पाईल्स - बवासीर मलद्वार - गूदा की नसों में सूजन, दर्द, फूल जाना, जख्म फोड़ा होना, गूदे में खुजली लगना, बैठने में तीब्र दर्द जैसे लक्षण हैं। जिसमें शौच में गूदा से रक्त, पस का रिसाव होता है। और व्यक्ति घबराहट, तनाव में आ जाता है। पाईल्स होने पर घबरायें नहीं, तुरन्त डाॅक्टर से सम्पर्क करें। और सुझाव एवं उपचार करवायें।
पाईल्स दो तरह से होती है। प्रथम गूदे के बाहरी हिस्से में और दूसरी गूदे के अन्दर नसों पर। पाईल्स को सर्जरी, आप्रेशन दो तरह से रिमूब किया जाता है। और पाईल्स का एलोपैथी और आर्युवेदिक दोनो ही उपचार हैं। पाईल्स में खानपान परहेज एवं आर्युवेदिक घरेलू तरकों से धीरे-धीरे ठीक किया जा सकता है।
पाईल्स एक बार होने पर लम्बे समय तक रहती है। पाईल्स में दवाईयों - उपचार के साथ-साथ सही खानपान भी अति जरूरी है। अगर खानपान गड़बड़ हो तो पाईल्स में दवाईयां भी जल्दी असर नहीं करती हैं। और पाईल्स समस्या एक बार ठीक होने पर दोबारा हो सकती है।
पाईल्स रोकथाम खाद्यपदार्थ / बवासीर में परहेज / Piles Disease Prevention Food In Hindi / Bawasir me Parhej / Bawasir me kya Khana Chahiye
घुलनशील पाचन खाद्यपदार्थ
पाईल्स में रेशायुक्त खाद्यपदार्थ सेवन फायदेमंद है। जिनमें ताजे फल, फलों का रस पत्तेदार हरी सब्जियां, शामिल है। जोकि पाईल्स के साथ-साथ कब्ज समस्या से भी छुटकारा देती हैं।
फाइबर युक्त खाद्यपदार्थ
पाईल्स में रिच पाइबर युक्त चीजें लेना फायदेमंद है। जिसमें कच्ची मटर, दाल, काली बीन्स, हरी बींस, राजमा, सोयाबीन्स, मक्की-मडुआ-गेहूं मिश्रण आटा शामिल है।
दलिया
पाईल्स में नाश्ते में दलिया खूब खायें। दलिया पौषक गुणों से भरपूर है, और आसानी पाचन हो जाती है। दलिया पाईल्स खाना में फायदेमंद है।
दही
पाईल्स में मस्सों के सूजन, दर्द, संक्रमण को कम करने में दही सेवन फायदेमंद है। पाईल्स में दही खूब खायें।
छांछ
पाईल्स बीमारी में छांछ में काला नमक मिलाकर पीयें। छांछ सेवन पाईल्स ठीक करने में सहायक है।
चुकंदर
चुकंदर पाईल्स मरीज के लिए खास है। चुकंदर पाईल्स संक्रमण को रोकने में सहायक है। और पाईल्स जख्म को कैंसर बनने से बचाने में सहायक है। चुकंदर जूस और चुकंदर सलाद खूब सेवन करें।
सलाद
सलाद में प्याज, टमाटर खूब खायें। और सलाद में नींबू निचैंड कर खायें। प्याज, टमाटर नींबू मिश्रण रिच एंटीबायोटिक है। जोकि पाईल्स में जख्म को कैंसर बनने से बचाने में सहायक है।
जौ पानी
रोज रात को 200 ग्राम जौ अनाज को 1 लीटर सादे पानी में भिगों कर रखें। सुबह खाली पेट जौ पानी छान कर पीयें। जौ पानी पाईल्स को ठीक करने में सहायक है।
प्रर्याप्त पानी
पाईल्स में खूब पानी पीयें। प्रर्याप्त पानी पीने से पाईल्स में पेट साफ, कब्ज दूर, और पाईल्स मस्से सक्रमण होने से बचाने में सहायक है। और शरीर में पानी की कमी नही होती।
हरी पत्तेदार सब्जियां
पाईल्स ठीक करने में हरी पत्तेदार सब्जियां खाना फायदेमंद है। जिसमें हरी पालक, हरी राई पत्ते, हरी मेथी सब्जियां बिना मसाले के सेवन करें। नमक लाईट मात्रा में सब्जियों में डालें। मिर्च मसालों से परहेज करें।
केला
पाईल्स में रोज सुबह शाम 1-1 पका केला कच्चे दूध के साथ मसल कर खायें। पाईल्स में पका केला खाना फायदेमंद है। पका केला पाईल्स को तेजी से ठीक करने में खास पाया गया है।
जूस
पाईल्स में संतरा और मौसमी का मिश्रण जूस पीना फायदेमंद है। संतरा मौसमी जूस पेट साथ करने और रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक है।
किशमिश
पाईल्स होने सुबह खाली पेट दूध में भिगोए किशमिश मसल कर सेवन करें। रात को किशमिश दूध में डुबों कर रख दें।
अंजीर
अंजीर पाईल्स को ठीक करने का पुराना इलाज है। अंजीर दूध मिश्री के साथ सेवन करें। अंजीर धीरे-धीरे पाईल्स ठीक करने में सहायक है।
पपीता
पाईल्स में पका पपीता खाना फायदेमंद है। पपीता पेट साफ, कब्ज दूर करने और पाईल्स संक्रमण रोकने में सहायक है।
आलूबुखारा
पाईल्स में आलूबुखारा सेवन फायदेमंद है। आलूबुखारा रिच फाइबर पौषण युक्त है। आलूबुखारा पाचन दुरूस्त रखने और पाईल्स सूजन कम करने में सहायक है।
जामुन
पाईल्स में पके काले जामुन खाना फायदेमंद है। जामुन पाईल्स जख्म को कैंसर संक्रमण से बचाने में सहायक है।
ब्रोकली
पाईल्स में ब्रोकली सब्जी फायदेमंद है। ब्रोकली पाईल्स, कब्ज दूर करने, पाचन दुरूस्त करने और अतिरिक्त वसा घटाने में सहायक है।
लहसुन अदरक
पाईल्स के दौरान लहसुन और अदरक रसोई में खूब इस्तेमाल करें। लहसुन अदरक पाईल्स जख्म को कैंसर फोड़ा होने से रोकने में सहायक है। लहसुन अदरक में नेचुरल एंटीबायोटिक और एंटीआक्सीडेंट जैसे गुण मौजूद हैं।