पेट गैस एसिडिटी बनने का मुख्य कारण खाया गया भोजन सही तरह से पाचन नहीं होना है। पाचन क्रिया के दौरान अम्ल हिसाब से ज्यादा बनने लगता है। पेट में एसिड बनने सेे पेट में दर्द, जलन, पेट फूलना, भरीपन महसूस होने लगता हैं, जिसे गैस एसिडटी कहते हैं। गैस एसिडिटी में सही तरह से नहीं पचने वाले खाद्यपदार्थों के बारे में जानना जरूरी हैं। जिससे अनहेल्दी खाने से परहेज किया जा सके। और खाया गया भोजन आसानी से पाचन हो जाये। गैस एसिडिटी समस्या से आसानी से दूर रह सकें। गैस एसिडिटी समस्या होने पर निम्न खाद्यपदार्थों से पूर्ण रूप से परहेज करें। जानिए, गैस एसिडिटी से बचने के लिए परहेज करें।

गैस एसिडिटी से बचने के लिए हेल्दी भोजन करें। रोज योगा, व्यायाम, सैर करें। बाहर का अन्हेल्दी खाने से परहेज करें। घर पर तैयार सात्विक शुद्ध पौष्टिक हेल्दी आहार लें। गैस एसिडिटी समस्या को नकारे नहीं वरना गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी करनी पड़ सकती है।
गैस एसिडिटी वाले खाद्यपदार्थ / गैस एसिडिटी नहीं खाये जाने वाले खाद्यपदार्थ / Gastritis Foods in Hindi / Gas Acidity me kya nahi Khayen

चाय काॅफी
अधिकत्तर लोग दिनभर की थकान से आराम के लिए लगातार चाय काॅफी पीने की आदत सी डाल देते हैं। हिसाब से ज्यादा चाय काॅफी पीने से गैस एसिडिटी बनती है। चाय काॅफी सही वक्त और सीमित मात्रा में लें। अदरक वाली चाय या चाय मसाला ही पीयें। चाय काॅफी के साथ हल्का हेल्दी बिस्किट जरूर लें। चाय काॅफी का अधिक सेवन भी तरह से गैस एसिडटी का कारण है।सोड़ा पेय
ठंड़ा सोड़ा पेय में मौजूद एसिडिक और कार्बोहाईडे्ट पेट में तेजी से पाचन अम्ल को प्रभावित करते हैं। जिससे गैस एसिडिटी बनती है। गैस एसिडिटी से बचने के लिए बाजरा में मौजूद ठंड़ा सोड़ा पेय आदि तरह के पेय पदार्थों से परहेज करें।आलू
गैस एसिडिटी समस्या में आलू पकवान पूरी तरह से बंद कर दें। आलू पकवान पाचन क्रिया दौरान एसिडिक स्टार्च ज्यादा बनता है। जिससे पेट जलन, पेट दर्द, पेट फूलना, गैस बनाना, कब्ज जैसी समस्याए हो जाती हैं। गैस एसिडिटी से बचने के लिए आलू से बनी चीजें पराठें, चिप्स, सब्जी, व्यंजनों से परहेज करें। आलू रात को भूलकर भी नहीं खायें।पत्तागोभी
पत्तागोभी सेवन से गैस एसिडिटी तेजी से बनाती है। पत्तागोभी पाचन क्रिया में ज्यादा वक्त लेती है। जिससे पाचन क्रिया के दौरान अम्ल ज्यादा बनना स्वाभाविक है। पत्तागोभी फास्टफूड में ज्यादा इस्तेमाल की जाती है। गैस एसिडिटी से बचने के लिए पत्तागोभी पकवान रात को गलती से भी नहीं खानी चाहिए।मसालेदार चटपटा
गैस एसिडिटी का एक कारण मिर्च, गर्म मसालों, तीखा चटपटा खाना भी है। गैस एसिडिटी समस्या से बचने के लिए मिर्च, गर्म मसाले सीमित मात्रा में किचंन में इस्तेमाल करें। और ज्यादा मसालेदार भोजन खाने से बचें।तले भुने पकवान
तले भुने पकवान खाना भी गैस एसिडिटी होने का एक कारण है। पकोड़ा, नमकीन, ब्रेड, परांठें, समोसा इत्यादि सभी तरह की तली भुनी चीजें पाचन अम्ल को प्रभावित करती हैं।जंकफूड
गैस एसिडिटी से बचने के लिए जंकफूड पूरी तरह से बंद कर दें। जंकफूडस पूरी तरह से नहीं पचता है। जिससे पाचन क्रिया के दौरान तेजी से एसिड बनता है। जिससे गैस, एसिडिटी, कब्ज, फैट जैसी समस्या बन जाती हैं। जंकफूड खाने से परहेज करें।किंचन में तेल इस्तेमाल
किंचन में खाना तैयार करते वक्त तेल का कम मात्रा में इस्तेमाल करें। ज्यादा तेलीय खाना भी गैस एसिडटी समस्या का एक कारण है। और किंचन में केवल शुद्ध वनस्पति तेल का इस्तेमाल करें।चाॅकलेट, केक
गैस एसिडिटी समस्या होने का एक कारण कोकोआ, केफीन, फेट युक्त अन्हेल्दी चाॅकलेट, केक, टाॅपी, शर्करा युक्त चीजे, अधिक मीठा खाना है। गैस एसिडिटी से बचने के लिए चाॅकलेट टाॅपी केक खाने से परहेज करें।बेक्ररी कुकीज
कुकीज बेकरी फूड फ्लेवर्स खाना भी गैस एसिडिटी का एक कारण है। कुकीज बेकरी चीजें मैदा, चीनी, हीट विधि से तैयार की जाती हैं।मेवा और वटर
मेवा और वटर चीजों में ओमेगा-3, फैटी एसिड मौजूद है। गैस एसिडिटी समस्या में मेवा वटर चीजें खाने से परहेज करें। मेवा वटर चीजें पाचन क्रिया के दौरान तेजी से एसिड बनाती है। जिससे पेट में जलन, दर्द, गैस बनती है।शराब बीयर वाइन
गैस एसिडटी फैट का एक मुख्य कारण वीयर, वाइन, शराब पीना भी है। मादक नशीले पेय पाचन तंत्र में तीब्र एसिड बनाती हैं। शराब, बीयर, वाइन में कैमिक्लस, सोड़ा फ्लेवर घातक मिश्रण चीजें मौजूद हैं। गैस एसिडटी से बचने के लिए वाइन, शराब, बीयर से परहेज करें।लाल मीट, बीफ, पाॅर्क
अन्हेल्दी नाॅनवेज लाल मीट, बीफ, पाॅर्क खाने से हमेशा परहेज करें। अन्हेल्दी लाल मीट, बीफ, पाॅर्क गैस एसिडटी, कब्ज, मोटापा, फैट, अन्य बीमारियां और समस्याऐं पैदा करती हैं। जब नाॅनवेज खाने का मन करे तो अण्डा, चिकन, मछली सीमित मात्रा में खायें। नाॅनवेज पाचन क्रिया के दौरान पाचन अम्ल को प्रभावित करता है।खीरा तरबूज
गैस एसिडिटी समस्या में खीरा तरबूज रात को गलती से भी नहीं खाना चाहिए। खीरा तरबूज रात को तेजी से एसिड बनती है। जिससे गैस्ट्कि समस्या और भी ज्यादा बन जाती है।दुग्ध खाद्यपदार्थ
दूध और दुग्ध चीजें ज्यादा सेवन गैस एसिडिटी, डायरिया का एक कारण है। दूध में मौजूद लैक्टोजस और पाचन अम्ल क्रिया के दौरान गैस एसिडिटी बनाती है। दुग्ध खाद्यपदार्थ हमेशा सीमित मात्रा में लें।गैस एसिडिटी से बचने के लिए हेल्दी भोजन करें। रोज योगा, व्यायाम, सैर करें। बाहर का अन्हेल्दी खाने से परहेज करें। घर पर तैयार सात्विक शुद्ध पौष्टिक हेल्दी आहार लें। गैस एसिडिटी समस्या को नकारे नहीं वरना गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी करनी पड़ सकती है।