सफेद मूसली आर्युवेद में खास जड़ी बूटी श्रेणी में आती है। सफेद मूसली में अल्कालोइड्स, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फाइबर, सैपोनिन, कैल्शियम, फिनोल, मैग्नीशियम, रेजिन, पोलीसेक्राईड्स खनिज तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद हैं। सफेद मूसली से पावर कैप्सूल, सिरप, हेल्दी टाॅनिक और विभिन्न तरह की दवाईयां तैयार करने मे किया जाता है। सफेद मूसली जड़ीबूटी, फंक, चूर्ण पंसानी दुकान पर आसानी से मिल जाती है। और सफेद मूसली से बने कैप्सूल, टाॅनिक, पाउडर मेडिकल स्टोर में आसानी से उपलब्ध होते हैं। या फिर ऑनलाइन आर्डर कर मंगवा सकते हैं।
सफूद मूसली से फायदे / Health Benefits of Safed Musli / Safed Musli Ke Fayde

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाये सफेद मूसली
रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सफेद मसूली चूण फल रस या दूध के साथ सेवन करें। सफेद मसूली कीटाणुओं - संक्रमण को शरीर से दूर रखता है। और शरीर ऊर्जावान बना रहता है।
यौन शक्ति बढ़ाये सफेद मूसली
पुरूर्षों और महिलाओं में क्षीण यौन शक्ति दोबारा से बढ़ाने में सफेद मूसली अचूक जड़ी बूटी है। सफेद मूसली पाउडर सुबह खाली पेट और रात सोने से पहले दूध के साथ सेवन करें।
डायबिटीज में सफेद मूसली
डायबिटीज मरीज के सफेद मूसली एक तरह से प्राकृतिक इंसुलिन है। सफेद मुसली शुगर लेवर नियंत्रण करने और डायबिटीज के कारण होने वाले अन्य साइड इफेक्टस से बचाता है। सफेद मूसली पाउडर जामुन रस के साथ सेवन करना फायदेमंद है।
गर्भावस्था में सफेद मूसली
गर्भावस्था में महिलाओं के लिए सफेद मुसली फायदेमंद है। चुटकीभर सफेद मूसली दूध के साथ सेवन करने से जच्चा बच्चा दोनो स्वस्थ रहते हैं। 6 महीने के बाद सफेद मूसली गर्भवती महिलाएं सफेद मूसली सेवन से बचें।
तेजी से मोटापा वजन घटाये
शीघ्र मोटापा वजन घटाने के लिए रोज वर्कआउट के बाद सफेद मूसली पाउडर को गुनगुना पानी में मिलाकर पीयें। सफेद मुसली कैलैरी बर्न करने का अच्छा स्रोत है।
बदन दर्द, शरीर जकड़न में सफेद मूसली
शरीर टूटने, बदन दर्द, जकड़न समस्या में सफेद मूसली पाउडर को दूध के साथ सेवन करना फायदेमंद है।
प्रदर रोग में सफेद मूसली
महिलाओं में प्रदार रोग (ह्वाइट डिस्चार्ज) में सफेद मूसली खास फायदेमंद है। सफेद मूसली प्रदर रोग ठीक करने के साथ-साथ बदबू, दुर्गंध से छुटकारा दिलाने में सहायक है। महिलाएं प्रदर रोग में सफेद मूसली को फल रस या दूध के साथ सेवन करें।
बांझपन में सफेद मूसली
बांझपन समस्या में महिलाओं और पुरूर्षों के सफेद मूसली खास फायदेमंद है। सफेद मूसली बांझपन अभिशाप दूर करने में रामबाण औषधि मानी जाती है।
किडनी पथरी में सफेद मूसली
किड़नी में पथरी समस्या में सफेद मूसली और इन्द्रायण बूटी को 3-3 ग्राम फंक बनाकर गुनगुने पानी के साथ सेवन करें। सुबह खाली पेट और रात्रि सोने से पहले सेवन करना फायदेमंद है। किड़नी स्टोन गलाने में सफेद मूसली खास फायदेमंद है।
सफेद मूसली सेवन विधि
यौन शक्ति बढ़ाये सफेद मूसली
पुरूर्षों और महिलाओं में क्षीण यौन शक्ति दोबारा से बढ़ाने में सफेद मूसली अचूक जड़ी बूटी है। सफेद मूसली पाउडर सुबह खाली पेट और रात सोने से पहले दूध के साथ सेवन करें।
डायबिटीज में सफेद मूसली
डायबिटीज मरीज के सफेद मूसली एक तरह से प्राकृतिक इंसुलिन है। सफेद मुसली शुगर लेवर नियंत्रण करने और डायबिटीज के कारण होने वाले अन्य साइड इफेक्टस से बचाता है। सफेद मूसली पाउडर जामुन रस के साथ सेवन करना फायदेमंद है।
गर्भावस्था में सफेद मूसली
गर्भावस्था में महिलाओं के लिए सफेद मुसली फायदेमंद है। चुटकीभर सफेद मूसली दूध के साथ सेवन करने से जच्चा बच्चा दोनो स्वस्थ रहते हैं। 6 महीने के बाद सफेद मूसली गर्भवती महिलाएं सफेद मूसली सेवन से बचें।
तेजी से मोटापा वजन घटाये
शीघ्र मोटापा वजन घटाने के लिए रोज वर्कआउट के बाद सफेद मूसली पाउडर को गुनगुना पानी में मिलाकर पीयें। सफेद मुसली कैलैरी बर्न करने का अच्छा स्रोत है।
बदन दर्द, शरीर जकड़न में सफेद मूसली
शरीर टूटने, बदन दर्द, जकड़न समस्या में सफेद मूसली पाउडर को दूध के साथ सेवन करना फायदेमंद है।
प्रदर रोग में सफेद मूसली
महिलाओं में प्रदार रोग (ह्वाइट डिस्चार्ज) में सफेद मूसली खास फायदेमंद है। सफेद मूसली प्रदर रोग ठीक करने के साथ-साथ बदबू, दुर्गंध से छुटकारा दिलाने में सहायक है। महिलाएं प्रदर रोग में सफेद मूसली को फल रस या दूध के साथ सेवन करें।
बांझपन में सफेद मूसली
बांझपन समस्या में महिलाओं और पुरूर्षों के सफेद मूसली खास फायदेमंद है। सफेद मूसली बांझपन अभिशाप दूर करने में रामबाण औषधि मानी जाती है।
किडनी पथरी में सफेद मूसली
किड़नी में पथरी समस्या में सफेद मूसली और इन्द्रायण बूटी को 3-3 ग्राम फंक बनाकर गुनगुने पानी के साथ सेवन करें। सुबह खाली पेट और रात्रि सोने से पहले सेवन करना फायदेमंद है। किड़नी स्टोन गलाने में सफेद मूसली खास फायदेमंद है।
सफेद मूसली सेवन विधि
- बच्चों को 2 ग्राम से अधिक सफेद मुसली नहीं देनी चाहिए।
- युवा 3 ग्राम से 4 ग्राम ग्राम तक ही सफेद मुसली ले सकते हैं।
- वयस्क 5 ग्राम से 7 ग्राम सफेद मुसली सेवन कर सकते हैं।
- बुर्जुग 2 ग्राम तक ही सफेद मूसली लें।
- गर्भावस्था और स्तनपानी करवानी वाली महिलाएं 1 से 2 ग्राम तक सफेद मुसली सेवन कर सकती हैं। गर्भावस्था के 6वें महीने से सफेद मूसली सेवन नहीं करें।
- सफेद मुसली को फल रस, दूध के साथ अच्छे से मिलाकर सेवन करें। पूरे दिन में केवल 8 से 10 ग्राम तक सफेद मुसली इस्तेमाल की जा सकती है।
- सफेद मूसली काफी पाॅवरफुल होती है। Safed Musli Capsules, Safed Musli syrup, Safed Musli powder, Safed Musli tablets, Safed Musli churan हेल्थ एक्सपर्ट एंव चिकित्सक के परामर्श के बाद ही सेवन करें।
- सफेद मूसली के सामान्यत कोई साईड इफेक्टस नहीं हैं। परन्तु अगर अधिक मात्रा में सेवन किया जाय तो नुकसान कर सकता है।
- अधिक सफेद मूसली सेवन भूख कम कर सकती है। सफेद मूसली सख्त होती है।
सफेद मुसली से बनी दवाईयां, चूर्ण, सिरप, कैप्सूल, टाॅनिक और स्वस्थ्यवर्धक पेय आसानी से बाजार में उपलब्ध हैं। सफेद मूसली आर्युवेद में खास जड़ीबूटी के तौर पर माना जाती है।