पौष्टिक स्वादिष्ट देशी घी सबका मनपसंद पौष्टिक तत्वों और औषधीय गुणों से भरपूर है। शुद्ध गाय घी दिया जलाने, हवन, पूजा, वायु शुद्धिकरण धार्मिक कार्यों से लेकर खाना स्वादिष्ठ, पकवान पौष्टिक बनाने और शरीर को हष्टपुष्ट, ऊर्जावान, निरोग स्वस्थ बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। शुद्ध घी किसी औषधि से कम नहीं है। Healthy Ghee / देशी घी में प्रोटीन विटामिन ए, विटामिन डी, प्रोटीन, पोटैशियम, सैचुरेटेड फैट, मोनोसैचुरेटेड फैट, मोनोसैचुरेटेड फैट, पॉलीअनसेचुरेटेड, ट्रांस वसा, पॉलीअनसेचुरेटेड वसा, ओमेगा 3, फैटी एसिड, ओमेगा 6, फैटी एसिड, ओमेगा 9 फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में मौजूद हैं। गाय घी सेवन पाचन, मस्तिष्क, हड्डियों को दुरूस्त, मजबूत और शरीर ऊर्जावान, बलवान, सदाबहार जवान बनाये रखने का उत्तम माध्यम है। इसी लिए शुद्ध गाय घी की Healthy Ghee की संज्ञा दी गई है।
पौष्टिक गाय घी
बच्चे, युवा, बुजुर्ग सभी के लिए गाय का घी पौष्टिकता से भरपूर है। रोज देशी घी रोटी, दाल, सब्जी, चावल आदि में अवश्य खाना चाहिए। देशी घी शरीर को ऊर्जावान और रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सक्षम है।
जोड़ों के दर्द, त्वचा विकार दूर करे देशी घी
गाय घी मालिश त्वचा के मृत कोशिकाओं को पुन जीवित करने और त्वचा से विषाक्त कण निकालने में सहायक है। जोड़ों दर्द, शरीर दर्द में देशी घी में लहसुन पकाकर घी मसाज करना खास सहायक है।
नजर विकार दूर करे देशी घी
नजर कमजोर, आंखों में दर्द, जलन होने पर रोज देशी सेवन फायदेमंद है। 1 चम्मच देशी घी में 1-2 काली मिर्च दाना पाउडर मिलाकर सेवन करें। 10-15 मिनट बाद 1 गिलास दूध पीयें।
त्वचा विकार मिटाये देशी घी
देशी घी त्वचा संक्रामण, दाद, खाज, पेट जलन, दर्द ठीक करने में सक्षम है। देशी घी में कन्जुगेटेड लाईनोलीन अम्ल होता है। देशी घी सेवन त्वचा सक्रामण के साथ वजन नियत्रंण करने में सहायक है। प्राचीनकाल में देशी घी लेप त्वचा विकारों और पेट विकारों को ठीक करने में खूब इस्तेमाल किया जाता था।
एंटीआक्सीडेंट देशी घी
गाय घी में रिच एंटीआक्सीडेंट गुण मौजूद है। नित्य गाय घी सेवन रोगप्रतिरोधक सक्षम बढ़ाने का उत्तम श्रोत है।
स्त्रियों के खास फायदेमंद देशी घी
महिला श्वेत प्रदर समस्या में रोज गाय घी को चने, मिश्री के साथ सेवन करना फायदेमंद है। प्रसव उपरांत गाय घी से पंजीरी सेवन तेजी से शरीर में रक्त कमी पूरी करने और शरीर को ऊर्जावान, ताकतवर बनाने में खास सहायक है। गाय घी सेवन एक तरह से रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का अचूक श्रोत है। प्रेगनेंसी के दौरान देशी घी सेवन बच्चे मां दोनों के लिए फायदेमंद है।
कैंसर रोधक देशी घी
गाय के घी में कैंसररोधी गुण मौजूद हैं। माऊथ कैंसर, स्तन कैंसर और आंतों के कैंसर को रोकने में खास सहायक है।
अंदुरूनी कमजोरी दूर करे गाय घी
गाय घी और अखरोट मिश्रण सेवन नपुंसकता कमजोरी दूर करने में खास सहायक है। रोज 1 गिलास गुनगने दूध में 1 चम्मच देशी घी मिलाकर अखरोट के साथ सेवन करने से वीर्य शुक्राणु वृद्धि करने में सहायक है।
गैस कब्ज में खास दवा
गैस, कब्ज, पाचन क्रिया बिगड़ने पर गर्म दूध में गाय घी मिलाकर सोने से पहले पीने से पेट सम्बन्धित समस्त विकार एक साथ ठीक करने में सहायक है। खाना बनाने में तेल, घी की जगह शुद्ध गाय का घी इस्तेमाल करना फायदेमंद है।
बच्चों के खास गाय घी टोनिक और औषधि
बच्चों को हष्टपुष्ट बलवान बनाने में देशी घी खास सहायक है। और सर्दी जुकाम लगने पर देशी घी में लहसुन पकाकर गले, छाती, पीठ पर मालिश करने से कफ जमने से जल्दी छुटकारा दिलाने में सहायक है। और गाय घी सेवन बच्चों की यादाश्त बढ़ाने में सक्षम है।
फटी त्वचा कोमल सुन्दर बनाये गाय घी
चेहरे त्वचा पर देशी घी से मालिश करना फायदेमंद है। देशी घी फटे होठों, फटी त्वचा, एड़ियों को कोमल सुन्दर बनाने में खास सक्षम है।
हिचकी तुरन्त बंद करे देशी घी
हिचकी बंद ना होने पर गर्म पानी में आधा चम्मच देशी घी मिलाकर पीने से हिचकी तुरन्त बंद करने में सहायक है। और गाय घी चीनी के साथ खाने से भी हिचकी बंद हो जाती है।
कोमा मरीज के गाय घी औषधि
लम्बे समय से कोमा मरीज के लिए गाय घी यादाश्त लाने में सहायक है। गाय घी 2-3 बूदें गुनगुना कर नांक में डालें। धीरे-धीरे याददाश्त वापस लाने में सक्षम है।
नशा रोधक गाय घी
शराब, मादक पदार्थों का घातक नशा उतारने के लिए 5-6 चम्मच गाय घी में 1 चम्मच चीनी तवे में भून कर घी के साथ अच्छे से मिलाकर नशा रोगी को पिलाने से नशा शीघ्र उतारने में सहायक है। गुड़, चीनी, मीठे से परहेज करें।
सरदर्द, नांक एलर्जी दूर करे देशी घी
माइग्रेन दर्द, एर्जी से छुटकारे के लिए रोज गाय घी की मालिश फायदेमंद है। और 1-2 बूदें गाय घी गनुगुना कर नाक में डालने से जल्दी निजात दिलाने में सहायक है।
मुंह छाले ठीक करे गाय घी
मुंह में छाले पड़ने पर गाय घी और मिश्री सेवन छाले और जलन से शीघ्र आराम दिलाने में सहायक है।
फैट घटाने गाय घी
कई लोग गाय घी सेवन को मोटापा बढ़ाने में सहायक समझते हैं। शुद्ध गाय घी वजन मोटापा शरीर में चर्बी नहीं बढ़ाता है। है। गाय घी वजन, मोटापा, शरीर पर चबी जमने से बचाने में सहायक है।
बालों के लिए खास गाय घी
सप्ताह में 1-2 बार गाय घी से बालों पर मसाज करना फायदेमंद है। देशी घी बालों को जड़ से पोषण और मजबूती देने और बालों को नेचुरली काला चमकदार बनाने में खास सहायक है।
नांक बंद में खास देशी घी
सर्दी जुकाम से नांक बंद रहने पर घी गर्म कर सूंघना और लाल मिर्च को गाय घी में डुबों जलाकर धुआं सूखने से शीध्र नांक छिद्र ब्लोकेज ठीक करने में सहायक है। और छींक मारने से सम्पूर्ण शरीर ऊर्जा मात्र 2-3 सेकेंड में पुन सक्रीय वृद्धि सुचारू हो जाती है। छींक आने को अंधविश्वास ना समझें।
देशी घी इस्तेमाल में सावधानियां
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पौष्टिक गाय घी
बच्चे, युवा, बुजुर्ग सभी के लिए गाय का घी पौष्टिकता से भरपूर है। रोज देशी घी रोटी, दाल, सब्जी, चावल आदि में अवश्य खाना चाहिए। देशी घी शरीर को ऊर्जावान और रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सक्षम है।
जोड़ों के दर्द, त्वचा विकार दूर करे देशी घी
गाय घी मालिश त्वचा के मृत कोशिकाओं को पुन जीवित करने और त्वचा से विषाक्त कण निकालने में सहायक है। जोड़ों दर्द, शरीर दर्द में देशी घी में लहसुन पकाकर घी मसाज करना खास सहायक है।
नजर विकार दूर करे देशी घी
नजर कमजोर, आंखों में दर्द, जलन होने पर रोज देशी सेवन फायदेमंद है। 1 चम्मच देशी घी में 1-2 काली मिर्च दाना पाउडर मिलाकर सेवन करें। 10-15 मिनट बाद 1 गिलास दूध पीयें।
त्वचा विकार मिटाये देशी घी
देशी घी त्वचा संक्रामण, दाद, खाज, पेट जलन, दर्द ठीक करने में सक्षम है। देशी घी में कन्जुगेटेड लाईनोलीन अम्ल होता है। देशी घी सेवन त्वचा सक्रामण के साथ वजन नियत्रंण करने में सहायक है। प्राचीनकाल में देशी घी लेप त्वचा विकारों और पेट विकारों को ठीक करने में खूब इस्तेमाल किया जाता था।
एंटीआक्सीडेंट देशी घी
गाय घी में रिच एंटीआक्सीडेंट गुण मौजूद है। नित्य गाय घी सेवन रोगप्रतिरोधक सक्षम बढ़ाने का उत्तम श्रोत है।
स्त्रियों के खास फायदेमंद देशी घी
महिला श्वेत प्रदर समस्या में रोज गाय घी को चने, मिश्री के साथ सेवन करना फायदेमंद है। प्रसव उपरांत गाय घी से पंजीरी सेवन तेजी से शरीर में रक्त कमी पूरी करने और शरीर को ऊर्जावान, ताकतवर बनाने में खास सहायक है। गाय घी सेवन एक तरह से रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का अचूक श्रोत है। प्रेगनेंसी के दौरान देशी घी सेवन बच्चे मां दोनों के लिए फायदेमंद है।
कैंसर रोधक देशी घी
गाय के घी में कैंसररोधी गुण मौजूद हैं। माऊथ कैंसर, स्तन कैंसर और आंतों के कैंसर को रोकने में खास सहायक है।
अंदुरूनी कमजोरी दूर करे गाय घी
गाय घी और अखरोट मिश्रण सेवन नपुंसकता कमजोरी दूर करने में खास सहायक है। रोज 1 गिलास गुनगने दूध में 1 चम्मच देशी घी मिलाकर अखरोट के साथ सेवन करने से वीर्य शुक्राणु वृद्धि करने में सहायक है।
गैस कब्ज में खास दवा
गैस, कब्ज, पाचन क्रिया बिगड़ने पर गर्म दूध में गाय घी मिलाकर सोने से पहले पीने से पेट सम्बन्धित समस्त विकार एक साथ ठीक करने में सहायक है। खाना बनाने में तेल, घी की जगह शुद्ध गाय का घी इस्तेमाल करना फायदेमंद है।
बच्चों के खास गाय घी टोनिक और औषधि
बच्चों को हष्टपुष्ट बलवान बनाने में देशी घी खास सहायक है। और सर्दी जुकाम लगने पर देशी घी में लहसुन पकाकर गले, छाती, पीठ पर मालिश करने से कफ जमने से जल्दी छुटकारा दिलाने में सहायक है। और गाय घी सेवन बच्चों की यादाश्त बढ़ाने में सक्षम है।
फटी त्वचा कोमल सुन्दर बनाये गाय घी
चेहरे त्वचा पर देशी घी से मालिश करना फायदेमंद है। देशी घी फटे होठों, फटी त्वचा, एड़ियों को कोमल सुन्दर बनाने में खास सक्षम है।
हिचकी तुरन्त बंद करे देशी घी
हिचकी बंद ना होने पर गर्म पानी में आधा चम्मच देशी घी मिलाकर पीने से हिचकी तुरन्त बंद करने में सहायक है। और गाय घी चीनी के साथ खाने से भी हिचकी बंद हो जाती है।
कोमा मरीज के गाय घी औषधि
लम्बे समय से कोमा मरीज के लिए गाय घी यादाश्त लाने में सहायक है। गाय घी 2-3 बूदें गुनगुना कर नांक में डालें। धीरे-धीरे याददाश्त वापस लाने में सक्षम है।
नशा रोधक गाय घी
शराब, मादक पदार्थों का घातक नशा उतारने के लिए 5-6 चम्मच गाय घी में 1 चम्मच चीनी तवे में भून कर घी के साथ अच्छे से मिलाकर नशा रोगी को पिलाने से नशा शीघ्र उतारने में सहायक है। गुड़, चीनी, मीठे से परहेज करें।
सरदर्द, नांक एलर्जी दूर करे देशी घी
माइग्रेन दर्द, एर्जी से छुटकारे के लिए रोज गाय घी की मालिश फायदेमंद है। और 1-2 बूदें गाय घी गनुगुना कर नाक में डालने से जल्दी निजात दिलाने में सहायक है।
मुंह छाले ठीक करे गाय घी
मुंह में छाले पड़ने पर गाय घी और मिश्री सेवन छाले और जलन से शीघ्र आराम दिलाने में सहायक है।
फैट घटाने गाय घी
कई लोग गाय घी सेवन को मोटापा बढ़ाने में सहायक समझते हैं। शुद्ध गाय घी वजन मोटापा शरीर में चर्बी नहीं बढ़ाता है। है। गाय घी वजन, मोटापा, शरीर पर चबी जमने से बचाने में सहायक है।
बालों के लिए खास गाय घी
सप्ताह में 1-2 बार गाय घी से बालों पर मसाज करना फायदेमंद है। देशी घी बालों को जड़ से पोषण और मजबूती देने और बालों को नेचुरली काला चमकदार बनाने में खास सहायक है।
नांक बंद में खास देशी घी
सर्दी जुकाम से नांक बंद रहने पर घी गर्म कर सूंघना और लाल मिर्च को गाय घी में डुबों जलाकर धुआं सूखने से शीध्र नांक छिद्र ब्लोकेज ठीक करने में सहायक है। और छींक मारने से सम्पूर्ण शरीर ऊर्जा मात्र 2-3 सेकेंड में पुन सक्रीय वृद्धि सुचारू हो जाती है। छींक आने को अंधविश्वास ना समझें।
देशी घी इस्तेमाल में सावधानियां
- पीलिया, फैटी लिवर, हेपेटाइटिस विकारों में घी सेवन से बचें।
- अधिक मात्रा में देशी खाने से अपचन, दस्त, पेट दर्द समस्या हो सकती है।
- एक बार केवल 5 ग्राम यानि एक चम्मच तक ही देशी घी सेवन करें।
- सर्दी, जुकाम, खांसी में देशी घी सेवन से बचें।