खराब काॅलेस्ट्राॅल घटानेे और अच्छा काॅलेस्ट्राॅल बढ़ाने, नसों - धमनियों में रक्त संचार सुचारू करने, हृदय घात से बचाने, ब्रेन स्ट्राॅक रोकने, किड़नी फेल होने से बचाने, फेफड़ों में पानी भरने पर सोकने और नसों - धमनियों में हर तरह के क्लाॅटिंग - ब्लाॅकेज खोलने में यह प्रसिद्ध प्राचीनकालीन वैद्य चूर्ण खास फायदेमंद है। इस तरह के वैद्य चूर्ण बाजर में महंगे दामों में उपलब्ध होते हैं। लेकिन आसानी से घर पर ही नसों - धमनियों के ब्लाॅकेज रिमूव करने के लिए चूर्ण तैयार किया जा सकता है। और होने वाले हृदय, फेफड़ो, किड़नी, ब्रेन, शरीर अंगों के विभिन्न प्रकार से नसों - धमनियों ब्लाॅकेज को बिना सर्जरी से ठीक किया जा सकता है।
नसों धमनियों के ब्लाॅकेज खोले / ब्लाक नस को खोलने का अचूक चूर्ण / Sharir ki band nase kholne ki gharelu Aushadhi / Natural Remedy for Blockage Veins Artery
नसों धमनियों के ब्लाॅकेज खोले / ब्लाक नस को खोलने का अचूक चूर्ण / Sharir ki band nase kholne ki gharelu Aushadhi / Natural Remedy for Blockage Veins Artery

चूर्ण सामग्री
वैद्य चूर्ण तैयार करने की विधि
ग्राम दालचीनी, काली मिर्च, तेज पत्ता, मगज, मिश्री, अखरोट, अलसी, कलौंजी, सौंठ और लहसुन सभी सामग्री को साफ ओखली या मिक्सी में बारीक फीसकर कर बारीक बना लें।
चूर्ण सेवन विधि
सुबह खाली पेट चुटकी भर चूर्ण दूध के साथ सेवन करें। चूर्ण शरीर को हीट करता है। जिससे रक्त संचार तीव्र होता है। हमेशा चूर्ण सीमित मात्रा चुटकी भर ही लें। चूर्ण सेवन के 1 घण्टे बाद ही कुछ खायें पीयें। रात्रि चूर्ण खाने 1 घण्टे पहले सेवन करें। चूर्ण सेवन के बाद सुबह शाम 40-40 मिनट लगभग 2 किमी. तक तेज-तेज सैर जरूर करें। पसीना बहायें। पसीना बहाने के बहुत से फायदे हैं। सैर करने के तुरन्त बाद पानी नहीं पीयें।
- 10 ग्राम दालचीनी
- 10 ग्राम काली मिर्च
- 10 ग्राम तेज पत्ता
- 10 ग्राम मगज
- 10 ग्राम मिश्री
- 25 ग्राम अखरोट
- 10 ग्राम अलसी
- 5 ग्राम कलौंजी
- 5 ग्राम सौंठ
- 5 ग्राम लहसुन
वैद्य चूर्ण तैयार करने की विधि
ग्राम दालचीनी, काली मिर्च, तेज पत्ता, मगज, मिश्री, अखरोट, अलसी, कलौंजी, सौंठ और लहसुन सभी सामग्री को साफ ओखली या मिक्सी में बारीक फीसकर कर बारीक बना लें।
चूर्ण सेवन विधि
सुबह खाली पेट चुटकी भर चूर्ण दूध के साथ सेवन करें। चूर्ण शरीर को हीट करता है। जिससे रक्त संचार तीव्र होता है। हमेशा चूर्ण सीमित मात्रा चुटकी भर ही लें। चूर्ण सेवन के 1 घण्टे बाद ही कुछ खायें पीयें। रात्रि चूर्ण खाने 1 घण्टे पहले सेवन करें। चूर्ण सेवन के बाद सुबह शाम 40-40 मिनट लगभग 2 किमी. तक तेज-तेज सैर जरूर करें। पसीना बहायें। पसीना बहाने के बहुत से फायदे हैं। सैर करने के तुरन्त बाद पानी नहीं पीयें।
यह खास आयुर्वेदिक चूर्ण इस्तेमाल से पहले व्यक्ति बाॅडी चैकअप अवश्य करवायें। 1 महीने तक वैद्य चूर्ण सेवन के बाद दौबारा बाॅडी चेकअप करवायें। मेडिकल चेकअप में फर्क साफ नजर आयेगा। लगातार चूर्ण सेवन के साथ सैर करने से मात्र 1 महीने भर में ही शरीर की सम्पूर्ण ब्लाॅकेज खुल जाते हैं। यह खास चूर्ण से कई लोग फायदा उठा चुके हैं। जल्दी फायदे के लिए चूर्ण ज्यादा मात्रा में सेवन नहीं करें। हमेशा सीमित मात्रा में ही लें। नसों - धमनियों के हर तरह के ब्लाॅकेज खोलने - दुरूस्त करने और रक्त संचार सुचारू करने में यह आर्युवेदिक चूर्ण खास है। चूर्ण शरीर ब्लाॅकेज दुरूस्त करने के साथ-साथ अन्य समस्याओं जैसे गैस - कब्ज, पाचन, कफ, पित्त, मोटापा आदि से छुटकारा दिलाने में सहायक है। इस चूर्ण से सैकड़ो फायदे हैं, नुकसान कोई नहीं है।