तांबे बर्तन का पानी पीने से कैंसर क्योर करने में सक्षम पाया गया है। शोध में पाया गया है कि तांबें में एन्टीऐजिंग, एन्टीबायोटिक, एंटीऑक्सीडेंट, ओलीगोडिनेमिक, बैक्टीरियल, एन्टीफ्लेमेन्टरी, कासीनजन जैसे महत्वपूर्ण गुण मौजूद हैं। जोकि कैंसर क्योर करने में सहायक फायदेमंद हैं। विख्यात आर्युवेद प्राचीन काल से ही तांबें बर्तन के यानि ताम्र गुणों फायदों का व्याख्यान करता आया है। कैंसर ग्रसित व्यक्ति के लिए तांबा बर्तन पानी एक तरह से नेचुरल कैंसर क्योर दवा का काम करता है। तांबें में एन्टीऐजिंग, एन्टीबायोटिक, एंटीऑक्सीडेंट, ओलीगोडिनेमिक, बैक्टीरियल, एन्टीफ्लेमेन्टरी, कासीनजन जैसे महत्वपूर्ण स्वास्थ्यवर्धक गुण मौजूद हैं।
कैंसर ग्रसित व्यक्ति कांच, स्टील धातु से बने गिलास, मग, जग, लोटा, कटोरियां का इस्तेमाल की जगह शुद्ध तांबे के बने बर्तनों का इस्तेमाल करना फायदेमंद है। रोज सुबह शाम तांबें का मगों, जग में पानी ढक कर रखें। सुबह उठकर खाली पेट तांबें बर्तन में रखा रात का पानी पीयें। जब भी प्यास लगें, तांबें बर्तनों का इस्तेमाल करें। रोज सुबह शाम पानी बदलें और तांबे बर्तनों को स्वच्छ साफ रखें। तांबें बर्तन के पानी को स्वस्थ व्यक्ति भी पी सकता है। तांबें बर्तन का पानी निरोग और शुद्ध माना जाता है।
कैंसर रोधक तांबें बर्तन का पानी / कैंसर रोकथाम में तांबें बर्तन का पानी / COPPER VESSEL WATER FOR CANCER CURE / TAMBE KE BARTAN KA PANI CANCER DUR KARE
कैंसर ग्रसित व्यक्ति कांच, स्टील धातु से बने गिलास, मग, जग, लोटा, कटोरियां का इस्तेमाल की जगह शुद्ध तांबे के बने बर्तनों का इस्तेमाल करना फायदेमंद है। रोज सुबह शाम तांबें का मगों, जग में पानी ढक कर रखें। सुबह उठकर खाली पेट तांबें बर्तन में रखा रात का पानी पीयें। जब भी प्यास लगें, तांबें बर्तनों का इस्तेमाल करें। रोज सुबह शाम पानी बदलें और तांबे बर्तनों को स्वच्छ साफ रखें। तांबें बर्तन के पानी को स्वस्थ व्यक्ति भी पी सकता है। तांबें बर्तन का पानी निरोग और शुद्ध माना जाता है।
ताबें बर्तन को लेकर सही तथ्य एवं सावधानियां
- तांबें बर्तन को स्वच्छ साफ रखें। तांबें बर्तन को गन्दा, मैला, कुचैला नहीं होने दें।
- तांबा बर्तन हमेशा चमका कर साफ रखें। तांबा बर्तन चमकना चाहिए। ताबें बर्तन में जितनी चमक एवं स्वच्छ होगा। उतना ज्यादा ही तांबे बर्तन पानी फायदेमंद होता है।
- तांबें के बर्तन के पानी का सेवन इस्तेमाल 7-12 घण्टे के अन्दर-अन्दर करें।
- 48 घण्टों के बाद तांबें के बर्तन का पानी नुकसानदायक हो सकता है।
- तांबें बर्तन स्वच्छ साफ रखें, लम्बे समय का बासी पानी सेवन ना करें। जहां एक और तांबा बर्तन पानी अमृत है। दूसरी ओर नुकसानदायक हो सकता है।
प्राचीन काल में लगभग हर घर में तांबें, कास्य, चांदी बर्तनों का इस्तेमाल होता था। जोकि स्वास्थ्यवर्धक फायदेमंद थें। आधुनिक जीवन शैली बदलने से साथ-साथ व्यक्ति जीवन शैली मोर्डन आधुनिक हो गया। कांच, स्टील, आदि मिश्रत धातुओं से बने बर्तनों का इस्तेमाल तेजी से करने लगा है। साथ में शरीरिक गतिविधयां जैसे पैदल चलना-फिरना, दौड-भाग, योगा-आसन, व्यायाम की कमी एवं संतुलित पौष्टिक आहार, शुद्ध जैविक साग-सब्जियां-फल-अनाज की कमी के कारण सीधे-सीधे रोगों को निमंत्रण देती हैं। आधुनिक विकास दौड़भाग के साथ-साथ स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना अति आवश्यक है।