मनपसंद, स्वादिष्ट, पौष्टिक भौजन करने के बाद बचे हुए भोजन को अधिकत्तर लोग स्टोर कर रख लेते हैं। और बाद में गर्म कर खाना पसंन्द करते हैं। बची हुई खाने-पीने की चीजें गर्म कर खाना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। शोध में पाया गया है कि बासी खाने को गर्म कर खाने से कैंसर, फूडपाॅइजनिंग, लीवर, गैस, कब्ज समस्याए होने की 90 प्रतिशत सम्भावना रहती हैं। बासी खाने में मौजूद प्रोटीन, विटामिनस, मिनरलस विषाक्त रूप में बदल जाती हैं।
बासी खाने पीने की चीजें अकसर दोबारा गर्म करने से रसायनिक अभिक्रिया करती हैं। जिससे खाने में मौजूद प्रोटीन विटामिनस मिनरलस तत्व नष्ट होकर अम्ल एसिड़ विषाक्त-पाॅयजनिंग रूप में परिवर्तित हो जाती हैं। जिसे खाने से तरह तरह की विकार समस्याए होती हैं। हर तरह के बर्तन में बासी भोजन गर्म करने से विषाक्त बन सकता है। परन्तु प्लास्टिक बर्तनों में रखा गर्म भोजन और भोजन गर्म करना स्वास्थ के लिए बहुत ही हानिकारक है। प्लास्टिक एक अनजान मीठे जहर की तरह है। हमेशा ताजा अच्छे से पका पौष्टिक भोजन करें। बासी खाने को गर्म कर खाने से परहेज करें। बासी खाना बीमारियों की जड़ है। "Don't Eat Stale Foods " प्रसिद्ध कहावत लगभग सही व्यक्ति जानते हैं, परन्तु अमल बहुत कम लोग करते हैं।
हमेशा हेल्दी पौष्टिक ताजा भोजन खाऐं। बासी खाने से बचें। बासी भोजन अकसर सैकड़ों बीमारियों की जड़ है। बासी खाने की आदत धीरे-धीरे शरीर में अन्दर ही अन्दर बीमारियां उत्तपन्न करती हैं। जिसका पता व्यक्ति को बाद में गम्भीर बीमारियों के रूप में हेल्थ चेकअप से पता चलता है।
बासी खाने पीने की चीजें अकसर दोबारा गर्म करने से रसायनिक अभिक्रिया करती हैं। जिससे खाने में मौजूद प्रोटीन विटामिनस मिनरलस तत्व नष्ट होकर अम्ल एसिड़ विषाक्त-पाॅयजनिंग रूप में परिवर्तित हो जाती हैं। जिसे खाने से तरह तरह की विकार समस्याए होती हैं। हर तरह के बर्तन में बासी भोजन गर्म करने से विषाक्त बन सकता है। परन्तु प्लास्टिक बर्तनों में रखा गर्म भोजन और भोजन गर्म करना स्वास्थ के लिए बहुत ही हानिकारक है। प्लास्टिक एक अनजान मीठे जहर की तरह है। हमेशा ताजा अच्छे से पका पौष्टिक भोजन करें। बासी खाने को गर्म कर खाने से परहेज करें। बासी खाना बीमारियों की जड़ है। "Don't Eat Stale Foods " प्रसिद्ध कहावत लगभग सही व्यक्ति जानते हैं, परन्तु अमल बहुत कम लोग करते हैं।
बासी भोजन दोबारा गर्म कर कभी नहीं खायें / Don Reheat and Never Eat Stale Foods / Basi Bhojan Dobara garam kar nahi khaye
इन चीजों को दुबारा गर्म कर भूल से भी नहीं खायें :
मछली
बासी मछली पकवान गर्म कर दोबारा खाना सेहत के लिए हानिकार है। बासी मछली एक तरह से पाॅइजन बनाती है। जोकि कैंसर और पाचन विकारों का एक कारण हो सकती है।चिकन
ताजा पौष्टिक चिकन पकवान खाना ही फायदेमंद है। बासी चिकन दोबारा गर्म कर खाने से प्रोटीन विटामिनस मिरलस पाॅयजन में बदल जाती हैं। जिससे तरह-तरह की समस्याए हो सकती हैं। बासी चिकन के पौष्टिकता समाप्त हो जाती है। और दोबारा उबालने गर्म करने पर पाॅयजन बन सकता है।अण्डा
अण्डा रिच प्रोटीन का स्रोत है। रिच प्रोटीन युक्त अण्डे से बनी ताजे पकवान ही खायें। बासी बचे पकवान दुबारा गर्म कर खाने से कैंसर, फूडपाॅयजन, पाचन सम्बन्धित समस्याए हो सकती हैं।मशरूम
मशरूम एक तरह से रिच प्रोटीन विटामिन मिनरल युक्त कवक है। मशरूम पकवान दोबारा उबाल गर्मकर खाने से पौषक तत्व कम्पोजिशन विषाक्त रूप में बदल जाती हैं। बासी मशरूम दोबारा गर्म कर खाना सेहत के लिए हानिकारक है।आलू
आलू से बने पकवानों को दुबारा उबाल कर खाने गैस, कब्ज, एसिडिटी अपचन जैसी गम्भीर समस्याए हो सकती हैं। आलू दोबारा गर्म करने पर शिरका अभिक्रिया करता है। बासी आलू खाने में इस्तेमाल करने से बचें।चुकंन्दर
चुकंन्दर में मौजदू प्रोटीन नाइट्रेट पौषक तत्व दोबारा गर्म करने पर पाॅयजन में बदल जाती हैं। बासी उबली चुकंदर को दोबारा उबाल कर खाना सेहत के लिए हानिकारक है।चावल
बासी चावल दोबारा गर्म कर खाने से मोटापा- पैट फूलना, गैस, एसिडिटी, कब्ज अपचन, फूड पाॅयजनिंग समस्या होती है। हमेशा फ्रेश चावल ही खायें। Stale Rice दोबारा गर्म कर खाना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।चाय, काॅफी
अकसर कई लोग बची चाय को दोबारा गर्मकर इस्तेमाल में लाते हैं। परन्तु बची हुई बासी चाय एक तरह से विषाक्त रूप में परिवर्तित हो जाती है। जिससे गैस, कब्ज, एसिडिटी, अपचन, लिवर समस्याए जल्दी होती हैं। हमेशा ताजी चाय काॅफी ही पीयें।पालक
पालक से बने पकवान पौष्टिक स्वास्थ्यवर्धक हैं। परन्तु बासी पालक पकवान गर्म करने से विषाक्त कम्पोजिशन में बदल जाती है। पालक दोबारा उबालकर खाने से कैंसर, फूडपाॅयजनिंग, अपचन विकार हो सकतें हैं।हलवा, दलिया
बासी दलिया, हलवा दोबारा गर्म करने से पौष्टिकता पाॅयजनिंग में बदल जाती हैं। बासी हलवा, दिलिया दोबारा गर्म कर खाना सेहत के लिए हानिकारक है।गूंदा आटा
कई लोग रोटी बनाने पर बचा गुंदा आटा बचा कर रख लेते हैं। अगले वक्त दोबारा से बासी आटे की रोटियां सेकते हैं। बासी गूंदा आटे की पौष्टिकता समाप्त हो जाती हैं। और रोटी सेकने से पाॅयजनिंग रूप में बदल सकता है। कई लोग बासी आटा 2-3 दिन तक फ्रीज में रखती हैं। फिर दोबारा इस्तेमाल करती हैं। वासी गूंदें आटे से रोटियां नहीं बनायें। बासी आटे की बनी रोटियां खाना सेहत के लिए हानिकारक है। जोकि कब्ज, गैस, एसिडिटी, अपचन, लीवर कमाजोर जैसी समस्याए पैदा कर सकती हैं।पनीर
पनीर में प्रोटीन, ओमगे-3, विटामिन मिनरल रिच मात्रा में मौजूद हैं, परन्तु बासी पनीर पकवान दोबारा गर्मकर खाने से एसिड अम्ल कवक विषाक्त पेट गैस, कब्ज, एसिडिटी अपचन समस्याए हो सकती हैं। Fresh पनीर पकवान ही खायें।हमेशा हेल्दी पौष्टिक ताजा भोजन खाऐं। बासी खाने से बचें। बासी भोजन अकसर सैकड़ों बीमारियों की जड़ है। बासी खाने की आदत धीरे-धीरे शरीर में अन्दर ही अन्दर बीमारियां उत्तपन्न करती हैं। जिसका पता व्यक्ति को बाद में गम्भीर बीमारियों के रूप में हेल्थ चेकअप से पता चलता है।