अर्जुन पेड़ भारत में लगभग सभी जगह पाया जाता है। अर्जुन पेड़ की छाल, फल, बीज, पत्ते कई औषधीय गुणों से भरपूर है। अर्जुन पेड़ छाल को धूप में सुखाकर बारीक पीसकर पाउडर बनाकर औषधि रूप में इस्तेमाल किया जाता है। अर्जन पेड़ छाल रस, फूल, फल रस, बीज से कई तरह की औषधियां बनाई जाती हैं।
अर्जुन पेड़ पहचान : अर्जुन पेड़ को कौह, थेल्ला मदि, नीर मरधू, कंबकू, मरूधा, कोह, मरम, अर्टिनेलिया अर्जुन, Terminalia Arjuna आदि नामों से जाना जाता है। अर्जुन पेड़ लगभग 50 से 80 फुट लम्बे और टहनियां फैली होती हैं। छूने पर पत्ते एक तरह से चिकने और दूसरी तरफ से सख्त खुरदुरे महसूस होते हैं। पत्ते लम्बाई में 8 से 10 सेंमी. और चैडाई 3 से 5 सेमी. तक होते हैं। अर्जुन फल लगभग 2 इंच तक लम्बे होते हैं। छाल बाहर से मुलायम, थोड़ा सख्त हल्के सफेद रंग और अन्दर से हल्की लाल रंग में होती हैं। अर्जुन पेड़ की 5-6 मुख्य किस्में होती हैं। नदीं, तालाब, नालों, नमी वाली भूमि जगहों पर अर्जुन पेड़ पाये जाते हैं। अर्जुन छाल तरह-तरह औषधि रूप में इस्तेमाल करना फायदेमंद है।
अर्जुन पेड़ पहचान : अर्जुन पेड़ को कौह, थेल्ला मदि, नीर मरधू, कंबकू, मरूधा, कोह, मरम, अर्टिनेलिया अर्जुन, Terminalia Arjuna आदि नामों से जाना जाता है। अर्जुन पेड़ लगभग 50 से 80 फुट लम्बे और टहनियां फैली होती हैं। छूने पर पत्ते एक तरह से चिकने और दूसरी तरफ से सख्त खुरदुरे महसूस होते हैं। पत्ते लम्बाई में 8 से 10 सेंमी. और चैडाई 3 से 5 सेमी. तक होते हैं। अर्जुन फल लगभग 2 इंच तक लम्बे होते हैं। छाल बाहर से मुलायम, थोड़ा सख्त हल्के सफेद रंग और अन्दर से हल्की लाल रंग में होती हैं। अर्जुन पेड़ की 5-6 मुख्य किस्में होती हैं। नदीं, तालाब, नालों, नमी वाली भूमि जगहों पर अर्जुन पेड़ पाये जाते हैं। अर्जुन छाल तरह-तरह औषधि रूप में इस्तेमाल करना फायदेमंद है।
अर्जुन पेड़ महाऔषधि / Arjun Tree Benefits in Hindi / Arjun Chaal ke Fayde / Arjun Chhal Aushadhi / Arjun Chhal Gharelu Dawa / Arjun Chhal se Upchar
हृदय विकार मिटाये
रोज अर्जुन पेड़ छाल रस चबाकर रस चूसने से समस्त हृदय विकारों से आराम दिलाने में सहायक है। हृदय रोगी के लिए अर्जुन पेड़ छाल औषधि समान है।कोलेस्ट्राॅल नियंत्रक
कोलेस्ट्राॅल बढ़ने पर अर्जुन पेड़ छाल पाउडर काढ़ा सुबह शाम पीने से बंद वहिकाऐं सुचारू करने में सहायक है। अर्जुन पेड़ छाल काढ़ा अचूक औषधि है।हाई ब्लडप्रेशर निवारण
ब्लडप्रेशर मरीज के लिए अर्जुन पेड़ छाल चूर्ण नित्य चाय, गर्म पानी के साथ सेवन करना फायदेमंद है। ब्लडप्रेशर मरीज के लिए अर्जुन पेड़ छाल चाय, पेय सेवन अचूक दवा का काम करती है।सफेद बाल निवारण
सफेद बालों को काला करने के लिए अर्जुन पेड़ छाल पाउडर, मेंहदी, चायपत्ती मिलाकर लगाना फायदेमंद है। यह एक तरह से नेचुरल हेयर कलर है।यूरिन विकार दूर करे
पेशाब में जलन, पेशाब रूक कर आना, संक्रामण होने पर रोज सुबह अर्जुन पेड़ छाल काढ़ा पीना फायदेमंद है। पेशाब संक्रामण समस्या ठीक करने में अर्जुन पेड़ छाल सहायक है।घाव, निशान, जलन मिटाये
अर्जुन पेड़ छाल रस और चूर्ण जलन त्वचा, जख्म, चोट पर लगाने घाव निशान मिटाने और जल्दी ठीक करने में सहायक है।मुंह अल्सर में अर्जुन पेड़
मुंह में छाले पड़ने पर, अर्जुन पेड़ छाल पाउडर को नारियल तेल के साथ लगाने से छाले तुरन्त मिट जाते हैं। अर्जुन पेड़ छाल पाउडर शहद मिश्रण भी अल्सर, मुहं छालों की अचूक घरेलू औषधि है।तेज ज्वर निवारण औषधि
अर्जुन पेड़ छाल पाउडर, गिलाय आधा चम्मच मिश्रण गुनगुने पानी के साथ सेवन करने से बुखार से तुरन्त राहत दिलाने में सहायक है। और डायरिया होने पर अर्जुन छाल काढ़ा फायदेमंद है। प्राचीन कालीन वैद्य अर्जुन छाल, गिलाय मिश्रण औषधि कई रोगों में निवारण हेतु इस्तेमाल करते थे।वजन नियत्रंक अर्जुन काढ़ा
मोटापा से परेशान व्यक्ति के लिए अर्जुन पेड़ छाल काढ़ा सुबह शाम सेवन करना फायदेमंद है। केवल महीने भर में अर्जुन पेड़ छाल काढ़ा सेवन करने से असर दिखने लगते है।टूटी हडडी जोड़े
हाथ, पैर टूटने, चोट लगने पर अर्जुन पेड़ छाल पाउडर, शीशम पेड़ छाल पाउडर को कच्चे दूध के साथ पेस्ट बनाकर चोट वाली जगह पर लेप पटटी करने से टूटी हडडी, घाव जल्दी ठीक करने में सहायक है।किड़नी स्टोन में अचूक औषधि
किड़नी स्टोन होने पर अर्जन पेड़ छाल और जौ उबाल कर काढ़ा छान कर पीने से किड़नी स्टोन तेजी से घटने में सहायक है। किड़नी स्टोन मरीज के लिए अचूक औषधि है।डायबिटीज में अर्जुन बीज
डायबिटीज में अर्जुन बीज फंक जामुन बीज के साथ बराबर मात्रा में मिलाकर कर गर्म पानी के साथ सेवन करना फायदेमंद है। अर्जुन बीज और जामुन बीज मिश्रण मिश्रण सेवन डायबिटीज मरीज के लिए अचूक औषधि है।गले खर्राश कफ औषधि
सर्दी जुकाम से गला खराब होने पर, कफ विकार होने पर अर्जुन छाल काढ़ा पीना और छाल के गुनगुने पानी से गर्रारा करना फायदेमंद है।स्वेतप्रदर में अर्जुन छाल पेय
महिलाओं में लगातार स्वेतप्रदर समस्या होने पर नित्य गुनगुने पानी के साथ अर्जुन छाल सेवन करना फायदेमंद है।अर्जुन छाल उपयोग में सावधानियां
- गर्भवती महिलाओं के लिए अर्जुन पेड़ छाल पाउडर सेवन मना है।
- 5 साल से छोटे बच्चों के लिए अर्जुन छाल सेवन मना है।
- अर्जुन छाल सेवन रक्त संचार तीब्र करता है। गंभीर सर्जरी में अर्जुन छाल काढ़ा सेवन से बचें। अर्जुन पेड़ एक तीब्र रोग निवारण औषधि में से एक है।
- अर्जुन छाल का सेवन सीमित मात्रा में करें। दिन में 1-2 बार ही करें। लगभग आधा कप से भी कम मात्रा में सेवन करें।
- अर्जुन पेड़ छाल, फल, बीज ज्यादा सेवन से बचें। ज्यादा सेवन से दुष्प्रभाव कर सकता है।