दिल का दौरा पड़ने पर हृदय की धमनियां में चर्बी जमने से रक्तसंचार में रूकावट अकसर हो जाती है। आर्युवेदिक तरीकों से हृदय धमनियों को ब्लोक रूकावट होने से रोका जा सकता है। जिससे हृदय में आक्सीजन निरन्तर बनी रहे। हृदय घात कोन्जेस्टिव फेल्यर, कोरोनरी विकार, उच्च रक्तचाप, कार्डियन अरेस्ट जैसे गम्भीर विकारों समस्या में रक्त जमना, रक्त रूकावट से हृदय घात होने की संभावना ज्यादा बन जाती है। यह खास आर्युवेदिक औषधि धमनियों में रक्त जमने से बचाने में सक्षम है। औषधि सेवन से धमनियों वहिकाओं में रक्त संचार सुचार और रक्त पतला रहता है। हार्ट अटैक की संभावनाऐं नहीं के बराबर रहती है। रक्त को गाढ़ा और धमनियों वहिकाओं को सुचारू रोगमुक्त रखना जरूरी है। दिल, धमनियों को स्वस्थ सुचारू रखने के लिए खास पेय है।
हार्ट अटैक रोकथाम औषधि / Heart Attack rokne ka Juice / Hirdya Ghat rokne me Aushadhi / Heart Attack Prevention Juice in Hindi
हार्ट अटैक रोकथाम औषधि सामग्री
- लहसुन रस 1 चम्मच
- नींबू रस 1 चम्मच
- अदरक सौंठ पाउडर आधा चम्मच
- सेब सिरका 2 चम्मच
औषधि तैयार करने की विधि
लहसुन रस, नींबू रस, अदरक सौंठ पाउडर, सेब सिरका सभी चारों चीजों को कटोरी में 2-3 मिनट अच्छे से गाढ़ा लाल रंग में होने तक मिलायें।
औषधि सेवन विधि
लहसुन रस, नींबू रस, अदरक सौंठ पाउडर, सेब सिरका से बनी औषधि दिन में 2 बार खाने के तुरन्त बाद 1-1 चम्मच सेवन करना फायदेमंद है। यह औषधि हार्ट अटैक रोकथाम में खास सहायक है।हृदय को स्वस्थ रखने के लिए खाने का वक्त निर्धारित कर लें। रोज सैर, व्यायाम, योगा करें। और संतुलित पौष्टिक आहार डाईट चार्ट में शामिल करें।
लहसुन रस, नींबू रस, अदरक सौंठ पाउडर, सेब सिरका सभी चारों चीजों को कटोरी में 2-3 मिनट अच्छे से गाढ़ा लाल रंग में होने तक मिलायें।
औषधि सेवन विधि
लहसुन रस, नींबू रस, अदरक सौंठ पाउडर, सेब सिरका से बनी औषधि दिन में 2 बार खाने के तुरन्त बाद 1-1 चम्मच सेवन करना फायदेमंद है। यह औषधि हार्ट अटैक रोकथाम में खास सहायक है।हृदय को स्वस्थ रखने के लिए खाने का वक्त निर्धारित कर लें। रोज सैर, व्यायाम, योगा करें। और संतुलित पौष्टिक आहार डाईट चार्ट में शामिल करें।