टीबी रोकथाम में महत्वपूण सुझाव हैं, जिनसे रोगी काफी हद तक टी.बी. बीमारी को धीरे-धीरे नियंत्रण तक स्वस्थ हो सकता है। और टी.बी. कीटाणुओं को फैलने से रोक सकते हैं। टीबी रोग में स्वस्थ्य सम्बन्धित जानकारी विस्तार से दिये गये हैं।

क्षयरोग रोकथाम उपाय / टीबी रोकथाम में सुझाव / Prevent Tuberculosis in Hindi / TB Rog Roktham ke Sujhaw / Best tips for TB Protection
- क्षय रोग लक्षण में दवा उपचार अवधि पूर्ण करें। बीच में टी.बी. उपचार दवाईयां सेवन बंद नहीं करें। टी.बी. का 6 से 9 महीने तक उपचार करवायें। डाॅक्टर की सलाह और जांच के बाद ही T.B. Medicines बंद की जाती हैं।
- खांसते समय ध्यान रहे, कि कफ, थूक, बलगम आसपास नहीं गिरे। क्षयरोग ग्रसित व्यक्ति से अन्य स्वस्थ व्यक्ति भी चपेट में आ सकते हैं।
- विस्तर, कपड़े, तौलिया, साबुन, ब्रश, खानपान अलग करें।
- शिशुओं को स्वास्थ्य विगाग द्वारा जारी बी.सी.जी., बैक्सीन टीके एवं डाट्स समय समय लगवायें। जिससे बच्चों में जीवन भर रोगप्रतिरोधक क्षमता रक्षा कवच रूप में बनी रहती है।
- जब भी खांसी छींक आये तो मुंह पर रूमाल रखें। खुले वातावरण में छींकने खांसने से बचें।
- ज्यादा भीड़भाड़ जगहों पर जाने से बचें।
- पानी हमेशा उबालकर पीयें। ठंड़ा और वासी भोजन से परहेज करें।
- हमेशा साफ सफाई पर ध्यान दें। गंदगी में वायरल, संक्रमण तेजी से फैलता है।
- आसपास मक्खी, मच्छर गंदगी नहीं होने दें। मक्खी गंदगी परजीवी रोगों को तेजी से फैलाती हैं।
- समय समय पर घर को आसापास कीटाणु परजीवी रोधी छिड़काव करवायें।
- धूम्रपान, शराब क्षय रोग को तेजी से बढ़ाती हैं। और धूम्रपान शराब सेवन टी.बी. रोग में दवाईयां के असर कम करती हैं। धूम्रपान शराब सेवन टी.बी. के दौरान फेफड़ों अधिक क्षति पंहुचाती है। जिससे टी.बी. कभी ठीक नहीं होती और क्षयरोगी की लम्बे समय बाद मृत्यु सम्भव है।
- गैस, गंध, दुर्गंध, दूषित हवा से बचें।
- जूठन खाने से बचें। कई व्यक्ति आॅफिस, घर, अन्य वातावरण में एक दूसरे के साथ जूठा खा लेते हैं। जिससे रोग - संक्रमण कीटाणु असानी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में पहुंच जाते हैं।
- बासी भोजन खाने से बचें। हमेशा ताजा सात्विक भोजन करें।
- क्षयरोगी के गिलास, कटोरी, थाली आदि बर्तन अलग कर दें।
- हमेशा सादा शुद्ध पानी पीयें। अधिक ठंड़ा पानी पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
- नित्य सुबह शाम सैर, योगा व्यायाम करें। योगा व्यायाम सैर शरीर निरोग बनाने में सहायक है। नित्य सैर योगा व्यायाम करने वाले व्यक्ति हमेशा स्वस्थ निरोग जीवन यापन करते हैं।