आँखों, पलकों के फड़फकने के पीछे कई कारण होते हैं। पलकों की मांसपेशियों में संकुचन, आँख मांसपेशियों में दबाव, मस्तिष्क तनाव, आँखों पर जोर पड़ना, थकान (आई स्ट्रेन), एल्कोहाॅल - कैफीन जैसेकि शराब - बीयर - धम्रपान - सोड़ा पेय, अधिक चाय काॅफी सेवन, नींद की कमी, दवाईयों के अधिक सेवन, आँखों में धूल गंदगी जमा होना, डीहाइड्रेशन कारणों से पलकों या आँखों के फड़कने की समस्या होती है।
आँखें, पलकें फड़कने से रोकने के उपाय / Reasons Why your Eyes Twitch, Reasons for Eye Twitching
आँखें, पलकें फड़कने से रोकने के उपाय / Reasons Why your Eyes Twitch, Reasons for Eye Twitching
आखें मीचना
आँखें फड़कने पर आँखें 25-30 सेकेंड के लिए जोर से अन्दर की तरह बंद करें। फिर आँखें बड़ी कर खोलें। यह प्रक्रिया रूक रूक कर करें। आँखों के फड़कने की समस्या को रोकने में काफी मद्दगार है।
आँखें फड़कने पर आँखें 25-30 सेकेंड के लिए जोर से अन्दर की तरह बंद करें। फिर आँखें बड़ी कर खोलें। यह प्रक्रिया रूक रूक कर करें। आँखों के फड़कने की समस्या को रोकने में काफी मद्दगार है।
कागज टुक्कड़ा चिपकाएं
लगातार आँखें - पलकें फड़कने पर कागज के छोटे टुकड़े कर थूक या पानी लगाकर आँखों के पलकों पर चिपकाएं। इस विधि से भी आँखों को फड़कने से रोका जा सकता है।
पलकें झपकना
आँखें फड़कने पर पलकों को बार-बार खोंलें और बंद करें। आँखें मीचें। पलकें जोर-जोर से झपकाना शुरू करें। यह तरीका आँखें फड़कने से रोकने में सहायक है।
पलकों की मसाज
आँखें फड़कने पर पलकों के नीचें और ऊपर की तरफ उंगली से हल्की मसाज करें। आँखों की मसाज आँख मांसपेशयों में रक्त प्रवाह बढ़ाती है। जिससे आँखें फड़कने रूक जाते हैं।
आँखों सूजन सेंकन
आँखें फड़कने के साथ साथ सूजन रहने पर सूती कपड़े पर 2 चम्मच नमक की पोटली बांध कर आग आंच में दूर से गर्म करें। फिर आँख बंद कर 3-4 बार सेंकन करें।
आँखें थोड़ा खोलें
आँखों फड़फड़ाने पर आँखें कुछ सेंकेंड़ के आधी खुली अवस्था में लायें। फिर पलकों को आराम से पकड़कर बाहर की तरह खींचें। दोनों पलकों को एक साथ खीचनें से मांसपेशियां स्थिर करने में सहायक है।
आँख साफ सफाई
आँखें फड़कने पर ठंड़े पानी से आँखें धायें। या गुनगुने पानी से आँखें धोयें। आँखें धोने से आँखों से कचड़ा गंदगी बाहर निकल आती है। रोज सुबह उठकर आँखें ठंड़े ताजे पानी से धायें। बहुत सी आँखों की बीमारियां सुबह उठकर ठंड़े ताजे पानी से धोने से मिट जाती हैं। यह विधि आँख फड़कने से रोकने में सहायक है।
आँख मांसपेशियों में खिंचाव
ज्यादा देर तक कम्प्यूटर, मोबाईल, आदि तरह से इलेक्ट्राॅनिक स्क्रीन्स पर नजरें लगाकर देखने से भी आँखें फड़कने लगती हैं। इलेक्ट्राॅनिक स्क्रीन्स पर ज्यादा देर व्यस्त रहने से बचें। स्क्रीन्स पर समय बिताने के उपरान्त आँखें ठंड़े ताजे पानी से अवश्य धायें।
पानी पीयें
शरीर में पानी की कमी की वजह से भी कभी कभार आँख फड़कने लगती है। खूब पानी पीयें। शरीर में पानी की कमी नहीं होने दें।
लगातार आँखें - पलकें फड़कने पर कागज के छोटे टुकड़े कर थूक या पानी लगाकर आँखों के पलकों पर चिपकाएं। इस विधि से भी आँखों को फड़कने से रोका जा सकता है।
पलकें झपकना
आँखें फड़कने पर पलकों को बार-बार खोंलें और बंद करें। आँखें मीचें। पलकें जोर-जोर से झपकाना शुरू करें। यह तरीका आँखें फड़कने से रोकने में सहायक है।
पलकों की मसाज
आँखें फड़कने पर पलकों के नीचें और ऊपर की तरफ उंगली से हल्की मसाज करें। आँखों की मसाज आँख मांसपेशयों में रक्त प्रवाह बढ़ाती है। जिससे आँखें फड़कने रूक जाते हैं।
आँखों सूजन सेंकन
आँखें फड़कने के साथ साथ सूजन रहने पर सूती कपड़े पर 2 चम्मच नमक की पोटली बांध कर आग आंच में दूर से गर्म करें। फिर आँख बंद कर 3-4 बार सेंकन करें।
आँखें थोड़ा खोलें
आँखों फड़फड़ाने पर आँखें कुछ सेंकेंड़ के आधी खुली अवस्था में लायें। फिर पलकों को आराम से पकड़कर बाहर की तरह खींचें। दोनों पलकों को एक साथ खीचनें से मांसपेशियां स्थिर करने में सहायक है।
आँख साफ सफाई
आँखें फड़कने पर ठंड़े पानी से आँखें धायें। या गुनगुने पानी से आँखें धोयें। आँखें धोने से आँखों से कचड़ा गंदगी बाहर निकल आती है। रोज सुबह उठकर आँखें ठंड़े ताजे पानी से धायें। बहुत सी आँखों की बीमारियां सुबह उठकर ठंड़े ताजे पानी से धोने से मिट जाती हैं। यह विधि आँख फड़कने से रोकने में सहायक है।
आँख मांसपेशियों में खिंचाव
ज्यादा देर तक कम्प्यूटर, मोबाईल, आदि तरह से इलेक्ट्राॅनिक स्क्रीन्स पर नजरें लगाकर देखने से भी आँखें फड़कने लगती हैं। इलेक्ट्राॅनिक स्क्रीन्स पर ज्यादा देर व्यस्त रहने से बचें। स्क्रीन्स पर समय बिताने के उपरान्त आँखें ठंड़े ताजे पानी से अवश्य धायें।
पानी पीयें
शरीर में पानी की कमी की वजह से भी कभी कभार आँख फड़कने लगती है। खूब पानी पीयें। शरीर में पानी की कमी नहीं होने दें।
पूरी नींद
नित्य 7-8 घण्टे सायें। कम सोने से भी आँखें फड़कने लगती हैं। रोज समय पर साये और सुबह समय पर जागें।आँखें फड़कने के साथ-साथ आँखें लाल, आँखों में सूजन दर्द, मस्तिष्क दर्द, जकड़न महसूस हो तो व्यक्ति की ब्रेन स्ट्राॅक, पार्किंन्सन्स डिजीज, टौरेट सिन्ड्रोम के कारण से आँखें फड़कने लगती हैं। ज्यादा लगातार आँखें फड़कने पर न्यूरोलोजिस्ट या हेल्थ स्पेशलिस्ट को दिखायें। अधिक समय तक आँख फड़कना एक तरह से शरीर अन्दुरूनी तौर पर रोग ग्रसित होने की ओर संकेत करती है।
आँख फड़कने के पीछे मिथ्य-तथ्य विचार
कई लोग आँख फड़कने के पीछे शुभ-अशुभ संकेत मानते हैं।
पुरूष
इसी तरह से अगर बायें हाथ हथेली, और बायें पाव के तलवे के बीच में खुजली लगे तो, धन हानि, व्यक्ति बुराई, तिरस्कार, ख्याति, छवि बिगड़ने की ओर अशुभ संकेत करता है। और यदि दहिने हाथ हथेली, और दहिने पांव तलवे के बीच पर खुलजी लगे तो लक्ष्मी योग, ख्याति प्राप्ति, तरक्की आदि तरह के खास विभिन्न शुभ संकेत माने जाते हैं।
नित्य 7-8 घण्टे सायें। कम सोने से भी आँखें फड़कने लगती हैं। रोज समय पर साये और सुबह समय पर जागें।आँखें फड़कने के साथ-साथ आँखें लाल, आँखों में सूजन दर्द, मस्तिष्क दर्द, जकड़न महसूस हो तो व्यक्ति की ब्रेन स्ट्राॅक, पार्किंन्सन्स डिजीज, टौरेट सिन्ड्रोम के कारण से आँखें फड़कने लगती हैं। ज्यादा लगातार आँखें फड़कने पर न्यूरोलोजिस्ट या हेल्थ स्पेशलिस्ट को दिखायें। अधिक समय तक आँख फड़कना एक तरह से शरीर अन्दुरूनी तौर पर रोग ग्रसित होने की ओर संकेत करती है।
आँख फड़कने के पीछे मिथ्य-तथ्य विचार
कई लोग आँख फड़कने के पीछे शुभ-अशुभ संकेत मानते हैं।
पुरूष
- यदि पुरूष की बायीं आँख ऊपर की पलक फड़के तो शुभ समाचार, शुभ होने की ओर संकेत मिलते हैं। और बायीं आँख की नीचे वाली पलक फड़कना अशुभ सकेंत माने जाते हैं।
- अगर दहिनी आँख नीचे की पलक फड़के तो पैसे का नुकसान, स्वास्थ्य नुकसान, अशुभ संकेत होतेहैं।
- यदि पुरूष की बायीं आँख के दोनों पलके फड़के तो अचानक यात्रा, दूर परिजनों से मिलके के संकेत माने जाते हैं।
- यदि पुरूष की दहिने आँख की ऊपर वाली पलक फड़कने लगे तो शुभ माना जाता है। पुरूष के नौकरी तरक्की, धन प्राप्ति, मन मुराद पूरी होने की ओर संकेत माना जाता है। और यदि दहिने आँखें की नीचे की पलक फड़कने लगे तो व्यक्ति की मर्यादा, ख्याति, छवि बिगड़ने की ओर संकेत माना जाता है।
- और यदि पुरूष की दहिनी आँख के दोनो पलके एक साथ फड़के तो शरीरिक चोट, वाद-विवाद में फंसने, दुःखद समाचार की ओर संकेत करती है।
- यदि पुरूष की दानों आँखें एक साथ फड़फाने लगे तो झगड़ा, वाद-विवाद, लड़ाई, झगड़ा, धन हानि, आने वालीे अशुभ की ओर संकेत माने जाते हैं।
- यदि महिला की दहिनी आँख फड़कने लगे तो अच्छे संकेत माने जाते हैं।
- यदि महिला की बायीं आँख फड़के तो अशुभ, गलत होने के संकेत माने जाते हैं। यदि बायीं आँख दोनों पलके एक साथ फड़के तो विपरीत अशुभ संकेत माने जाते हैं।
- यदि लड़की की दहिनी आँख की दोनों पलकें फड़कने लगे तो शादी, नौकरी, तरक्की के शुभ संकेत माने जाते हैं।
- यदि दोनों आँखें एक साथ फड़कने लगे तो, पुराने मित्र, रिस्तेदार, पुरानी भूले, खोई चीजें मिलने की ओर संकेत करते हैं।
इसी तरह से अगर बायें हाथ हथेली, और बायें पाव के तलवे के बीच में खुजली लगे तो, धन हानि, व्यक्ति बुराई, तिरस्कार, ख्याति, छवि बिगड़ने की ओर अशुभ संकेत करता है। और यदि दहिने हाथ हथेली, और दहिने पांव तलवे के बीच पर खुलजी लगे तो लक्ष्मी योग, ख्याति प्राप्ति, तरक्की आदि तरह के खास विभिन्न शुभ संकेत माने जाते हैं।