मानव मस्तिष्क संरचना About Human Brain in Hindi Health Tips in Hindi, Protected Health Information, Ayurveda Health Articles, Health News in Hindi मानव मस्तिष्क संरचना About Human Brain in Hindi - Health Tips in Hindi, Protected Health Information, Ayurveda Health Articles, Health News in Hindi

मानव मस्तिष्क संरचना About Human Brain in Hindi

आम मनुष्य 5 प्रतिशत ही मस्तिष्क का भाग इस्तेमाल करता है। 95 मस्तिष्क इस्तेमाल नहीं होता है। यह आश्र्यजनक पहेली है। मनुष्य अगर 10 प्रतिशत तक भी दिमाग इस्तेमाल कर ले, तो मनुष्य दुनिया का सुपर नेचुरल पॉवर जीव हो जायेगा। सब कुछ सम्भव हो जायेगा। मस्तिष्क की अधिक दक्षता कैसे बढ़ायें ? यह वैज्ञानिकों के लिए शोध विषय बना है। प्रसिद्ध वैज्ञानिकों एवं बुद्धिमान व्यक्तियों का भी मस्तिष्क इस्तेमाल भगभग 5.6 प्रतिशत तक ही पाया गया। मानव धरती में सबसे जीनियस प्राणी है। परन्तु मानव भी मास्तिष्क का 5 प्रतिशत से 5.6 तक प्रतिशत ही इस्तेमाल कर पाता है। 100 प्रतिशत इस्तेमाल तो बहुत दूर की बात है। जोकि असम्भव है। क्योंकि मस्तिष्क सूक्ष्म न्युरॉनस डोपामाइन प्रणाली है। जिसे बाहरी कृत्रिम प्रणाली भी प्रभावित कर बढ़ा नहीं सकती।

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मानव के दिमाग के बारे में अदभुत तथ्य

  • मनुष्य जब जाग रहा होता है। उस समय दिमाग ऊर्जा 10 वाट के बिजली बल्ब जलाने की क्षमता रखती है।
  • ब्रेन शरीर के सभी अंगों को कार्य करने के अनुदेश देता है। ब्रेन के दोनों भाग (दहिनां और बांया) एक दूसरे को नियत्रंण आदेश देते हैं। आपस में मिलजुल कर कार्य करते हैं।
  • मस्तिष्क में मौजूद मिइब्रेन डोपामाइन प्रणाली शरीर में होने वाली घटनाओं को तुरन्त संकेत कर भेजता और भविष्य के लिए आगा करने का कार्य करता है। मिइब्रेन डोपामाइन क्षमता तीब्र होने से व्यक्ति की भविष्यवाणी सत्य होती है।
  • 1 दिन में मस्तिष्क लगभग 60000 बार सोचने विचारने की क्षमता रखता है।
  • मस्तिष्क लगभग 170 मील / 272 किमी. प्रति घण्टे की रफ्तार से सन्देश भेजता है।
  • का मस्तिष्क की आकृति विकास 5-8 वर्ष तक पूर्ण रूप से होता है। इस्तेमाल लाईफ टाइम चलता है।
  • दिमाग लर्निंग गति रात और सुबह ज्यादा होती है। दिन के मुकाबले रात को ब्रेन ज्यादा सक्रीय रहता है।
  • मस्तिष्क न्युरॉन के माध्यम से शरीर के अंगों को 0.5 प्रति सैकेण्ड से लेकर 120 प्रति सैकेण्ड गति से सन्देश भेजता और लेता है।
  • मस्तिक में बनी दरारें, खाचें के ग्रे हिस्से में न्युरॉन्स रहते हैं। मस्तिष्क जब नया सीखता - याद करता है तो स्टोर के रूप में मस्तिष्क में एक नये सलवट रेखा बन जाती है।
  • मस्तिष्क में न्युरॉनस की संख्या अनगिनत है। आकाश में मौजूद हजारों करोड़ों आकाशगंगा से भी ज्यादा हर एक न्युरॉन की विकसित क्षमता होती है। मस्तिष्क में मौजूद सभी न्युरॉनस की संख्या सही तरह से नहीं गिनी जा सकती।
  • मस्तिष्क एक दिन में लगभग 30 मिनट तक अन्धेरे में रहता है। क्योंकि व्यक्ति एक दिन में लगभग 20 हजार बार पलकें झपकाता है।
  • महिला और पुरूष के मस्तिक साईज में अन्तर होता है। पुरूष मस्तिक साईज महिला मस्तिष्क साईज से बड़ा होता है। पुरूष का बांया मस्तिक हिस्सा महिलाओं से ज्यादा सक्रीय रहता है। महिला पुरूष के मस्तिष्क की बनावट आकृति भिन्न होती है।
  • स्वस्थ पूर्ण विकसित मस्तिष्क कम्प्यूटर से 30000 गुना तेजी से काम कर सकता है। जिसे सुपर पावर कह सकते हैं।
  • पलके झपकते ही ब्रेन आंखों द्धारा कैप्चर चित्र को 1 सैकेण्ड के 16 भाग से कम में स्टोर और डिलीेट कर देता है। यह चित्र के विचलन और चित्रण पर निर्भर करता है।
  • बडे सिर के व्यक्ति का दिमाग छोटे सिर के व्यक्ति के दिमाग से 0.2 - 0.6 प्रतिशत न्युरॉन्स ज्यादा होते हैं। बड़ा सिर वाला व्यक्ति ज्यादा चालाक बुद्धिमान होता है। जैसेकि प्रसिद्ध वैज्ञानिकों के सिर साधारण व्यक्ति से बड़े थे।
  • दिमाग शरीर के विकास के लिए रात सोते समय पिटूडटेरी कोशिका से होर्मोंन छोड़ती है। जिससे शरीरिक ढांचे का विकास होता है।
  • हँसते वक्त, खुशी के वक्त मस्तिष्क चेतना 5 प्रतिशत पूरी तरह से सक्रीय रहती है। खुश रहने से दिमाग चंचल स्वस्थ रहता है।
  • मस्तिष्क में दर्द नहीं होता है। मस्तिष्क में स्व-दर्द नस नहीं होती है। सिर पर चोट लगने पर मस्तिष्क की बाहरी आकृति कोशिकाओं ढ़ाचे के माध्यम से मस्तिष्क को दर्द संकेत महसूस करता है। इसी लिए सिर की चोट दर्द कम और घातक जानलेवा ज्यादा होती है।
  • मस्तिष्क में मौजूद न्युरॉनों ज्यादा सक्रीय पढ़ते, लिखते, बोलते, समझते वक्त होते हैं। जिससे दिमाग स्मरण शक्ति बढ़ती है।
  • मस्तिष्क में लगभग 100000 मील लम्बी रेखांकिंत बारीक वाहिकाएं मौजूद हैं।
  • एक स्वस्थ व्यक्ति का मस्तिक वजन जगभग 1.5 किलोग्राम तक होता है।
  • मस्तिष्क 75 प्रतिशत से भी ज्यादा पानी से बना होता है। शरीर का सबसे नाजुक अंग है। बच्चों को पढ़ते वक्त, या किसी भी बात पर सिर मस्तिष्क पर हल्का भी मारना घातक होता है।
  • मस्तिष्क शरीर से 20 प्रतिशत ऑक्सीजन, 20 प्रतिशत रक्त, 20 प्रतिशत ऊर्जा प्रयोग करता है।
  • मस्तिष्क में 1 सैकेण्ड में लगभग 100000 न्युरॉनस क्रियाविन्त रहते हैं।
  • गर्भावस्था के दौरान महिला के मस्तिक में न्युरॉन 25000 प्रतिमिनट से तेजी से बढ़ते हैं। गर्भावस्था में महिलाओं की स्मरण शक्ति तीब्र होती है।
  • मस्तिष्क के 40 प्रतिशत हिस्सा ग्रे रंग का है और बाकी 60 प्रतिशत हिस्सा सफेद रंग का होता है। मस्तिष्क में कार्य संचार करने वाले न्युरॉन मस्तिष्क के ग्रे हिस्से में ही रहते हैं।
  • मस्तिष्क लगभग 6 मिनट तक बिना ऑक्सीजन के जीवित रह सकता है। परन्तु 6 मिनट के बाद ऑक्सीजन नहीं मिलने से ब्रेन मृत - क्षतिग्रस्त हो जाता है।
  • पढ़ने, लिखने, बोलने, समझते से व्यक्ति के न्युरॉनस की संख्या तेजी से बढ़ती है। मस्तिष्क में सलवट रेखा बनती है। जिसे स्मरण शक्ति कहते हैं।
  • एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति के मस्तिक को ध्यान से देखता है, उस समय दोनों व्यक्तियों का दांया मस्तिष्क सक्रीय रहता है। और 40-45 वर्ष उपरान्त मस्तिष्क नेचुरली सिकुड़ने लगाता है।
  • ब्रेन तीन भागों Forebrain, Midbrain, and Hindbrain में विभक्त होता है।