बथुआ सर्दियों के मौसम में गेहूं फसल के साथ उपज जाती है। बथुआ हरी पत्तियां सब्जी, दाल, पराठें, रायता, मिक्स साग इत्यादि स्वादिष्ट व्यजंन पकवान रेसपी बनाने में इस्तेमाल किया जाता है। बथुआ भारत में लगभग सभी राज्यों और विश्व भर में पाया जाता है। बथुआ प्राचीन काल से ही स्वास्थ्यवर्धक मन पसंद रहा है। बथुआ स्वादिष्ट एंव पौष्टिकता से भरपूर सब्जी है। बथुआ में विटामिन ए, विटामिन बी कम्पलैक्स, कैल्शियम, आयरन, कार्बोहाईडेट, पोटैशियम, प्रोटीन, फाॅस्फोरस, मैग्नीशियम, जिंक, सोडियम, मैग्नीज, गुण तत्व पाये जाते हैं। बथुआ फायदेमंद है। बथुआ को Bathua, Goosefoot, Chenopodium Album, बथु, बेथू, बेथ्यू, बथुआ, बाथू नामो से जाना जाता है। बथुआ जितना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। ज्यादा बथुआ रेसिपी खाना नुकसानदायक हो सकता है। बथुआ से बनी चीजें सीमित मात्रा में खायें। बथुआ फायदेमंद और नुकसानदायक दोनों है। परन्तु बथुआ पत्तियां नींम, गुड, मिश्री, पुदीना पत्तियां के साथ चबाकर खाये जाये तो ज्यादा फायदेमंद है।
बथुआ के फायदे और नुकसान / पौष्टिक बथुआ / Bathua Ke Fayde Aur Nuksan In Hindi / Benefits Bathua Goosefoot / Postic Bathua
बथुआ का इस्तेमाल सेवन
- बथुआ सब्जी
- बथुआ दाल
- बथुआ रायता
- बथुआ साग
- बथुआ पराठें
- बथुआ बीज पाउडर
- बथुआ भजिया
बालों को दे नेचुरली पोषण, काला सुन्दर
बथुआ बालों को नेचुरल काला और जड़ से मजबूत करने में सहायक है। बथुआ और आंवला का मिक्स रस बालों पर लगाना खास फायदेमंद है। इससे प्रोटीन, आयरन, विटामिन कम्पलैक्स, फास्फोरस जैसे आवश्यक खनिज पौषण गुण बालों को एक साथ मिल जाते हैं।रक्त बढ़ाये बथुआ
बथुआ रक्त की कमी दूर करने में सहायक है। बथुआ में आयरन, प्रोटीन, कैल्शियम रिच मात्रा में मौजूद हैं। जल्दी खून की कमी पूरी करने के लिए बथुआ साग, अनार गाजर रस, गुड़ फायदेमंद है।दांतों के लिए खास बथुआ
दांतों के विकारों, पायरिया, माउथ अल्सर, मुंह की बदबू, दांत दर्द जैसे समस्याओं से निजात पाने के लिए रोज सुबह बथुआ के पत्तों और नींम के पत्तों को चबाकर खाना फायदेमंद है।गैस कब्ज में बथुआ
पेट गैस - कब्ज, पेट समस्या से निजात दिलाने में बथुआ सेवन फायदेमंद है। बथुआ पेट विकारों के लिए खास माना जाता है।पाचन शक्ति बढ़ाये बथुआ
जिन लोगों को भोजन पाचन समस्या, खटटे डकार, भूख नहीं लगना, पेट फूलना आदि समस्याऐं है। सभी पाचन, भूख विकार दूर करने में बथुआ फायदेमंद है।रोशनी तेज करे बथुआ
नजर कमजोर होने पर बथुआ का साग खाना फायदेमंद है। बथुआ नजर बढ़ाने में खास सहायक है।बवासीर में बथुआ
बवासीर विकार पर प्लीहा तिल्ली बनने बढ़ने पर बथुआ उबाल कर खाने से घटाने मिटाने में सहायक है। जल्दी फायदे के लिए उबले बथुआ में कलौंजी, दालचीनी पाउडर मिलाकर सेवन करें।रक्त साफ करे बथुआ
बथुआ और नींम के पत्तियों का रस सेवन करने से रक्त साफ होता है। अकेला बथुआ Blood Purify / रक्त साफ नहीं कर सकता है। हार्ट मरीज के लिए बथुआ मना है।पेट के कीड़े साफ करे बथुआ
बथुआ पत्तियों का रस और गिलोय सेवन पेट के कीड़े बाहर निकालने में सहायक है। बथुआ गिलाय पेट के कीड़े मारने में खास है।महिलाओं के लिए बथुआ
पीरियड्स में गड़बड़ होने पर बथुआ बीज, अदरक पाउडर का उबाला पानी पीना फायदेमंद है। प्रसव के उपरांत होने वाली पीड़ा संक्रामण दर्द से छुटकारा पाने के लिए बथुआ, मेथी, अजवाइन, तुलसी, गुड मिश्रण सेवन करना फायदेमंद है। बथुआ का सेवन गर्भावस्था के समय नहीं करना चाहिए।पेशाब जलन में बथुआ
पेशाब में जलन, संक्रमण होने पर बथुआ रस मिश्री के साथ सेवन करने से मूत्र विकारों से आराम मिलता है। मूत्र विकार दूर करने में बथुआ मिश्री खास है।यूरिक एसिड घटाये बथुआ
यूरिक एसिड लेवल बढ़ने पर रोज सुबह खाली पेट बथुआ रस पीयें। 2 से 3 घण्टे अन्तराल में कुछ खायें पीयें। बथुआ यूरिक एसिड में उत्तम आहार है।बथुआ खाने में सावधानियां
- बथुआ में आक्जेलिक एसिड, प्रोटीन ज्यादा होता है। बथुआ से बनी चीजें सीमित मात्रा में खायें।
- बथुआ किडनी स्टोन मरीज के लिए मना है।
- गर्भवती महिला के लिए बथुआ रेसिपी खाना मना है।
- हार्ट मरीज को बथुआ नहीं खाना चाहिए। बथुआ हार्ट वाहिकाओं को ब्लोकेज कर सकता है। हार्ट मरीज बथुआ नींम के पत्तों, गुड़ के साथ सेवन करना फायदेमंद है।
- ज्यादा बथुआ खाने से डायरिया का भय बना रहता है।