पीपल पेड़ शीतल छांव मन की शान्ति देने के साथ साथ आर्युवेद में नपुंसकता दूर करने करने के लिए अचूक बरदान साबित सिद्ध है। पीपल को अलग अलग नामों से पुकारा जाता है जैसे अस्वथा, पिपाला, पिपलि, पिपर, Ficus Religiosa Linn, Sacred Fig आदि।
पीपल के बीज, कोमल पत्तियां, कोमल लहराती जड़ें नपुंसकता दूर करने में सक्षम पाई गई है। जिन लोगों को अन्दरूनी नपुंसकता कमजोरी है वे पीपल औषधि का उपयोग औषधि रूप में सेवन जरूर करें। 25-30 दिनों में ही सकारात्मक असर सामने आने शुरू हो जाते हैं।
नपुंसकता मिटाये बहुमूल्य पीपल बीज / NAPUNSAKTA DUR KARE PEEPAL TREE / PEEPAL PHAL DUR KARE NAPUNSAKTA / SACRED FIG GOOD FOR LIBIDO
नपुंसकता निजात औषधि बनाने का तरीका
पहला तरीका : लगभग 100 ग्राम पीपल के कोमल छोटे फलों को बारीक पीसकर 1 गिलास गाय का दूध के साथ अच्छे से घोलकर रोज सुबह उठकर और रात सोने से 20 मिनट पहले लगातार 25-30 दिनों तक सेवन करें। जल्दी सकारात्मक रिजल्ट सामने आने लगते हैं। जो पीड़ित व्यक्ति दवाईयां सेवन कर रहे हैं। वे दवाईयों के साथ साथ यह पेय अजमा कर जरूर देखें। पीपल नपुंसकता कमजोरी दूर करने में अचूक अमूल्य औषधि का काम करता है।
दूसरा तरीका : पीपल बीज न मिलने पर पीपल की कोमल रसदार पत्तियां और पीपल की हवा में कोमल लहराने वाली जड़ों को पीसकर गाय के दूध के साथ सेवन कर सकते हैं। पीपल बीज नपुंकसकता कमजोरी दूर करने में ज्यादा कारगर सिद्ध है। पीपल नपुंसकता कमजोरी दूर करने के साथ साथ सैकड़ों विकारों को दूर करने में सक्षम पाया गया है। पीपल फल, बीज खास फायदेमंद औषधि रूप है।