साइटिका जिसे नाड़ी दर्द से जाना जाता है। नसों में दर्द एक सिरे से दूसरे सिरे तक तेजी से बढ़ना, नसों में दर्द के साथ सूजन, नसों त्वचा में तेज झंझनाहट, रात को ज्यादा दर्द रहना, पैरो के पीछे पसलियों से दर्द ऊपर की ओर अचानक तेज होना, कमर दर्द देर तक रहना, इत्यादि तरह के लक्षण साइटिका के लक्षण हैं। साइटिका दर्द अकसर सर्दियों में ज्यादा होता है। साइटिका होने पर की स्थिति में आर्युवेदिक तरीके से साइटिका को ठीक किया जा सकता है।
साइटिका के आयुर्वेदिक उपचार / Home Remedies for Sciatic Pain / Sciatica Gharelu Ilaz / Sciatica ka Upchar

साइटिका दर्द से छुटकारा पाने का आर्युवेदिक पेय
- लहसुन की 6-7 छिली कलियां
- छोटी लौंग 2-3
- शहद आधा चम्मच
- बकरी का कच्चा दूध 1 गिलास
छिली लहसुन कलियां, लौंग को बारीक पीसकर शहद के साथ 5-7 मिनट तक मिलायें। 10 मिनट बाद बने मिश्रण को बकरी के दूध में अच्छे से घोले। फिर सेवन करे, इसी तरह से सुबह शाम सेवन करने से साइटिका दर्द से धीरे धीरे छुटकारा मिलता है।
दूध, लहसुन, लौंग में कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन, मैग्नीशियम, करोटीन, प्रोटीन, वसा मिनरलस से असरदार एवं रोगप्रतिरोधक क्षमता तीव्र बन जाती है। लहसुन, दूध, लौगं, शहद मिश्रण एन्टीबायोटिक, एन्टीआक्सीडेन्ट रिच श्रोत बन जाता है। जिससे शरीर में मौजूद स्वेत लाल रक्त कण रक्त संचार तीव्र और सुचारू हो जाता है। साइटिका दर्द को जड़ से समाप्त करने में सक्षम है।