पीरियड - महावरी आना एक तरह से नेचुरल है। महावरी हर स्त्री के लिए प्रकृति की देन है। जिसे सभी को सकारात्मक सोच से लेना चाहिए। पीरियड में दर्द, पीरियड रेगुलर रहने पर या फिर रक्त स्त्राव देर तक रहने पर गर्भाशय मांसपेशियों छिल्ली में सिकुड़न सिचाव के कारण पेट के निचले हिस्से में दर्द पीड़ा होती है। पीरियड़ दर्द को डिसमेनोरिया से भी जाना जाता है। गर्भाशय से प्रास्टाग्लैन्डिन हार्मोंस प्रक्रिया द्वारा खराब एन्डोमेट्रियल टीशू बाहर निकलने लगता है। जिसे Prostaglandin Hormones, Menstrual Cycle भी कहा जाता है। पीरियडस में ऐंठन, तेज दर्द, स्राव ज्यादा बहने पर तुरन्त स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श उपचार करवायें।
पीरियड मे अकसर देखा गया है कि महिलाओं में अलग अलग तरह के बदलाव आते हैं जैसे सिर दर्द होना, उल्टी आना, चक्कर आना, शरीर में बुखार जैसा महसूस करना इत्यादि लक्षणो के साथ हल्का और तेज दर्द होना पाया गया है। कई महिलायें पीरियड दर्द से निजात के लिए पेनकिलर सेवन करती हैं, पेनकिलर, पेरासिटामोल कैफीन सेवन से दुष्परिणाम होते हैं। पीड़ा दर्द में कैफीन युक्त पेनकिलर का सेवन न करें। पीरियड में होने वाली पीड़ी से घरेलू तरीको से निजात पाया जा सकता है।
कई कम्पनियां पीरियड दर्द निवारण दवाईयां बाजार में बेचती है, जिनके सेवन से भय बना रहता है। घरेलू प्राकृतिक तरीकों से पीरियड के दर्द से आराम दिलाने वाले कुछ खास महत्वपूर्ण तरीके इस प्रकार से हैं।
पीरियड मे अकसर देखा गया है कि महिलाओं में अलग अलग तरह के बदलाव आते हैं जैसे सिर दर्द होना, उल्टी आना, चक्कर आना, शरीर में बुखार जैसा महसूस करना इत्यादि लक्षणो के साथ हल्का और तेज दर्द होना पाया गया है। कई महिलायें पीरियड दर्द से निजात के लिए पेनकिलर सेवन करती हैं, पेनकिलर, पेरासिटामोल कैफीन सेवन से दुष्परिणाम होते हैं। पीड़ा दर्द में कैफीन युक्त पेनकिलर का सेवन न करें। पीरियड में होने वाली पीड़ी से घरेलू तरीको से निजात पाया जा सकता है।
कई कम्पनियां पीरियड दर्द निवारण दवाईयां बाजार में बेचती है, जिनके सेवन से भय बना रहता है। घरेलू प्राकृतिक तरीकों से पीरियड के दर्द से आराम दिलाने वाले कुछ खास महत्वपूर्ण तरीके इस प्रकार से हैं।
महावरी दर्द से आराम कैसे पायें / मासिक धर्म के दर्द का घरेलू उपचार / Periods Pain Relief in Hindi / Period Dard se Chutkara / Mahwari ki Dard se Aaram Pane ke Upay / Periods Pain Relief
पीरियडस में खायें रिच विटामिनस मिनरलस युक्त खाद्यपदार्थ : पीरियड दर्द के दौरान ओमगा-3 फेटी एसिड, कैल्श्यिम, मैग्नीश्यिम, आयरन, जिंक, विटामिन बी1, विटामिन ई, प्रोटीन मौजूद वाली चीजें सेवन पीरियडस दर्द से आराम दिलाने में फायदेमंद हैं। खट्टी, मिर्चीली, तीखे मसालें, नींबू, अचार, भुनी और तीखी चीजें नहीं खायें। खट्टी तीखी मिर्चीली भुनी चीजें पीरियड दर्द को और बढ़ाती हैं।
महावरी पीरियड के दौरान खायें ये चीजे :
अचूक पेय पदार्थ
गिलास दूध में आधा चम्मच घी, आधा चम्मच शहद मिलाकर पीने से पीरियड के दौरान होने वाले दर्द से आराम पाया जा सकता है। मिश्रण पेय में कैल्शियम, आयरन, प्रोटीन मिनरलस और विटामिनस का रिच स्रोत बन जाता है।
दालचीनी दर्द निवारण
अचूक पेय पदार्थ
गिलास दूध में आधा चम्मच घी, आधा चम्मच शहद मिलाकर पीने से पीरियड के दौरान होने वाले दर्द से आराम पाया जा सकता है। मिश्रण पेय में कैल्शियम, आयरन, प्रोटीन मिनरलस और विटामिनस का रिच स्रोत बन जाता है।
दालचीनी दर्द निवारण
दालचीनी को बारीक पीसकर दूध, चाय, काॅफी में मिलाकर सेवन करने से पीरियड में दर्द से आराम मिलता है। दालचीनी का इस्तेमाल खाने में और 2-3 घण्टे के अन्तराल में दालचीनी को चबाकर रस चूसे। इससे पीरियड में दर्द बहुत कम रहता है।
तुलसी काॅफी
पीरियड के दौरान दर्द होने पर 6-7 तुलसी पत्तियां को चबाकर खाने से और तुलसी पत्तों को काॅफी में मिलाकर सेवन करने से दर्द से आराम मिलता है।
गर्म पानी गीली पट्टी
गर्म पानी में सूती कपड़ा भिगोकर पेट में रखने से पीरियड के दौरान होने वाले दर्द से आराम मिलता है। गर्म पानी को बोतल में भरकर दर्द वाली जगह पर बोतल को गोलाकार घुमाकर पीरियड दर्द से आराम मिलता है। गर्म बोतल को ज्यादा देर तक त्वचा में रहने दें।
मालिस
सीधे लेटकर 5 मिनट तक हल्की गोल गोल मुद्रा में मालिस करने से पीरियड दर्द में आराम मिलता है।
अदरक हल्दी पेय
दूध में अदरक, हल्दी, शक्कर मिलाकर पीने से पीरियड पेन से राहत दिलाने में सहायक है। अदरक, हल्दी, दूध मिश्रण पेय एक तरह से नेचुरल पेन किलर है।
नटस और मेवा
नटस और मेवा
पीरियडस के दौरान अखरोट, काजू, बादाम, मेवा, मूंगफली इत्यादि खाना फायदेमंद है। परन्तु ड्राईफूडस सीमित मात्रा में खायें। ड्राईफूडस ज्यादा सेवन पेट में गर्मी पैदा कर सकते हैं।
पीरियडस के दौरान सावधानियां
पीरियडस के दौरान सावधानियां
- पीरियड के दौरान, नींबू, दहीं, अचार, खट्टी चीजों से परहेज करें।
- तीखा, मिर्चीला, चटपटा, बाहर के खाने से परहेज करें।
- पीरियड के दौरान पेनकिलर दवाईयों का सेवन न करें।
- पीरियड में बैंगन, कटहल, चावल आटे और चावल दाने भिगो कर बनाये गये तले भुने व्यंजन खाने से परहेज करें।
- पीरियड ज्यादा दिनों तक रहने पर तुरन्त चिकित्सक की सलाह लें।
- मासिक धर्म में अण्डा, मछली, मीट नाॅनवेज खाने से बचें।
- तेज गर्म मसालों से परहेज करें। गर्म मसाले पीरियडस में रक्त स्राव तेज कर सकती हैं।
- मासिक धर्म दौरान शराब, बीयर, तम्बाकू, गुटका, इत्यादि नशीली चीजों से परहेज करें। नशीली चीजें सेवन पीरियडस को और भी ज्यादा घातक बना देती है। नशीलीं चीजें सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।