पौष्टिक स्वादिष्ट हरा धनिया सब्जी, चटनी, व्यंजनों में पड़ते ही स्वाद के साथ-साथ अपनी खुशबू बिखेर देता है और भोजन और भी ज्यादा स्वादिष्ट और पोष्टिक बन जाता है। हरा धनिया आर्युवेद में महाऔषधि रूप है। धनिया के बुहत से अद्धभुत गुणों के बसो में बहुत से लोग अनजान रहते हैं। बहुउपयोगी धनिया के गुण विस्तार से इस प्रकार से हैं। जिन्हें जानकर आप हैरान रह जायेगें।
धनिया में आयरन, वसा, फाइबर, प्रोटीन, कैल्शियम, कैरोटीन, पोटाशियम, विटामिन सी, थियामीन, कार्बोहाइड्रेट, फास्फोरस, बीटाकैरोटीन विटामिनस कम्पलैक्स, मिनरलस खनिज पदार्थ एंव तत्व मौजूद हैं। धनिया में एंटीबायोटिक, एंटीसेप्टिक, एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल्स गुण एक साथ मौजूद हैं। इसी लिए धनिया को महाऔषधि कहा जाता है। धनिया पेट पाचन से लेकर अन्दुरूनी गुप्त बीमारियों को मिटाने में सहायक पाया गया है।
धनिया एक महाऔषधि / हरी धनिया पत्ती / धनिया खाने के फायदे / Coriander Benefits in Hindi / Dhaniya Khane ke Fayde / Hari Dhaniya Patti / Coriander Leaves
रक्त बढ़ाये हरा धनिया
खून की कमी होने पर रोज हरा धनिया पत्तियों का जायका सब्जी दाल खाने में लगायें। हारा धनिया किंचन में व्यंजन तैयार करते समय इस्तेमाल करें। और आधा कप हरा धनिया रस में 1 चम्मच शहद मिलाकर सेवन करें। हरा धनिया रक्त बढ़ाने में सहायक है। 1 गिलास अनार या गाजर जूस में 4 चम्मच हरा धनिया रस मिलाकर रोज लगातार मात्र 15 दिनों तक सुबह शाम सेवन करने से शरीर में रक्त की कमी दूर हो जाती है।
चोट लगने पर हरा धनिया पेय
शरीर में अंदुरूनी चोट, या घाव गम्भीर चोट लगने पर 3 चम्मच हरी धनिया रस, आधा चम्मच हल्दी को 1 गिलास दूध के साथ मिलाकर सेवन करने से गम्भीर अंदुरूनी चोट जख्म जल्दी ठीक होते है। हरा धनिया, हल्दी, दूध मिश्रण तेजी से रक्त साफ करने और नसों के ब्लाॅकेज सुचारू करने में सहायक है।
घाव भरे धनिया लेप
शरीर में चोट, सूजन, नीली पड़ी त्वचा को साफ दागमुक्त करने में हरा धनिया पाउडर और हल्दी पाउडर लेप सहायक है। 3-3 चम्मच धनिया और हल्दी पाउडर को 5-6 चम्मच सरसों के तेल में पकायें। हल्का ठंड़ा होने पर चोट ग्रसित अंगों पर अच्छे से मालिश करें। यह नुस्खा चोट निशान घाव दाग पड़ी त्वचा के रंग साफ और ठीक करने में खास सहायक है। अगर कच्ची हल्दी ज्यादा असरदार है।
थकान मिटाये धनिया
ज्यादा पैदल चलने से पैरो के सूजन दर्द थकान दूर करने में हरा धनिया पानी सिकाई खास असरदार है। 2 लीटर पानी में 50 ग्राम हरी धनिया, 4 चम्मच नमक मिलाकर उबालें। पानी हरा होने पर गर्म पानी में सूती कपड़ा डुबों कर निचैड़े फिर ग्रसित सूजन पैरों अंगों पर सिकाई करें। इससे पैरों के सूजन दर्द से शीध्र छुटकारा मिलता है।
हरा धनिया मिर्गी निवारण दवा
100 ग्राम हरी धनिया को 1 लीटर पानी में हल्की आंच में उबालें। पानी आधे से कम घटने पर छान कर स्वाद अनुसार सेंधा नमक मिलाकर ताजा ताजा काढ़ा पीयें। हरा धनिया काढ़ा सेवन मिर्गी मरीज के लिए फायदेमंद है।
मसूड़ों जाड़ दर्द मिटाये
जाड़ दर्द दांत दर्द से छुटकारा पाने के लिए 1 गिलास गुनगुने पानी में 4 चम्मच हरा धनिया रस और लगभग 20 ग्राम फिटकरी मिलाकर 2 मिनट तक कुल्ला करें। जाड़ दांत दर्द से तुरन्त आराम दिलाने में फिटकरी हरा धनिया कुल्ला खास सहायक है। रोज रोज कुल्ला करने से दांत जाड़ दर्द समस्या से छुटकारा मिलता है।
छींक एलर्जी दूर करने हरा धनिया
बार बार छींक आने की समस्या में हरा धनिया पत्तों को मसल कर सूघंना फायदेमंद है। जिन लोगों को नांक एलर्जी की समस्या लम्बे समय से हैं, वे संतरा के बीच में छेद कर आधा रस निकाल कर उसमें लगभग 2-3 चम्मच धनिया रस भर दें। 48 घण्टे बार संतरे धनिया की सुगन्ध सूघंने से छींक एलर्जी की समस्या धीरे-धीरे गायब हो जाती है।
बाल टूटने झड़ने से रोके धनिया
बालों के टूटने झड़ने की समस्या में हरा धनिया रस और प्याज रस बराबर मात्रा में मिलाकर से रोज रात सोते समय सिर पर मालिश करें। हरा धनिया प्याज रस टूटते झड़ते बालों के लिए अचूक औषधि रूप है।
आंख आने के रोग में हरा धनिया
आंख आना रोग में दिन में 2-3 बार हरा धनिया पानी से चेहर आंखें साफ करें। हरा धनिया खाने में खूब इस्तेमाल करें। धनिया बीज का पानी छानकर पीयें। धनिया आंख की जलन दर्द सूजन से जल्दी छुटकारा दिलाने में सहायक है। आंख रोग से छुटकारा दिलाने में धनिया फायदेमंद माना गया है। और आंखों की रोशनी बढ़ाने में हरा धनिया फायदेमंद है।
धनिया तेल बालों के लिए
बालों को जड़ों को जड़ से पौषण पहुंचाने में धनिया तेल खास है। धनिया तेल बालों की बीमारियों के लिए खास माना जाता है।
सरदर्द दूर करे हरा धनिया लेप
धनिया पत्तों का लेप माथे पर लगाने से माईग्रेन सरदर्द से तुरन्त छुटकारा मिलता है। गम्भीर सरदर्द समस्या में धनिया दानों का काढ़ा पीयें। सरदर्द समस्याओं को दूर करने में धनिया सहायक है।
भूख नहीं लगने पर हरा घनिया रस
जिन लोगों को भूख कम लगती है। उनके लिए 2 चम्मच हरा धनिया रस, चुटकी भर अजवाइन पाउडर को 1 गिलास दूध के साथ नित्य सेवन करना फायदेमंद है। मात्र 2 सप्ताह भर में भूख कम लगने की समस्या दूर हो जाती है।
माहवरी रक्तस्राव रोकथाम हरा धनिया
माहवारी के समय अधिक रक्त स्राव रोकने के लिए हरा धनिया सब्जी, दाल आदि में खूब इस्तेमाल करें। हरी धनिया सब्जी खायें। धनिया बीज काढ़ा में तुलसी पत्ते मिलाकर पीयें।
बवासीर में हरा धनिया रस
बवासीर समस्या में हरा धनिया रस और मिश्री सेवन करना फायदेमंद है। हरा धनिया रस मिश्री सेवन तेजी से पाईल्स ठीक करने में सहायक है। मिर्च, मसालेदार, तलीभुनी चीजें, जंकफूड, तीखा खाने से बचें।
धनिया बीज के फायदे / Coriander Seeds Benefits in Hindi
सौंदर्य निखारे धनिया
1 गिलास पानी में 2 चम्मच धनिया दानें मसलकर 5-6 घण्टे के लिए भिगो कर रख दें। फिर छानकर धनिया पानी चेहरे पर रगड़े। धनिया पानी चेहरे से दाग धब्बे कालापन हटाने में सहायक है। धनिया पानी आंखों में जाने से बचायें।
घमोरिया में धनिया
घमोरिया दाने निकलने पर धनिया पानी से स्नान करें। धनिया पानी घमोरिया मिटाने में सहायक है। और बर्फ घमोरिया ग्रसित त्वचा पर रगड़ें। बारिस में नहायें।
पसीना बदबू मिटाये धनिया
1 चम्मच धनिया दानों को मसलकर 1 कप पानी में 4-5 घण्टे भिगो कर रखें। भोजन करने के बाद धनिया पानी छानकर सेंधा नमक मिलाकर पीयें। धनिया पानी सेंधा नमक पानी मिश्रण सेवन शरीर से पसीने की दुर्गंध बदबू मिटाने में सहायक है।
रोग निवारण धनिया चूर्ण
धनिया बीज, जीरा, हल्दी, काली मिर्च, अदरक सौंठ, तेजपत्ता, दालचीनी, लहसुन सभी चीजों को बराबर मात्रा में 40-40 ग्राम लें। सभी को गाय के 100 ग्राम घी में 4-5 मिनट तक हल्की आंच में पलटकर पकायें। देशी घी सूखने पर मिश्रण को औखली में बारीक पीस लें। फिर स्वाद अनुसार काला नमक मिलाकर चूर्ण कांच की शीशी में रख लें। यह खास चूर्ण बलगम - कफ, खांसी, जुखाम, टीबी, पाईल्स, वायरल, संक्रमण, दमा, गैस कब्ज, अपचन जैसे समस्या में चुटकी भर चूर्ण गर्म पानी या दूध के साथ सेवन करें। यह खास मसाला चूर्ण सैकड़ों बीमारियों नष्ट करने में सहायक है।
कामोत्तेजना बढ़ाये धनिया
2 चम्मच धनिया बीज को मसल कर 1 गिलास पानी में 4-5 घण्टे भिगों कर रखें। फिर पानी छानकर चुटकी भर हल्दी मिलाकर पीयें। धनिया पानी हल्दी मिश्रण अंदुरूनी कमजोरी, शीध्रपतन, स्थिलता दोष दूर करने में सहायक है।
स्वप्नदोष दूर करे धनिया
स्वप्नदोष से छुटकारा पाने के लिए धनिया बीज पाउडर में चीनी मिलाकर दूध के साथ सेवन करें। स्वप्नदोष और मूत्र विकार से छुटकारा दिलाने में धनिया चीनी दूध मिश्रण सेवन सहायक है।
त्वचा के मस्से मिटाये धनिया
हाथ पैरों के मस्से दाने मिटाने के लिए धनिया पाउडर और फिटकरी मिश्रण लेप ग्रसित जगहों पर लगायें। धनिया पाउडर फिटकरी बराबर मात्रा में लें। दोनों को बारीक पीसकर गुनगुने पानी के साथ मिश्रण बनाकर लेप कर पट्टी करें।
गैस कब्ज दूर करे धनिया
पेट पाचन सम्बन्धित समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए धनिया और अजवाइन पाउडर गुनगुने पानी में 3-4 घण्टे भिगों कर रखें। फिर छानकर पीयें। धनिया अजवाइन पानी गैस कब्ज अपचन समस्याऐं दूर करने में सहायक है।
बार बार पेट खराब समस्या में धनिया
जिन लोगों को बार बार पेट खराब होने की समस्या हैं, उनके लिए धनिया दाने किसी बरदान से कम नहीं है। 100 ग्राम धनिया दानों को मसलकर आधा लीटर पानी में 4-5 घण्टे भिगो कर रख दें। 2-2 घण्टे के अंतराल में 1-1 कप धनिया पानी पीयें। और फूले धनिया दाने चबाकर खायें। पेट अपचन समस्या दूर करने में धनिया सहायक है।
माईग्रेन, सिर दर्द दूर करे धनिया
तीब्र सरदर्द समस्या में धनिया काढ़ा सेवन फायदेमंद है। दो चम्मच धनिया पाउडर और 2 चम्मच शक्कर को 2 गिलास पानी में मिलाकर हल्की आंच में पकायें। पानी घटकर जब 1 कप तक रह जायें फिर छाने कर दिन में 2-3 बार पीयें। धनिया पत्तों का लेप माथे पर लगाने से माईग्रेन सरदर्द से तुरन्त छुटकारा मिलता है।
पेशाब जलन गर्मी दूर करे धनिया
पेशाब में जलन, गर्मी लगना, नकसीर, लू लगने पर हरा धनिया 2-3 चम्मच, 2-3 चम्मच प्याज रस, 1 नींबू रस, 2-3 चम्मच पुदीना रस को 1 लीटर पानी में मिलाकर दिन में मात्र 3-4 बार पीने से समस्य समस्या से छुटकारा दिलाने में सहायक है। ठंड़े पानी से नहायें, गर्म चीजें नहीं खायें। धूप, गर्म जगहों में जाने से बचें।
गला इंफेक्शन में धनिया
गले में इंफेक्शन दर्द समस्या में धनिया दाने और मुलहटी बराबर मात्रा चाबायें। मात्र 4-5 घण्टे में समस्या से छुटकारा मिलता है।
किड़नी स्टोन में धनिया
किड़नी स्टोन समस्या में धनिया काढ़ा सेवन फायदेमंद है। 2 कप मूली रस, 100 ग्राम धनिया बीज को मसलकर 2 लीटर पानी में हल्की आंच में उबालें। पानी घटकर आधे से कम रहने पर स्वाद अनुसार सेंधा नमक मिलायें। दिन में 3-4 बार 1-1 गिलास काढ़ा सेवन करें। धनिया मूली रस काढ़ा पथरी को गलाने और मूत्र के रास्ते बाहर निकालने में सहायक है