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पीलिया रोकथाम Hepatitis Prevention Tips in Hindi

पीलिया लक्षण में कुछ खास तरीके और अन्हेल्दी खाद्यपदार्थों का सेवन पूरी तरह से बंद कर दें। अन्हेल्दी चीजें पीलिया रोग को अधिक घातक बना सकती है। पीलिया रोग में चिकित्सक द्धारा सुझाव अनुसार डाईट लें। पीलिया रोग में सही खान पान और पीलिया से बचने के उत्तम उपाय रोगी को स्वस्थ करने में सहायक होते हैं। पीलिया रोग पूरी तरह से ठीक होने पर थोड़ा समय लेता है। इम्यून सिस्टम के अनुसार शरीर धीरे-धीरे रिकवर करता है।

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पीलिया रोग में नही खाये जाने वाले खाद्यपदार्थ :

प्रोटीन - वसा 
पीलिया बीमारी में अंडा, मीट, मछली वसायुक्त चीजें पूर्ण रूप से बंद कर दें। ज्यादा प्रोटीन वासायुक्त खाद्यपदार्थ और नाॅनवेज आदि सेवन पीलिया ग्रसित व्यक्ति के लिए घातक हो सकते हैं। सात्विक हेल्दी भोजन करें।

सोड़ा पेय पदार्थ
सोड़ा पेय, ठंड़ा, शराब, बीयर हर तरह के सोड़ा अनहेल्दी पेय पदार्थ पीलिया रोग में सेवन करना घातक होते हैं। सोडा पेय के वजाय ताजे फलों का रस, सूप आदि तरह पदार्थ लें। कैमिक्लयुक्त फ्लेवर टेस्ट वाली चीजों से पूरी तरह से परहेज करें।

बंद डिब्बों और पैक्ट फूड
बन्द डिब्बों, प्लास्टिक पैक्ट खाद्यपदार्थ सेवन से बचें। पैक्ट सील बन्द खाद्य सामग्री सेवन शरीर में पीलिया संक्रमण को तेजी से फैलाती है। सील बन्द खाद्यपदार्थों को सुरक्षित करने के लिए रसायनों का उपयोग किया जाता है। पीलिया में हर तरह के बन्द डिब्बों, पैक्टी सील बन्द सामग्री खाद्यपदार्थों के सेवन से बचें।

बैक्टीरिया, दूषित पेय 
दूध, पानी को हमेशा उबाल कर पीयें। दूध पानी उबालकर पीने से पेय पदार्थ से बैक्टीरियां कीटाणु नष्ट हो जाते हैं। बैक्टीरिया मुक्त पानी तरल पेय पीयें।

हनहेल्दी फूडस 
तली भुनी चीजे, फास्ट फूडस, जंक फूड, बाहर का खाना पूरी तरह से बंद कर दें। हनहेल्दी खाना लीवर, पाचन के लिए घातक है। जोकि पीलिया जो बढ़ावा देता है।

चटपटा मसालेदार
पीलिया रोग में गर्म मसाले, तीखा, चटपटे पकवान खाना पूरी तरह से बंद कर दें। मसालेदार चटपटा खाद्यपदार्थ पीलिया में लीवर को ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं।

नाॅनवेज 
पीलिया रोग में मीट, चिकन नाॅनवेज खाने से परहेज करें। नाॅनवेज पीलिया में लीवर, पाचन, किड़नी पर दुष्प्रभाव डाल सकता है। सात्विक शुद्ध शाकहारी पौष्टिक भोजन करें।

चावल आलू 
पीलिया में चावल, आलू पकवान खाने से बचें। चावल आलू पीलिया रोगी के लिए घातक हो सकता है। फाइबर युक्त आटा रोटी, मूंगदाल जैसे रिच फूड्स डाईट में शामिल करें।

लाईट भोजन 
हमेशा लाईट खाना यानिकि जल्दी पाचन में आने वाली भोज्य सामग्री लें। सख्त खाने से बचें। पीलिया में तरल पदार्थ, जल्दी पचने वाले खाद्यपदार्थ सेवन करें। सख्त देर से पाचन करने वाली चीजों के सेवन से बचें।

अधिक वर्कआउट क्षमता से बचें 
पीलिया रोग में विस्तर पर आराम करें। ज्यादा चलने फिरने, वजन उठाने, वर्क करने से बचें। पीलिया रोग के दौरान लीवर और शरीर अंग नाजुक स्थिति में होते हैं। पीलिया रोग में वर्कआउट शरीर अंगों को कमजोर विकृत कर सकता है। साधारण योगा असान भी चिकित्सक परामर्श से करें।

पीलिया से बचने के लिए कारगर उपाय 
  • शुद्ध पानी पीयें।
  • पानी उबाल कर या फिर फिल्टर पानी पीयें।
  • दूषित वायु, दुर्गंध से बचें।
  • अपने आस-पास स्वच्छ रखें।
  • नाखूनों में मैल गन्दगी जमने से रोकें।
  • समय-सयम पर हाथों पैरों के नाखूनों का साफ सफाई करें, और नाखून काटें।
  • पानी टंकी में समय पर क्लोरीन गोलियां डालें। पानी को दूषित होने से बचायें।
  • ताज भोजन करें। बासी भोजन सेवन से बचें।
  • सात्विक पौष्टिक भोजन लें।
  • समय पर डाॅक्टर, स्वास्थ्य विभाग द्धार जांच सुझाव से बच्चों को हेपेटाइटिस टीके लगवायें। हेपेटाइटिस टीके बदलते वातावरण में कीटाणुओं, विषाणुओं के संक्रमण से बचाने में सहायक है।
  • कटे, फटे, सड़े फलों, सब्जियों के सेवन से बचें।
  • भोजन को ढ़क कर रखें। भोजन को धूल-कण, मक्खियों, दूषित होने से बचा कर रखें।
  • फलों सब्जियों 5-7 मिनट पानी में डुबों कर रखें। फिर साफ धोकर खायें। ताजे फलों का जूस पीयें।
  • बाजार में मौजूद फ्लेवर जूस पीने से बचें।
  • मक्खी, कीट, जीव अपने आस-पास पनपने नहीं दें। समय≤ पर कीटनाशक छिड़काव करवायें।
  • पीलिया मरीज का विस्तर, तोलिया, साबुन, कपड़े अलग कर दें। विस्तर, कपड़ों, वस्तुओं के बीच कूपर रखें।
  • नहाने में गर्म पानी का इस्तेमाल करें। पानी में कीटाणु रोधक बूदें (ड्राॅप) डालें। फिर पानी इस्तेमाल करें।
  • खाने के सही तौर तरीके नियम अपनायें। भोजन सही तरीके से करें।
  • कैमिक्ल गंध, दुर्गंध से बचें।
  • आंख, नाखून, पेशाब में पीलापन आने पर तुरन्त डाॅक्टर से सम्पर्क करें।
  • साल छः महीने में हेल्थ चेकअप करवायें।