अंजीर खाने में स्वादिष्ट और पोष्टिक गुणों से भरपूर फल है। अंजीर को दूध के साथ, पकने पर, सुखाकर, मेवा, मुरब्बा रूप में खाया जाने वाला स्वास्थ्यवर्धक फल है। अंजीर में आयरन, प्रोटीन, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, सेल्यलोज, पोटेशियम, गंधक, फास्फोरस एसिड, सोडियम, फाॅलिक एसिड़, विटामिनस ए, बी, सी, एवं मिनरलस प्रचुर मात्रा में मौजूद हैं। अंजीर एक तरह से रिच एन्टीआक्सीटेंट फल है। अंजीर दो तरह की होती हैं। एक मीठी और दूसरी फीकी। दोनों तरह की अंजीर सेवन फायदेमंद है। फीकी कच्ची अंजीर डायबिटीज मरीज के लिए उत्तम शर्करा नियंत्रक फल है। अंजीर के बारे में विस्तार से इस प्रकार से है।
अंजीर खाने के फायदे / Anjeer Health Benefits in Hindi / Anjeer khane ke Fayde / Anjeer ke Gun / Nutritional Benefits of Figs or Anjeer
डायबिटीज नियंत्रक अंजीर
डायबिटीज मरीज के लिए कच्ची, फीकी अंजीर सेवन, और अंजीर कोमल पत्तों का रस, अंजीर छाल काढ़ा अति फायदेमंद है। अंजीर एक तरह से नेचुरल इंसुलिन का कार्य करती है। डायबिटीज में पकी हुई मीठी अंजीर खाने से परहेज करें।
गले की खराश दर्द, जुकाम में अंजीर
गले से सम्बन्धित समस्याओं जैसेकि गला बैठना, गले में दर्द, खराश, सूजन समस्याओं में अंजीर, दूध, हल्दी मिश्रण सेवन असरदार औषधि रूप है। जुकाम होने पर अंजीर उबालकर काला नमक मिलाकर सेवन करें।
पाचन तंत्र दुरूस्त करे अंजीर
पेट - पाचन से सम्बन्धित समस्याओं से अंजीर सेवन करना अति फायदेमंद है। अंजीर में प्राकृतिक रूप से फाइबर अधिक मात्रा में मौजूद है। शरीर को प्रतिदिन लगभग 20 प्रतिशत फाइबर की आवश्यकता होती है। अंजीर 2 घण्टे तक दूध में भिगो कर रखें, फिर उबालकर या मसलकर खायें। अंजीर रिच पौषण के साथ-साथ गैस कब्ज अपचन समस्याओं से दूर रखने में सहायक है।
अस्थमा निवारण अंजीर
अंजीर के कोमल पत्ते उबालकर सेवन करना, पके अंजीर-दूध लौंग मिश्रण पीने से अस्थमा कफ स्वांस समस्या से छुटकारा दिलाने में सहायक है। अंजीर में पोटेशियम प्रचुर मात्रा में मौजूद है। अंजीर रक्त संचार चाप लेवल नियंत्रण करने में सहायक है। अंजीर एंटीआक्सीडेंट फल है।
शरीर में रक्त की पूर्ति करे अंजीर
रक्त की कमी होने पर रोज दूध में अंजीर सेवन करना फायदेमंद है। अंजीर सेवन तेजी से शरीर में कैल्शियम, आयरन, फाॅलिक एसिड़ की पूर्ति आसान करता है।
हेल्दी कैलोरी अंजीर
वजन घटाने, मोटापा नियंत्रण करने में अंजीर सहायक है। 30 ग्राम के बराबर अंजीर में लगभग 50 कैलोरी और मात्र 0.3 तक फैट होता है। जोकि फैट वजन नियंत्रण करने में सहायक है। जिम जाने वाले व्यक्तियों के अंजीर अच्छी डाईट है।
हाई ब्लडप्रेशर नियंत्रक अंजीर
अंजीर में सोडियम, पोटाशियम, बीटा कैरोटीन प्रचुर मात्रा में मौजूद है। और 20 ग्राम सूखी अंजीर में 130 ग्राम पोटाशियम, 4 ग्राम सोडियम, 0.9 बीटा कैरोटीन है। जोकि हाइपरटेंशर नियंत्रण करने सहायक है।
हृदय स्वस्थ रखे अंजीर
हृदय स्वास्थ्य के लिए अंजीर सेवन फायदेमंद है। अंजीर में एन्टीआक्सीटेंट रिच मात्रा में मौजूद है। अंजीर वहिकाओं को सुचारू, और ब्लाॅकेज सुचारू - स्वस्थ करने में सहायक है।
अंदुरूनी शक्तिवर्धक अंजीर
शरीरिक कमजोरी होने पर 1 गिलास दूध में लगभग 10 ग्राम सूखी अंजीर, चुटकीभर बादाम - केसर - पिस्ता - चिरौंजी और 1 चम्मच देशी घी मिलाकर 2 घण्टे के लिए छोड़ दें। फिर हल्की आंच में दूध मिश्रण उबालकर पीयें। यह अंदुरूनी कमजोरी, स्थिलता, शीघ्रपतन, शरीरिक कमजोरी दूर करने सहायक है।
हड्डियां मजबूत करे अंजीर
अंजीर में कैल्शियम आयरन प्रचुर मात्रा में मौजूद है। अंजीर दूध के साथ सेवन करें। और कच्ची अंजीर खायें। अंजीर हड्डियां मजबूत करने में सहायक है। कच्ची अंजीर की सब्जी भी खा सकते हैं।
पाईल्स निवारण अंजीर
खूनी पाईल्स, सूखी पाईल्स रोकथाम में अंजीर सहायक है। 1 गिलास दूध में 20 ग्राम मीठी अंजीर, 5 ग्राम किशमिश भिगो कर रखें। 2 घण्टे बाद हल्की आंच में पका कर मिश्रण सेवन करें। यह विधि खूनी बवासीर, सूखी बवासीर को मात्र 7-10 दिनों में ठीक करने में सहायक है। मिर्च, मसाले, तली भुनी चीजें, शराब, बीयर, गुटका, तम्बाकू, बाहर के खाने से परहेज करें
कमरदर्द में अंजीर
लगातार लम्बे समय से कमर दर्द समस्या से आराम पाने के लिए अंजीर छाल, धनिया बीज और अदरक सौंठ बारीक कूटकर 2-3 पानी में भिगों कर रखें। फिर पानी छानकर पीयें। कमरदर्द से आराम दिलाने में अंजीर छाल, धनिया, अदरक मिश्रण पेय फायदेमंद है।
डायबिटीज मरीज के लिए कच्ची, फीकी अंजीर सेवन, और अंजीर कोमल पत्तों का रस, अंजीर छाल काढ़ा अति फायदेमंद है। अंजीर एक तरह से नेचुरल इंसुलिन का कार्य करती है। डायबिटीज में पकी हुई मीठी अंजीर खाने से परहेज करें।
गले की खराश दर्द, जुकाम में अंजीर
गले से सम्बन्धित समस्याओं जैसेकि गला बैठना, गले में दर्द, खराश, सूजन समस्याओं में अंजीर, दूध, हल्दी मिश्रण सेवन असरदार औषधि रूप है। जुकाम होने पर अंजीर उबालकर काला नमक मिलाकर सेवन करें।
पाचन तंत्र दुरूस्त करे अंजीर
पेट - पाचन से सम्बन्धित समस्याओं से अंजीर सेवन करना अति फायदेमंद है। अंजीर में प्राकृतिक रूप से फाइबर अधिक मात्रा में मौजूद है। शरीर को प्रतिदिन लगभग 20 प्रतिशत फाइबर की आवश्यकता होती है। अंजीर 2 घण्टे तक दूध में भिगो कर रखें, फिर उबालकर या मसलकर खायें। अंजीर रिच पौषण के साथ-साथ गैस कब्ज अपचन समस्याओं से दूर रखने में सहायक है।
अस्थमा निवारण अंजीर
अंजीर के कोमल पत्ते उबालकर सेवन करना, पके अंजीर-दूध लौंग मिश्रण पीने से अस्थमा कफ स्वांस समस्या से छुटकारा दिलाने में सहायक है। अंजीर में पोटेशियम प्रचुर मात्रा में मौजूद है। अंजीर रक्त संचार चाप लेवल नियंत्रण करने में सहायक है। अंजीर एंटीआक्सीडेंट फल है।
शरीर में रक्त की पूर्ति करे अंजीर
रक्त की कमी होने पर रोज दूध में अंजीर सेवन करना फायदेमंद है। अंजीर सेवन तेजी से शरीर में कैल्शियम, आयरन, फाॅलिक एसिड़ की पूर्ति आसान करता है।
हेल्दी कैलोरी अंजीर
वजन घटाने, मोटापा नियंत्रण करने में अंजीर सहायक है। 30 ग्राम के बराबर अंजीर में लगभग 50 कैलोरी और मात्र 0.3 तक फैट होता है। जोकि फैट वजन नियंत्रण करने में सहायक है। जिम जाने वाले व्यक्तियों के अंजीर अच्छी डाईट है।
हाई ब्लडप्रेशर नियंत्रक अंजीर
अंजीर में सोडियम, पोटाशियम, बीटा कैरोटीन प्रचुर मात्रा में मौजूद है। और 20 ग्राम सूखी अंजीर में 130 ग्राम पोटाशियम, 4 ग्राम सोडियम, 0.9 बीटा कैरोटीन है। जोकि हाइपरटेंशर नियंत्रण करने सहायक है।
हृदय स्वस्थ रखे अंजीर
हृदय स्वास्थ्य के लिए अंजीर सेवन फायदेमंद है। अंजीर में एन्टीआक्सीटेंट रिच मात्रा में मौजूद है। अंजीर वहिकाओं को सुचारू, और ब्लाॅकेज सुचारू - स्वस्थ करने में सहायक है।
अंदुरूनी शक्तिवर्धक अंजीर
शरीरिक कमजोरी होने पर 1 गिलास दूध में लगभग 10 ग्राम सूखी अंजीर, चुटकीभर बादाम - केसर - पिस्ता - चिरौंजी और 1 चम्मच देशी घी मिलाकर 2 घण्टे के लिए छोड़ दें। फिर हल्की आंच में दूध मिश्रण उबालकर पीयें। यह अंदुरूनी कमजोरी, स्थिलता, शीघ्रपतन, शरीरिक कमजोरी दूर करने सहायक है।
हड्डियां मजबूत करे अंजीर
अंजीर में कैल्शियम आयरन प्रचुर मात्रा में मौजूद है। अंजीर दूध के साथ सेवन करें। और कच्ची अंजीर खायें। अंजीर हड्डियां मजबूत करने में सहायक है। कच्ची अंजीर की सब्जी भी खा सकते हैं।
पाईल्स निवारण अंजीर
खूनी पाईल्स, सूखी पाईल्स रोकथाम में अंजीर सहायक है। 1 गिलास दूध में 20 ग्राम मीठी अंजीर, 5 ग्राम किशमिश भिगो कर रखें। 2 घण्टे बाद हल्की आंच में पका कर मिश्रण सेवन करें। यह विधि खूनी बवासीर, सूखी बवासीर को मात्र 7-10 दिनों में ठीक करने में सहायक है। मिर्च, मसाले, तली भुनी चीजें, शराब, बीयर, गुटका, तम्बाकू, बाहर के खाने से परहेज करें
कमरदर्द में अंजीर
लगातार लम्बे समय से कमर दर्द समस्या से आराम पाने के लिए अंजीर छाल, धनिया बीज और अदरक सौंठ बारीक कूटकर 2-3 पानी में भिगों कर रखें। फिर पानी छानकर पीयें। कमरदर्द से आराम दिलाने में अंजीर छाल, धनिया, अदरक मिश्रण पेय फायदेमंद है।