कहते हैं कि पानी ही जीवन है। शुद्ध हवा की तरह शुद्ध पानी के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। परन्तु जहां पानी जीवन के अमृत जीवनदायक है, वहीं दूसरी तरह से पानी गलत तरीके से पीने से शरीर पर विभिन्न तरह के दुष्प्ररिणाम हो सकते हैं। गलत तरीके से पानी पीने से 100 से अधिक बीमारियां आसानी से हो सकती हैं। आर्युवेद में गलत तरीके से पानी पीना जहर के समान है। गलत तरीके से पानी पीने की तरह के दुष्प्रभाव व्यक्ति को धीरे-धीरे महसूस होने लगते हैं। जोकि कुछ समय उपरान्त विभिन्न रोगों का रूप ले लेता है। सही तरह से पानी पीने के लाभ है।

पानी पीने के कुछ खास नियम / Water Drinking Rules
- शरीर में लगभग 60 प्रतिशत पानी की मात्रा होती है, इसलिए जरूरी है रोज 3 लीटर तक पानी पीयें। जो व्यक्ति कम पानी पीते हैं, उन्हें कई बीमारियां आसानी से घेर लेती है। प्र्याप्त पानी स्वस्थ शरीर के लिए अति जरूरी है।
- हमेशा शुद्ध और सादा पानी पीयें। गर्मी मौसम में भी केवल 38 डिग्री सेल्सियस तक ठंड़ा पानी पीयें। ज्यादा ठंड़ा पानी अपचन, जुकाम, बलगम, हार्ट अटैक रिस्क, मोटापा, शरीर झंझनाहट, दन्त रोग, आंतों के रोग जैसै कई समस्याएं पैदा कर सकता है। ज्यादा ठंड़ा पानी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
- ठंड़े पानी में नाॅमल पानी मिलाकर पीना चाहिए। ज्यादा ठंड़ा पानी पीने से विभिन्न रोग हो सकते हैं, और इम्यून सिस्टम कमजोर करता है।
- तरबूज, आम, अन्य फल, आईसक्रीम खाने के तुरन्त बाद पानी नहीं पीना चाहिए। फल आईस्क्रीम के साथ और तुरन्त बाद पानी पीने से पेट दर्द, दस्त, कब्ज, उल्टी की शिकायत हो सकती है।
- बाहर से आने पर तुरन्त पानी नहीं पीयें, कुछ देर रूक कर पानी पीयें। बाहर से आकर तुरन्त पानी पीने से शरीर तापमान प्रभावित होता है। जिससे बुखार, वीपी, अपचन की समस्या हो सकती है।
- प्यास कितनी भी ज्यादा क्यों न हो प्यास से 10 प्रतिशत तक कम पानी पीयें। कुछ देर बाद फिर पानी पीयें। प्यास के समान्तर पानी पीने से क्षारीय अम्ल प्रभावित होते हैं।
- लेटकर, खड़े होकर, चलते फिरने के दौरान पीनी नहीं पीयें। आराम से बैठकर पानी पीना चाहिए।
- खाने के दौरान पानी नहीं पीयें। आराम से भोजन करें। गले में निवाला अटक जाने पर एक-दो घूंट से अधिक नहीं पीयें। सही तरीके से भोजन करने के तरीके अपनायें।
- खाने के 45 मिनट बाद ही पानी पीयें। खाने के दौरान पानी पीने से पाचन तंत्र कमजोर बनता है। और भोजन के जरूरी पौषक तत्व नष्ट हो जाते हैं।
- चाय, काॅफी, दूध, लस्सी, छांछ और जूस पीने के तुरन्त बाद पानी नहीं पीयें। दांत रोग, हाजमा खराब, पेट भारपन और इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है।
- गर्म ठंड़ी तरल पदार्थ सेवन केे 45 मिनट के अन्तराल में पानी पीयें।
- भोजन से 20 मिनट पहले एक गिलास पानी पीयें।
- दौड़ भाग, जिंम वर्कआउट, व्यायाम, पसीना बहाने पर तुरन्त पानी नहीं पीयें। थोड़ी देर रूक कर पानी पीयें। पसीना बहाने के अनकों फायदे हैं।
- घर पर तांबें बर्तन का इस्तेमाल करें। पानी पीने के लिए तांबा गिलास, तांबा मग, तांबा बर्तन इस्तेमाल करें। ताम्र गुण विभिन्न बीमारियों को शरीर से बचाने में सक्षम है। लम्बी निरोग आयु जीने के लिए तांबा बर्तन इस्तेमाल जरूरी है। तांबे बर्तन के पानी के विभिन्न फायदे हैं।
- सुबह उठकर 1 गिलास गुनगुना पानी पीयें, गुनगुना पानी पाचन तंत्र दुरूस्त करने, मोटापा घटाने, लिवर स्वस्थ रखने में सहायक है।
- हर 1 घण्टे में आधा गिलास पीयें।
- रात्रि सोने से 5 मिनट पहले 1 गिलास नाॅमल पानी जरूर पीयें। सोने से पहले पानी पीने से पाचन तंत्र दुरूस्त रहता है, और नींद भी अच्छी आती है। गैस एसिडिटी से बचने के नियम अपनायें।