीर के अंगों में दर्द होता है। दर्द निवारण तेल औषधि घर पर बड़े आसानी से बनाई जा सकती है, जोकि बाजार में उपलब्ध दर्द निवारण तेल से कई गुना असरदार और बहुत ही सस्ते में बन जाता है। घर में बना तेल औषधि मेटाबालिज्म को तेजी से बढ़ती है, त्वचा में होने वाले रक्त कणों को सक्रीय करती है।
एक बार अजमा के देखें। तेल औषधि से रोज सुबह - शाम दर्द ग्रसित अंगों पर 15-20 मिनट हल्की मालिश करवायें। इससे शरीर त्वचा में झंझनाहट होगी परन्तु यह दर्द निवारण अचूक दवा है। लगातार 1 महीने आर्युवेदिक तेल मालिस करने से अच्छे परिणाम आपके सामने होंगें। 99 प्रतिशत दर्द से छुटकारा मिल जाता है। यह खास असरदार दर्द निवारण तेल आजमा कर देखें।

स्टेप 2 : बारीक लेप बनने पर जैतून के तेल में 10 मिनट चम्मच की सहायता से मिलाकर छांव में 10 दिनों के लिए रख दें।
स्टेप 3 : 10 दिन बाद मिश्रण को निचैंड़ कर छान लें। छाना हुआ द्रव औषधि तेल कांच की शीशी में रख लें।
स्टेप 4 : इस तरह से आर्युवेदिक दर्द निवारण अचूक तेल तैयार हो जाता है। रोज सुबह शाम 10 मिनट तक जोड़ों के दर्द, गठिया, हड्यिों के दर्द, घुटनों पर धीरे धीरे मालिस करें। थोड़ा झंझनाहट होगी। परन्तु असर तेजी से होता है। मालिश करने के बाद कोई सूती कपड़े से मालिश वाले अंग को ढंककर बांध कर रखें। बने मिश्रण तेल से लगातार 1 महीने मालिश करने पर 99 प्रतिशत दर्द से छुटकारा मिल जाता है। महीनों करने से रोग से छुटकारा सम्भव है।
गठिया दर्द के लिए आर्युवेदिक अचूक तेल मालिस / आर्थराइटिस ऑयल / Homemade Gathiya Arthritis Oil in Hindi / Arthritis Oil

गठिया तेल औषधि के लिए सामग्री
- 20 ग्राम लाल पकी ताजी मिर्च
- 10 ग्राम छिली लहसुन कलियां
- 100 ग्राम जैतून तेल
- 10 ग्राम कच्ची हल्दी
- 5 ग्राम छोटी काली लौंग
- 5 ग्राम अदरक
आर्युवेदिक दर्द निवारण तेल औषधि बनाने की विधि
स्टेप 1 : लाल मिर्च, हलसुन, कच्ची हल्दी, छोटी काली लौंग, अदरक को बारीक पीस लें।स्टेप 2 : बारीक लेप बनने पर जैतून के तेल में 10 मिनट चम्मच की सहायता से मिलाकर छांव में 10 दिनों के लिए रख दें।
स्टेप 3 : 10 दिन बाद मिश्रण को निचैंड़ कर छान लें। छाना हुआ द्रव औषधि तेल कांच की शीशी में रख लें।
स्टेप 4 : इस तरह से आर्युवेदिक दर्द निवारण अचूक तेल तैयार हो जाता है। रोज सुबह शाम 10 मिनट तक जोड़ों के दर्द, गठिया, हड्यिों के दर्द, घुटनों पर धीरे धीरे मालिस करें। थोड़ा झंझनाहट होगी। परन्तु असर तेजी से होता है। मालिश करने के बाद कोई सूती कपड़े से मालिश वाले अंग को ढंककर बांध कर रखें। बने मिश्रण तेल से लगातार 1 महीने मालिश करने पर 99 प्रतिशत दर्द से छुटकारा मिल जाता है। महीनों करने से रोग से छुटकारा सम्भव है।
गठिया तेल इस्तेमाल में सावधानियां
- कटी फटी जख्म जगह पर इस तेल से मालिश न करें।
- त्वचा रोगी इस तेल का इस्तेमाल न करें।
- तेल आंखों और कटे जख्म जगहों पर लगने से बचायें।
- यह तेल अचूक तीखा होता है।
- गठिया तेल सीमित मात्रा में इस्तेमल करें।
- गठिया तेल मालिश के बाद हाथों को साबुन से साफ कर धायें।
प्रसिद्ध हकीम गठिया दर्द निवारण तेल इसी तरह से बनाते हैं। प्राचीन काल में वैद्य आर्युवेदिक दर्द निवारण तेल इस्तेमाल करते थे। जोकि सुरक्षित और कारगर सिद्ध है। इस तरह से घर पर ही आसानी से सस्ता और असरदार दर्द निवारण तेल बनायें। आर्युवेदिक ईलाज असर धीरे धीरे करता है, परन्तु बीमारी विकारों को जड़ से नष्ट कर देता है। हर बीमारी समस्या का ईलाज आर्युवेद तरीके से ठीक किया जा सकता है। प्रकृति को समझने की जरूरत है। प्रकृति में कई गूढ़ राज छिपे हैं।