Streptomycin Uses स्ट्रेप्टोमाइसिन उपयोग Health Tips in Hindi, Protected Health Information, Ayurveda Health Articles, Health News in Hindi Streptomycin Uses स्ट्रेप्टोमाइसिन उपयोग - Health Tips in Hindi, Protected Health Information, Ayurveda Health Articles, Health News in Hindi

Streptomycin Uses स्ट्रेप्टोमाइसिन उपयोग


स्ट्रेप्टोमाइसिन एंटीबायोटिक समूह के एमिनोग्लाइक्साइड श्रेणी से है। स्ट्रेप्टोमाइसिन दवा का उपयोग टीबी और कुछ जीवाणु संक्रमण में किया जाता है। टीबी रोग में स्ट्रेप्टोमाइसिन एंटीबायोटिक राइफैम्पिसिन, आइसोनियाजिड और पायराजिनामाइड को एक साथ मिलाकर दिया जाता है। स्ट्रेप्टोमाइसिन अन्य संक्रमणों प्लेग, एवियम कॉम्प्लेक्स, एंडोकार्टिटिस, मायकोबैक्टीरियम, ब्रुसेलोसिस, ब्रुकहोल्डरिया, ट्यूलेमेरिया और चूहे के काटने पर बुखार संक्रमण के लिए किया जाता है। 
स्ट्रेप्टोमाइसिन दवा कीटाणुनाशक भी है। स्ट्रेप्टोमाइसिन दवा जीवाणुओं द्वारा आवश्यक प्रोटीनों के उत्पादन को रोककर संदेहजनक बैक्टीरिया को नष्ट भी करती है। स्ट्रेप्टोमाइसिन दवा एक तरह से प्रोटीनों कों संग्रह कर बैक्टीरिया फिल्टर करती है। स्ट्रेप्टोमाइसिन एक खास एंटीबायोटिक है। स्ट्रेप्टोमाइसिन फलों, सब्जियों, बीज और फसलों में बैक्टीरिया रोकथाम औ रोगों को नष्ट करने के लिए भी प्रयोग किया जाता है। स्ट्रेप्टोमाइसिन दवा विभिन्न तरह से प्रयोग की जाती है। स्ट्रेप्टोमाइसिन का र्फामुला C21H39N7O12 है। और ड्रग क्लास 57-92-1 है।

स्ट्रेप्टोमाइसिन दवा का प्रयोग / Streptomycin Uses

  • टीबी (राइफैम्पिसिन, आइसोनियाजिड और पायराजिनामाइड)
  • बैक्टीरियल इंफेक्शन (प्लेग, एवियम कॉम्प्लेक्स, एंडोकार्टिटिस, मायकोबैक्टीरियम, ब्रुसेलोसिस, ब्रुकहोल्डरिया, ट्यूलेमेरिया और चूहे के काटने के संक्रमण)
स्ट्रेप्टोमाइसिन एंटीबायोटिक दवा इंसानों, जानवरों और फलों - फसलों में भी कीटनाशक के तौर पर प्रयोग  किया जाता है। स्ट्रेप्टोमाइसिन एंटीबायोटिक दवा जीवाणु संक्रमण  के आधार पर तीनों तरह से प्रयोग किया जाता है।

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स्ट्रेप्टोमाइसिन एंटीबायोटिक दवा 3 तरह से उपलब्ध होती है 

स्ट्रेप्टोमाइसिन निम्नलिखित 3 तरह से खुराक और क्षमता के आधार पर उपलब्ध होती है।

  • इंजेक्शन
  • टैबलेट
  • पाउडर / लिक्विड
स्ट्रेप्टोमाइसिन के दुष्प्रभाव 
  • गर्दन में दर्द होना
  • नाइस्टैगमस (आंख फड़कना)
  • शरीर अंगों में दर्द
  • सफेद ब्लड सेल बढ़ना (इयोस्नोफिल्स बीमारी होना)
  • चक्कर आना / अचानक गिर जाना
  • पेशाब रूक रूक कर आना
  • पेट में गर्मी और जलन होना
  • वर्टिगो
  • कम सुनाई देना

स्ट्रेप्टोमाइसिन में सावधानियां 
  • गर्भावस्था में स्ट्रेप्टोमाइसिन इंजेक्शन और गोली दुष्प्रभाव डाल सकता है।
  • स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए स्ट्रेप्टोमाइसिन इंजेक्शन और गोली हानिकारक हो सकती है।
  • स्ट्रेप्टोमाइसिन दवा भोजन के बाद लेना फायदेमंद है। खाली पेट लेने से बचें।
  • स्ट्रेप्टोमाइसिन टैबलेट और इंजेक्शन एक साथ नहीं ली जा सकती।
  • स्ट्रेप्टोमाइसिन लेने के बाद पेट दर्द, छाती में जलन, सरदर्द और आंखों में जलन होने पर वाहन नहीं चलायें।
  • गुर्दे और लीवर की दवाई के साथ स्ट्रेप्टोमाइसिन इंजेक्शन और गोली दुष्प्रभाव डाल सकती है।
  • फलों और फसलों में ज्यादा स्ट्रेप्टोमाइसिन प्रयोग करने से पौध - फल पैदावर कम होती है।