लोणी पौधा भारत में लगभग सभी राज्यों में पाई जाती है। लोणी प्लांट उत्तर भारत पर्वतीय क्षेत्रों में अधिकत्तर पाये जाते हैं। लोणी पौधों की लम्बाई 10-12 सेमी. तक होती है। और हरे पत्ते 5-6 मिलीमीटर तक मोट रस भरे और स्वाद में खट्टे-नमकीन होते हैं। पत्तों की चैड़ाई लगभग 8-15 सेमी. तक और निम्न प्रजाति के 4-5 सेमी. तक होते हैं। लोणी को विभिन्न नामों से लुण्या, कुलफा, बृहल्लोणी, लुनाक, बड़ी लोणी, खुरसा, डूड्डा, करीकीराई, लोणा शाक, बरालोनिया, कूरफा, घोल, कोलुप्पा, बड़गुनी, गोराई, खुरफा, लुनाक, गोलचीवागी, बरालोनिया, पुस्सले Pussley, Kan Purslane, Pigweed, Common Purslane से जान जाता है।
लोणी आर्युवेद में बहुउपयोगी औषधि रूप है। हाली के शोध में भी लोणी पौधा कैंसर जैसे घातक बीमारी क्योर करने में सफल मानी गई है। लोणी पौधा घरों के आसपास, जंगलों, सड़क किनारों, बंजर जगह पर असानी से उग जाती है। उखाड़ने पर भी पूर्ण रूप से नष्ट नहीं होती। लोणी की जड़ कई सालों तक जमीन के अन्दर जीवित रहती हैं। और समय अनुसार पानी, पौषण मिलने पर पौध रूप में बाहर निकल आती हैं। लोणी को अमर लोणी भी कहा जाता है। लोणी का उपयोग सब्जी, सलाद, पौष्टिक पेय और औषधि रूप में होता है।
बहुउपयोगी लोणी पौधा (कुल्फा) / लोनी पत्ते के फायदे / Health Benefits of Purslane in Hindi / Kulfa ke Fayde / Kulfa ke Aushdhiye Gun Labh Faide / Loni Patte ke Fayde
लोणी में मुख्य रूप से ओमगा-3, फैटी एसिड़, विटामिन ए, बी, सी, इ, मल्टी विटामिन 44% आर.डी.ए., बीटा कैरोटीन, मैग्नीशियम, कैल्शियम, आयरन, लिथियम, फाइबर, मैग्नीज, पोटाशिम, काॅपर, राइबोफ्लैविना, निसासिन और पाइरोडाॅक्सिन एक साथ मौजूद हैं। लोणी रिच एंटीबाॅयोटिक, एंटीआक्सीडेंट, एंटीवायरल, एंटीसेप्टिक, एंटीफंगल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों का एक साथ मिश्रण है। लोणी के 2-3 पत्ते रोज खाना ही मात्र सम्पूर्ण रोगों का नाशक माना जाता है। लोणी बहुमूल्य अमृत औषधि रूप है।
लोणी कैंसर क्योर अचूक औषधि
लीवर कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर और फेफड़ों का कैंसर को क्योर करने में लोणी पत्तों कर रस सेवन, पत्ते चबाकर खाना, पत्ते सलाद, सब्जी और बीज सेवन फायदेमंद है। कैंसर विकार को तेजी से क्योर करने में लोणी पत्ते सफल पाये गये हैं।
शरीर घाव इंफेक्शन में लोणी
लोणी पत्तों का रस इंफेक्शन, घाव के चारो तरफ लगाने से सूजन, पस, जख्म से जल्दी छुटकारा मिलता है।
हाई ब्लडप्रेशर में लोणी पत्ते
हाई ब्लडप्रेशर रहने पर नित्य सुबह लोणी के 3-4 पत्ते चबाना और लोणी पत्तों की सब्जी, सलाद रूप में सेवन फायदेमंद है। लोणी पत्ते सेवन रक्त धमनियों को सुचारू रखती हैं।
हार्ट अटैक रिक्स कम करे लोणी
हाई काॅलेस्ट्राॅल, हाइपरटेंशन को नियंत्रण करने के लिए लोणी के पत्तों का रस पीयें। और लोणी के बीज चबाकर खायें। लोणी ब्लड क्लोटिंग समस्या ठीक करने में खास है। लोणी सेवन एल.डी.एल. और एच.डी.एल लेवन में बेलेंस बनाने में सहायक है। लोणी ब्रेन स्ट्राॅक, हार्ट अटैक के खतरे से बचाने में सहायक है।
वजन घटाये लोणी बीज
तेजी से वजन घटाने के लिए लोणी के काले बीज गुनगुने पानी के साथ सेवन करना फायदेमंद है। लोणी बीज शरीर से अतिरिक्त वसा हटाने एवं कैलोरी बर्न करने में सहायक है। शीघ्र वजन घटाने के लिए 7-8 लोणी बीज गुनगुने पानी के साथ सेवन के बाद खूब वर्कआउट, रस्सीकूद कर सकते हैं। लोणी में कैलोरी केवल 16 kcal / 100g और रिच फाइबर विटामिन मिनरलस युक्त है।
एनर्जी बूस्ट लोणी
शरीर में अतिरक्ति एनर्जी फुर्ती के लिए लोणी के पत्तों की सब्जी, सलाद, रस सेवन फायदेमंद है।
बच्चों के लिए लोणी
बच्चों के दिमाग विकास में लोणी रस, सब्जी, सलाद फायदेमंद है। लोणी Autism, ADHD एंव Disorder से रोकने में सहायक है। लोणी सेवन से स्मरण शक्ति बढ़ती है। बच्चों में भूख की कमी दूर करने, नजर तेज करने, पेट पाचन समस्याए ठीक करने में खास है। परन्तु बच्चों को लोणी 1-2 पत्ते सीमित मात्रा में दें। लोणी रिच विटामिनस, मिनरलस का मिश्रण पोषण श्रोत है।
पेशाब जलन दूर करे लोणी
पेशाब में इंफेक्शन, जलन, दर्द रहने पर लोणी पत्तों का रस जूस सेवन करना और पत्ते चबाकर खाना फायदेमंद है।
जहर नाशक लोणी
सांप, बिच्छू, कीट, पतंग के काटने पर लोणी के पत्ते, जड़ को डंक वाली जगह पर रगड़ने से जहर असर शीध्र कम हो जाता है। और लोणी पत्तों को चबाकर खायें।
चर्म रोग - त्वचा एलर्जी निवारण लोणी
चर्म रोग में त्वचा को गर्म पानी से साफ धो लें। साबुन का इस्तेमान नहीं करें। त्वचा सूखने पर लोणी पत्तों का रस लगाना फायदेमंद है। लोणी त्वचा से संक्रामण, बैक्टीरिया एलर्जी में धीरे - धीरे सुधार कर ठीक कर देती है।
मांसपेशियां हड्यिां मजबूत करे लोणी
लोणी पत्ते सेवन मांसपेशियों, हड्डियों को मजबूत बनाने में सक्षम है। लोणी एक तरह से मल्टी विटामिनस और मिनरलस का रिच श्रोत है।
रक्त बढ़ाये - रक्त साफ करे लोणी
लोणी सब्जी, सलाद, काढ़ा सेवन रक्त बढ़ाने और रक्त साफ करने में सहायक है। लोणी त्वचा रक्त सम्बन्धित विकारों को मिटाने में खास है। हीमोग्लोबिन के लिए लोणी खास औषधि रूप है।
लोणी से सावधानियां
- लोणी सेवन किड़नी स्टोन मरीज के लिए मना है।
- लोणी सेवन गर्भवती महिलाओं के लिए मना है।
- लोणी सेवन 5 वर्ष से छोटे बच्चों के लिए मना है।
- आंतरिक मेजर सर्जरी अर्बोशन के दौरान लोणी सेवन मना है।
- लोणी सीमित मात्रा में करें।