सर्दी जुकाम, खांसी, नाक बहना, गला खराब होने से व्यक्ति का बुरा हाल हो जाता है। मौसम के बदलाव, बारिस में भीगने, ठंडी हवा लगने से, संक्रमित व्यक्ति के पास जाने से, जुकाम सर्दी का वायरल जल्दी शरीर में प्रवेश कर जाता है। ऐसे में अगर प्राकृतिक आर्युवेदिक एन्टीबायोटिक औषधि काढा पीया जाय तो, सर्दी जुकाम, नाक बहना, गला खराब तीनों समस्याओं से एक साथ आसानी से छुटकारा सम्भव है। प्राकृतिक एन्टीबायोटिक सुरक्षित और असरदार काढ़ा तीखा जुकाम सर्दी गला खराब होने पर जादुई असर करता है। यह काढ़ा 3-4 वक्त गर्म -गर्म लगातार पीये।
सर्दी जुकाम खांसी गला खराब होने पर क्या न करें
सर्दी-जुकाम-खांसी निवारण औषधि / सर्दी, जुकाम और खांसी से बचाव के लिए काढ़ा / COLD COUGH HOME REMEDIES IN HINDI / SARDI JUKAM KHANSI KI AUSHADHI / AYURVEDIC KADHA FOR COLD COUGH
1 कप काढ़ा औषधि के लिए सामग्री
स्टेप 1: अदरक, काली मिर्च दानें, छिली लहसुन कलियां, तुलसी पत्तियां को बारीक पीसकर तैयार करें।
स्टेप 2: 2 कप पानी में 5 ग्राम चायपत्ती मिलाकर गुनगुना करें। फिर उसमें तैयार बारीक पिसा हुआ अदरक, काली मिर्च दानें, छिली लहसुन कलियां, तुलसी पत्तिया का घोल अच्छे से मिला लें।
स्टेप 3: फिर हल्की आंच में 10 मिनट पकने दें। 10 मिनट बाद मात्र 1 कप पानी काढ़ा तैयार हो जाता है। फिर छानकर कप में निकाल लें। उसमें 1 चम्मच शहद मिलाकर सेवन करें।
इसी तरह से लगातार तीखी जुकाम सर्दी खांसी गला खराब रहने पर 2 दिन अचूक औषधि बनायें और पीयें। हर बार ताजा औषधि बनायें। बासी दवा का इस्तेमाल न करें। यह पूर्ण रूप से सुरक्षित और प्राकृतिक एन्टीबायोटिक दवा का काम करती है।
- 10 ग्राम अदरक
- 6 दानें काली मिर्च
- 5 लहसुन की कलियां
- 5-6 तुलसी पत्ते
- 5 ग्राम चाय पत्ती
- 1 चम्मच शहद्
स्टेप 1: अदरक, काली मिर्च दानें, छिली लहसुन कलियां, तुलसी पत्तियां को बारीक पीसकर तैयार करें।
स्टेप 2: 2 कप पानी में 5 ग्राम चायपत्ती मिलाकर गुनगुना करें। फिर उसमें तैयार बारीक पिसा हुआ अदरक, काली मिर्च दानें, छिली लहसुन कलियां, तुलसी पत्तिया का घोल अच्छे से मिला लें।
स्टेप 3: फिर हल्की आंच में 10 मिनट पकने दें। 10 मिनट बाद मात्र 1 कप पानी काढ़ा तैयार हो जाता है। फिर छानकर कप में निकाल लें। उसमें 1 चम्मच शहद मिलाकर सेवन करें।
इसी तरह से लगातार तीखी जुकाम सर्दी खांसी गला खराब रहने पर 2 दिन अचूक औषधि बनायें और पीयें। हर बार ताजा औषधि बनायें। बासी दवा का इस्तेमाल न करें। यह पूर्ण रूप से सुरक्षित और प्राकृतिक एन्टीबायोटिक दवा का काम करती है।
सर्दी जुकाम खांसी गला खराब होने पर क्या न करें
- ठंडा पानी, आईसक्रीम, फ्रीेज का पानी, फ्रीज में रखी वस्तुऐं नहीं खानी-पीनी चाहिए।
- जब भी प्यास लगे गर्म गुनगुना पानी ही पीयें।
- सुबह शाम गर्म पानी से गर्रारा करें। 2 बडे गिलास पानी में 8-10 नींम के हरे पत्ते पीसकर और 1 आधा चम्मच नमक डालकर उबालें। फिर हल्का ठंडा होने पर गर्रारा करें।
- चावल, तली चीजें, घी दही इत्यादि का सेवन नहीं करना चाहिए।
- खाना खाने के तुरन्त बाद छोड़ा सा गर्म पानी पीयें।
- ताजा गर्म भोजन करें। बासी खाने से बचे।
- ठंडे पानी से नहाने से बचे। बुखार होने पर नहीं नहायें तो अच्छा है।
- सर्दी जुकाम ठीक होने पर ठंडे पानी से न नहायें। पानी गर्म कर गुनगुने पानी से ही नहायें।