वज्रासन योग आर्यवत में प्राचीनकाल से किया जाने वाला योग है। जोकि आश्रमों पाठशालाओं में बहु प्रचलित था। वज्रासन सारे विश्व में विख्यात है। वज्रासन योग शरीर को फिट चुस्त, दुरूस्त, मोटापा नियत्रंण, शरीर को सुड़ौल व सुन्दर बनाने में सक्षम है।
वज्रासन योग शरीर की मांसपेसियों को मजबूत बनाने और पेट से सम्बन्धित बीमारियों को दूर करने में अहम माना जाता है। वज्रासन योग से पेट में कब्ज, गैस, पाचन में कमी, पेट भारीपन, भूख न लगना जैसे सम्पूर्ण पेट के विकारों को को नियत्रंण में रखता है।
स्टेप 2: बांए पैर के घुटने को मुड़ाकर पांव के पंजे पीछे की तरफ और थोड़ा ऊपर की ओर करें। फिर दांए पैर के घुटने को उसी तरह से मोड़कर नितम्ब एडियों के मध्य करें।
स्टेप 3: अब दोनों पैरों के अंगूठे आपस में एक-दूसरे से बराबर मिलायें। परन्तु एडि़यों के मध्य अन्तर जरूर रखें।
स्टेप 4: अब शरीर को ढीला सीधा रखें। शरीर में कसाव तनाव नहीं होना चाहिए।
स्टेप 5: फिर दोनों हाथों को घुटने पर ले जाइये, और आंखें बंद रखें। और फिर आराम से लम्बी गहरी पेट के बल सांसे लें और फिर छोडें। इसी तरह से बार बार सांसें ले और छोड़ें। 5 मिनट तक लगातार करें।
वज्रासन योग बनाये सुड़ौल चुस्त / Vajrasana Yoga
वज्रासन योग विधि
स्टेप 1: खाना खाने के 10 मिनट बाद किसी साफ स्वच्छ शान्त जगह चुनें। फिर दोनों पैरों को पसार फैलाकर कर बैठ जायें।स्टेप 2: बांए पैर के घुटने को मुड़ाकर पांव के पंजे पीछे की तरफ और थोड़ा ऊपर की ओर करें। फिर दांए पैर के घुटने को उसी तरह से मोड़कर नितम्ब एडियों के मध्य करें।
स्टेप 3: अब दोनों पैरों के अंगूठे आपस में एक-दूसरे से बराबर मिलायें। परन्तु एडि़यों के मध्य अन्तर जरूर रखें।
स्टेप 4: अब शरीर को ढीला सीधा रखें। शरीर में कसाव तनाव नहीं होना चाहिए।
स्टेप 5: फिर दोनों हाथों को घुटने पर ले जाइये, और आंखें बंद रखें। और फिर आराम से लम्बी गहरी पेट के बल सांसे लें और फिर छोडें। इसी तरह से बार बार सांसें ले और छोड़ें। 5 मिनट तक लगातार करें।
वज्रासन से फायदे
- खाना पचाने में सक्षम और अति लाभदायक है।
- वज्रासन योग करने से पाचन दुरूस्त रहता है।
- पेट में गैस की समस्या नहीं होती।
- मोटापा से छुटकारा मिलता है।
- शरीर फिट सुडौल बना रहता है।
- शरीर का बढ़ा वजन नियत्रंण में रहता है।
- मन में संयम व संतुलन बनाये रखता है।
- घुटनों दर्द, गठिया रोग में आराम दिलाता है।
- फेफड़ों से सम्बन्धि बीमारियों से छुटकारा मिलता है।
- नसों, मांसपेशियों के खिचाव समस्या से आराम मिलता है।
- रक्तचाप नियत्रंण एवं कम करने में सहायक है।
- शरीर में फालतू चर्बी को घटाता है।
- सैक्स सम्बन्धित विकारों से छुटकारा दिलाने में वज्रासन योग सक्षम है। दिन में चारों वक्त करने में ज्यादा फायदेमंद है।
- शरीर विकृति, आकृति को रचनात्मक सुडौल रूप में बनाने में बज्रासन योग सहायक है।
- रीढ़ की हड्डी दर्द दूर करने और हड्डियों को मजबूती प्रदान करने में वज्रासन अहम है।