सर्दियों में फटी त्वचा का उपचार Winter Cracked Skin in Hindi Health Tips in Hindi, Protected Health Information, Ayurveda Health Articles, Health News in Hindi सर्दियों में फटी त्वचा का उपचार Winter Cracked Skin in Hindi - Health Tips in Hindi, Protected Health Information, Ayurveda Health Articles, Health News in Hindi

सर्दियों में फटी त्वचा का उपचार Winter Cracked Skin in Hindi

सर्दी मौसम में हाथों पैरों एडियों से माॅश्चराइज नमी कम होने से हाथ, पैर, एड़ियां, उगलियों के फटने का भय बना रहता है। हाथ, पैर, एड़ियां, उगलियों फटने पर काफी पीड़ादायक दर्द जलन होती है। सर्दी मौसम में अकसर ठंड़ी हवा लगने, ठंड़े पानी में देर तक रहने, कपड़े, बर्तन धोने या देर तक ठंड़े वातावरण में काम करने से त्वचा की कोशिकाओं में नमी-माॅश्चराइज की कमी बदलाव हो जाता है। 

त्वचा को फटने पर सुरक्षित नेचुरल एंटीसेप्टिक के्रक कीम लगाने और आर्युवेदिक घरेलू तरीकों से हाथों, पैरों, एड़ियों की त्वचा माॅश्चराइज की कमी होने से त्वचा फटने पर आसानी से बचाया जाता सकता है। सर्दियों में त्वचा को रूखापन होने से बचाना आवश्यक हो जाता है।

सर्दियों में फटी त्वचा का उपचार / BEST TIPS FOR WINTER CRACKED SKIN / WINTER CRACKED SKIN / SARDIYON KI FATI TWACHA KA ILAJ


सर्दियों में फटी त्वचा का उपचार, Winter Cracked Skin in Hindi, Winter Feet Care Tips, पैरों की देखभाल, tips for Winter Cracked Skin, Cracked Dry Skin Winter Care, Preventing tips for winter cracked Skin, sardiyon me fati twacha ka upchar, sardiyon ki fati twacha ka ilaj, सर्दियों में फटी त्वचा से छुटकारा, winter cracked skin care


सर्दियों में त्वचा को फटने रूखापन से बचाने के आर्युवेदिक घरेलू तरीके 
  • सर्दियों में त्वचा को फटने से बचाने के लिए, रोज हाथों, पैरों, एड़ियों की त्वचा को प्यूमिक स्टोन से रगड़कर धायें। फिर सरसों के तेल से मालिश करें। इससे त्वचा में माॅश्चराइज की कमी नहीं होती है। हाथ, पैर, एड़ियां फटने की समस्या से आसानी से बच जा सकता है।
  • सप्ताह में 2-3 बार हाथ, पैर एड़ियों पर शहद से मलिस करें। फिर टब में गुनगुना पानी कर पैरों को 10-15 मिनट तक डुबों कर रखें। बाद में यूमिक स्टोन से हल्का रगड़ कर धायें।
  • टब के गुनगुने पानी में पैरों को डुबों कर रखें। फिर नींबू को दो हिस्सों में बीच से काटकर नींबू से पैर, एड़ियों को हल्का रगड़ें। इससे त्वचा पर माॅश्चराइज की कमी नहीं होगी और त्वचा साफ कोमल बनाने में सहायक है।
  • नींम की हरी पत्तियां पीसकर लेप बना लें। नींम के बने पेस्ट को दहीं के साथ अच्छे से मिलाकर पैरों, एड़ियों पर लगाकर 30-40 मिनट तक छोड़ दें। बाद में गुनगनु पानी से हल्का रगड़कर धो लें। यह एक तरह से नेचुरल के्रक क्रीम का काम करता है।
  • गुनगुने पानी में पैरों एड़ियों को 15-20 तक डुबों कर रखें। फिर यूमिक स्टोन से स्क्रब करें। बाद में तोलिए से पोछकर कर आर्युवेदिक सुरक्षित एंटीसेप्टिक क्रीम लगायें।

फटी हाथ - पैर - एड़ियों का सटीक इलाज 

  • हाथ पैर एड़ियां फटने पर सुरक्षित आर्युवेदिक माॅश्चराइज एंटीसेप्टिक क्रीम लगायें।
  • पानी से तुरन्त आने के बाद क्रेक क्रीम नहीं लगायें। हाथ पैर एडियां हल्का सूखने के बाद सरसों तेल, सुरक्षित माॅश्चराइज एंटीसेप्टिक क्रीम आदि लगायें।
  • फटी त्वचा पर जैतून तेल, नारियल तेल मिलाकर लगाने से फटी त्वचा से जल्दी आराम मिलता है।
  • फटे हाथों पैरों एड़ियां की त्वचा को जलनशील पीड़ादायक चीजों जैसे, नमक, मिर्च, कैमिक्ल युक्त चीजों से बचायें। त्वचा फट पर अचानक जलनशील चीज लगने पर तेज दर्द, जलन, खुजली, पीड़ा हो सकती है।
  • हाथों, पैरों, एड़ियों पर ग्लिसरीन और गुलाबजल मिलाकर मालिश करें। ग्लसरीन और गुलाबजल मालिश काफी हद तक हाथ पैर, एड़ियां फटने से बचाने में सहायक है।
  • हाथ पैर एड़ियां फटने पर नारियल पानी और शहद का मिश्रण 15-20 मिनट तक लगायें। फिर गुनगुने पानी से धो लें। नारियल पानी और शहद मिश्रण फटी त्वचा को जल्दी ठीक करने में सहायक है।
  • फटी ऐड़ियों को जल्दी भरने के लिए चावल का आटा और कच्चे नारियल का गूदा मिलाकर पेस्ट मालिश करने से जल्दी क्रेक स्किन से छुटकारा मिलता है।
  • फटी एड़ियां को जल्दी ठीक करने के लिए क्रेक त्वचा पर खूब सारा सरसों तेल लगाकर, ऊपर से मोमबत्ती रगड़कर भरकर जुराफें पहन लें। 4-5 घण्टे बाद प्यूमिक स्टोन से स्क्रब कर धो लें। इस प्रक्रिया से मृत क्रेक त्वचा आसानी से स्क्रब करते वक्त निकल जाती है। लगातार 8-10 दिन करें।
  • पानी में ज्यादा देर तक रहने से बचें। कपड़े बर्तन धोते समय वाटरपूू्रफ गल्बस, दस्तानों का इस्तेमाल करें।
  • पैरों पर गर्म जुराफें, और आराम दायक गर्म जूते पहनें।
  • घर से बाहर जाते समय और रात को सोने से पहले हाथों, पैरो, एड़ियों पर माॅश्चराइज एंटीसेप्टिक क्रीम या सरसों तेल, नारियल तेल, जैतून तेल से मालिश जरूर करें।
  • सर्दियों में हाथ पैर धोने पर समय पर तुरन्त नेचुरल सुरक्षित माॅश्चराइज एंटीसेप्टिक क्रीम जरूर लगायें।
  • संतुलित पौष्टिक आहार लें। सही खानपान काफी हद तक सर्दी मौसम में त्वचा फटने से बचाने में सहायक है। दूध, दही, पनीर, पत्तेदार सब्जियां, फल, अण्डे, मछली, फल रस आदि डाईट पौष्टिक आहार में शामिल करें।