रोज 45 मिनट तेज-तेज चलकर सैर करना यानि कि शरीर में रक्त संचार तीब्र एवं रक्त कोशिकाओं को सुचारू करना एक बड़ा स्वास्थ्य राज है। रोज सुबह शाम लगभग 3 किलोमीटर तेज-तेज पैदल चलना उत्तम सैर है। जोकि तेजी से कैलोरी बर्न करती है। रोज सुबह शाम सैर करने से मोटापा, डायबिटीज, कोलेस्ट्रोल, ब्लडप्रेशर, कैंसर, यूरिक ऐसिड, गैस कब्ज, घुटनों दर्द सूजन, मांसपेशयों के दर्द, नसों में खिचाव, मांसिक तनाव, तरह-तरह बीमारियां विकारों को घटाने-मिटाने में सक्षम है। रोज तेज-तेज सैर करने से शरीर को स्फूर्ति, चुस्त, ऊजावान एवं निरोग बनाने में सक्षम है। सैर करने से शरीर के अंग-अंग की व्यायामआसानी से हो जाती है। रोज सैर करना एक तरह से लम्बी उम्र और निरोग जीवन की पहचान है।
सैर रखे स्वस्थ निरोग / सैर करने के फायदे DAILY WALKING BENEFITS IN HINDI / SAIR KARNE KE FAYDE / HEALTH BENEFITS OF WALKING

सैर करते वक्त जानने वाली खास बातें
सुबह शाम सैर करना फायदेमंद है। यह सभी जानते हैं। परन्तु सही तरह की सैर करने के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। धीरे चलना, गर्दन झुकाकर चलना, आगे की झुक कर चलना, रूक-रूक कर चलना सैर के गलत तरीके हैं। सही तरीके की सैर में शरीर को ठीलेपन और सीधे खडे सही स्थिति में चलने से पूरे शरीर अंगों की अच्छी व्यायाम हो जाती है। सैर करने के तुरन्त बाद पानी ना पीयें। रोज सैर कैलोरी बर्न करने का अच्छा सस्ता उत्तम माध्यम है। सैकड़ों केलौरी बर्न पेय पदार्थ, दवाईयां, पाउडर चूर्ण आदि बाजार में महंगे दामों में मौजूद हैं। जोकि आम व्यक्ति के बजट से ज्यादा हैं। सैर करने से मेटाबोलिज्म नियत्रंण करने में सहायक है।
मोटापा वजन घटाये सैर
रोज सैर करने से मोटापा वजन नियत्रंण करने का अच्छा माध्यम है। सैर कैलोरी बर्न करने का आसान सस्ता तरीका है। लगातार मात्र 25-30 दिनों तक तेज-तेज चलकर सैर करने से मोटापा वजन और शरीर पर जमी फालूत चर्बी आसानी से घटने में सक्षम है।
दर्द निवारण सैर
यूरिक एसिड़ से पैरो के दर्द, घुटनो के दर्द, कुल्हो के दर्द, हड्डियों एवं मांसपेशियों के दर्द से छुटकारा के लिए रोज सैर करने से जल्दी आराम मिलता है। रोज सुबह शाम सैर करने से शरीर दर्द मुक्त एवं चुस्त रहने में सहायक है।
पाचन क्रिया दुरूस्त बनाने सैर
रोज सैर करना गैस, कब्ज, पाचन सम्बन्धित समस्यों से छुटकारा पाने का अच्छा तरीका है। सैर करने के तुरन्त बाद पानी नहीं पीना चाहिए। 30-45 मिनट बाद ही कुछ खायें पीयें।
शरीर रखे चुस्त और तनाव डिप्रेशन मुक्त
रोज सैर करने से शरीर चुस्त ऊजावान और तनाव मुक्त रखने में सक्षम है। आलस्य एंव तनाव दूर करने में रोज सैरअच्छा माध्यम है। सैर से मस्तिष्क तरोतारा डिप्रेशन मुक्त रहता है।
ब्लडप्रेशर और कोलेस्ट्रोल
रोज सुबह शाम सैर करने से ब्लडप्रेशर रहने में सहायक है। सैर से कोलेस्ट्रोल नियत्रंण रखने में सक्षम है। हार्ट और ब्लड प्रेशर पीडित व्यक्ति के लिए रोज सुबह शाम सैर करना फायदेमंद है। सैर करने से ब्लडप्रेशर कोलेस्ट्रोल नियत्रंण में करने का अच्छा माध्यम है।
कैंसर
हर तरह के कैंसर में रोज सुबह शाम सैर करना फायदेमंद है। सैर करने से रक्त संचारू और कोशिकाओं को सुचारू रखने में सक्षम है। रोज सैर करने से महिलाओं में स्तन कैंसर होने की सम्भावना ना के बराबर रहती है। कैंसर रिस्क कम करने के लिए रोज सैर अच्छा माध्यम है।
यूरिक एसिड घटाये
यूरिक एसिड समस्या शीघ्र ठीक करने के लिए रोज सुबह शाम खूब सैर करना का उत्तम माध्यम है। सैर करने से पैरों एड़ियों, गांठों के बीच जमने वाले एसिड़ क्रिस्टल आसानी से हट जाता है। अकसर क्रिस्टल प्रोटीन- यूरीन के टूटने से बनकर जोड़ों खासकर पैर एड़ियों के मध्यम जमा हो जाता है, जिससे चलने फिरने में पैरों में तेज दर्द सूजन होती है।
डायबिटीज
डायबिटीज मरीज के लिए शुगर लेवल नियंत्रण में रखने के लिए सैर करना एक अच्छा माध्यम है। सैर करने से दूषित रक्त कण पसीने के माध्यम से शरीर से बाहर आ जाता है। रोज सैर करने से डायबिटीज होने की सम्भावनाएं बहुत कम रहती है।
आधुनिक बदलते जीवन शैली में व्यक्ति आरामदायक लाईफस्टाइल में फंस गया है। जोकि शरीर को तरह-तरह की बीमारियां विकारों से औसतन 35 वर्ष उम्र में ही ग्रसित कर रहा है। प्राचीन लोगों का लम्बी उम्र का राज मीलों रोज पैदल चलना, नेचुरल शुद्ध फल, सब्जियां, अनाज सेवन और सादी जीवन शैली थी। सर्वे अनुसार विश्वभर में लगभग 23 प्रतिशत लोग पैदल चलना पसंद करते हैं। भारत में केवल लगभग 18 प्रतिशत लोगों का औसतन 500 मीटर पैदल चलना आंका गया है। रोज सैर करना एक तरह से लम्बी उम्र और निरोग जीवन की पहचान है।
मोटापा वजन घटाये सैर
रोज सैर करने से मोटापा वजन नियत्रंण करने का अच्छा माध्यम है। सैर कैलोरी बर्न करने का आसान सस्ता तरीका है। लगातार मात्र 25-30 दिनों तक तेज-तेज चलकर सैर करने से मोटापा वजन और शरीर पर जमी फालूत चर्बी आसानी से घटने में सक्षम है।
दर्द निवारण सैर
यूरिक एसिड़ से पैरो के दर्द, घुटनो के दर्द, कुल्हो के दर्द, हड्डियों एवं मांसपेशियों के दर्द से छुटकारा के लिए रोज सैर करने से जल्दी आराम मिलता है। रोज सुबह शाम सैर करने से शरीर दर्द मुक्त एवं चुस्त रहने में सहायक है।
पाचन क्रिया दुरूस्त बनाने सैर
रोज सैर करना गैस, कब्ज, पाचन सम्बन्धित समस्यों से छुटकारा पाने का अच्छा तरीका है। सैर करने के तुरन्त बाद पानी नहीं पीना चाहिए। 30-45 मिनट बाद ही कुछ खायें पीयें।
शरीर रखे चुस्त और तनाव डिप्रेशन मुक्त
रोज सैर करने से शरीर चुस्त ऊजावान और तनाव मुक्त रखने में सक्षम है। आलस्य एंव तनाव दूर करने में रोज सैरअच्छा माध्यम है। सैर से मस्तिष्क तरोतारा डिप्रेशन मुक्त रहता है।
ब्लडप्रेशर और कोलेस्ट्रोल
रोज सुबह शाम सैर करने से ब्लडप्रेशर रहने में सहायक है। सैर से कोलेस्ट्रोल नियत्रंण रखने में सक्षम है। हार्ट और ब्लड प्रेशर पीडित व्यक्ति के लिए रोज सुबह शाम सैर करना फायदेमंद है। सैर करने से ब्लडप्रेशर कोलेस्ट्रोल नियत्रंण में करने का अच्छा माध्यम है।
कैंसर
हर तरह के कैंसर में रोज सुबह शाम सैर करना फायदेमंद है। सैर करने से रक्त संचारू और कोशिकाओं को सुचारू रखने में सक्षम है। रोज सैर करने से महिलाओं में स्तन कैंसर होने की सम्भावना ना के बराबर रहती है। कैंसर रिस्क कम करने के लिए रोज सैर अच्छा माध्यम है।
यूरिक एसिड घटाये
यूरिक एसिड समस्या शीघ्र ठीक करने के लिए रोज सुबह शाम खूब सैर करना का उत्तम माध्यम है। सैर करने से पैरों एड़ियों, गांठों के बीच जमने वाले एसिड़ क्रिस्टल आसानी से हट जाता है। अकसर क्रिस्टल प्रोटीन- यूरीन के टूटने से बनकर जोड़ों खासकर पैर एड़ियों के मध्यम जमा हो जाता है, जिससे चलने फिरने में पैरों में तेज दर्द सूजन होती है।
डायबिटीज
डायबिटीज मरीज के लिए शुगर लेवल नियंत्रण में रखने के लिए सैर करना एक अच्छा माध्यम है। सैर करने से दूषित रक्त कण पसीने के माध्यम से शरीर से बाहर आ जाता है। रोज सैर करने से डायबिटीज होने की सम्भावनाएं बहुत कम रहती है।
आधुनिक बदलते जीवन शैली में व्यक्ति आरामदायक लाईफस्टाइल में फंस गया है। जोकि शरीर को तरह-तरह की बीमारियां विकारों से औसतन 35 वर्ष उम्र में ही ग्रसित कर रहा है। प्राचीन लोगों का लम्बी उम्र का राज मीलों रोज पैदल चलना, नेचुरल शुद्ध फल, सब्जियां, अनाज सेवन और सादी जीवन शैली थी। सर्वे अनुसार विश्वभर में लगभग 23 प्रतिशत लोग पैदल चलना पसंद करते हैं। भारत में केवल लगभग 18 प्रतिशत लोगों का औसतन 500 मीटर पैदल चलना आंका गया है। रोज सैर करना एक तरह से लम्बी उम्र और निरोग जीवन की पहचान है।